Fatehpur News: फतेहपुर में दलित और ठाकुरों की हत्या से सियासी बवाल ! जानिए मायावती और सपा मुखिया ने क्या कहा?

Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में दलित और ठाकुर परिवार की हत्याओं से हड़कंप मचा है. अखरी गांव के तिहरे हत्याकांड के दो आरोपियों को आज पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं इन घटनाओं पर मायावती और सपा नेताओं ने कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
Fatehpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में दो अलग-अलग हत्याओं ने कानून-व्यवस्था की नींव हिला दी है. पहले गाजीपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में सामियाना निवासी दलित युवक बीनू रैदास की क्रूर हत्या हुई, और फिर हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी गांव में किसान नेता विनोद सिंह, उनके बेटे और भाई को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया. इन दोनों मामलों ने पूरे जिले को दहशत और आक्रोश में भर दिया है.
दलित की हत्या और पुलिस की कार्रवाई

अखरी कांड और सियासी बयानबाज़ी
इस दोहरे झटके के बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने लिखा:
यू.पी. में आए दिन हर छोटी-छोटी बात पर लोगों का शोषण व उत्पीड़न आदि हो रहा है। अभी हाल ही में फतेहपुर में एक ही किसान परिवार के तीन क्षत्रिय/ठाकुरों की व एक दलित व्यक्ति की भी हत्या कर दी गई है, जिससे लोगों में वहां काफी दहशत व्याप्त है...सरकार दोषियों के विरुद्ध सख़्त क़ानूनी कार्रवाई करे तथा पीड़ित परिवार को समय से न्याय दे और कानून-व्यवस्था सुधारने पर विशेष ध्यान दे.
अखिलेश यादव सहित सपा सांसद ने साधा निशाना
उप्र में अपराध की दुखदायी कड़ी में आज फतेहपुर में एक ही किसान परिवार के 3 लोगों की सनसनीख़ेज़ हत्या से हर तरफ़ दहशत का माहौल फैल गया है.क्या यही सत्ता के साँठी-गाँठी वो माफ़िया लोग हैं जिनका ज़िक्र प्रदेश के पुलिस प्रमुख कर रहे थे.
वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद आर.के. चौधरी ने भी भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा:
सरकार हिन्दू-मुस्लिम में बाँटने में व्यस्त है, कानून-व्यवस्था गिरती जा रही है. नौकरी, महंगाई जैसे असली मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं है.
जिले की विभत्स हत्याओं ने न केवल आम जनता में डर पैदा किया है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि योगी सरकार पीड़ितों को न्याय दिलाने और दोषियों को सज़ा दिलवाने में कितनी तेजी और गंभीरता दिखाती है.