Fatehpur Triple Murder: फतेहपुर अखरी हत्याकांड के दो आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार ! जगी न्याय की उम्मीद
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में तिहरे हत्याकांड से दहल उठे अखरी गांव में इंसाफ की पहली दस्तक मुठभेड़ के रूप में आई है. पुलिस ने दो नामजद आरोपी पीयूष और सज्जन को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया. गांव में मातम के बीच अब इंसाफ की उम्मीद जगी है.

Fatehpur Triple Murder: यूपी के फतेहपुर जिले के अखरी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड के बाद बुधवार की भोर पहर इंसाफ की पहली दस्तक सुनाई दी. हत्या में नामजद दो आरोपी पीयूष सिंह और सज्जन सिंह प्रेमनगर-बुधवन मार्ग पर पुलिस मुठभेड़ में घायल होकर गिरफ्तार कर लिए गए.
हत्यारों ने मंगलवार सुबह एक परिवार की पूरी जड़ ही उखाड़ दी थी. किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिला उपाध्यक्ष विनोद सिंह उर्फ पप्पू, उनके बेटे अभय और छोटे भाई अनूप सिंह की दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। मां रामदुलारी की आंखों के सामने उनके बेटों, पोते को गोलियों की तड़तड़ाहट से सुला दिया गया था.
अखरी हत्याकांड के नामजद आरोपी गिरफ्तार
फतेहपुर (Fatehpur) हथगाम थाना (Hathgam Thana) क्षेत्र के अखरी गांव में तिहरे हत्याकांड में नामजद आरोपियों में शामिल दो पीयूष सिंह और सज्जन सिंह को पुलिस ने बुधवार भोर पहर ढ़ेर कर दिया. बताया जा रहा है कि प्रेमनगर-बुधवन मार्ग पर पुलिस चेकिंग कर रही थी, तभी एक ब्लैक स्कॉर्पियो को रोकने का इशारा किया गया.
वाहन में सवार बदमाश भागने लगे और पीछा करने पर पुलिस पर फायरिंग की. जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी और वे गिर पड़े. घटनास्थल से दो तमंचे, कारतूस, मोबाइल और नगदी बरामद की गई. दोनों को गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पसरे मातम में न्याय की पहली उम्मीद
अखरी गांव में अब भी मातम पसरा है. अनूप सिंह की पत्नी मनीषा दो मासूम बच्चों के साथ बेसहारा हो गई है. वहीं, पप्पू सिंह का पूरा सहारा उनका बेटा अभय था, जिसे वे अपने संघर्ष की विरासत बनाना चाहते थे. मां रामदुलारी अब सिर्फ प्रधान नहीं, बल्कि अपने ही परिवार की अंतिम दीवार बन गई हैं.
यह गिरफ्तारी न सिर्फ पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, बल्कि उस गांव के लिए भी एक उम्मीद है, जो अब भी खून और खामोशी के बीच इंसाफ की राह देख रहा है.
क्या कहा एसपी धवल जायसवाल ने?
एसपी धवल जायसवाल ने कहा कि हत्याकांड के क्रम में पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रहीं थीं. तभी स्कॉर्पियो में सवार दो आरोपी पीयूष सिंह और सज्जन सिंह पुलिस को देखकर भागने लगे और फायरिंग कर दी. मुठभेड़ के दौरान में दोनों घायल हुए. उनको गिरफ्तार कर अस्पताल में इलाज जारी है. उन्होंने कहा किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा.