Fatehpur News: फतेहपुर ट्रिपल मर्डर केस के पीड़ित परिवार से मिले राकेश टिकैत, 17 से आंदोलन की चेतावनी
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) फतेहपुर (Fatehpur) के अखरी गांव में हुए ट्रिपल मर्डर केस के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उन्होंने सरकार को एक महीने का समय देते हुए पीड़ितों को मुआवजा, नौकरी और सुरक्षा की मांग की, अन्यथा 17 मई से आंदोलन की चेतावनी दी है.

Fatehpur Akhari Murder Case: यूपी के फतेहपुर जिले के हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में हुए दिल दहला देने वाले ट्रिपल मर्डर केस में रविवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे.
किसान नेता ने सरकार को एक महीने का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला, तो वो 17 मई को जिले में बड़ा आंदोलन करेंगे.
अखरी गांव में हुआ था बर्बर ट्रिपल मर्डर
बीते मंगलवार को हुए इस हत्याकांड में पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू सिंह और उसके बेटों व साथियों ने मिलकर किसान नेता पप्पू सिंह, उनके छोटे भाई अनूप सिंह और बेटे अभय सिंह की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी. पप्पू सिंह भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिला उपाध्यक्ष भी थे.
गांव में जातीय व राजनीतिक वर्चस्व की रंजिश ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया. इस घटना ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है. पुलिस ने नामजद 6 आरोपियों को हिरासत में लेते हुए क्षेत्रीय पुलिस की शिथिलता के चलते हथगाम एसओ और हल्का इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया लेकिन वृंदावन राय तत्कालीन एसओ को लेकर चुप्पी साधे हुए है. जिसने तत्कालीन एक विवाद में ठोस कार्रवाई नहीं की थी.
पीड़ित परिवार से मिले राकेश टिकैत
रविवार की दोपहर राकेश टिकैत खुद अखरी गांव पहुंचे और मृतक पप्पू सिंह के परिवार से मुलाकात की. उन्होंने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, आर्थिक मुआवजा, सुरक्षा, और बच्चों की शिक्षा व भविष्य की जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाए.
टिकैत ने कहा कि, “एक किसान नेता, उसका बेटा और भाई सरेआम मारे गए हैं, और अब भी परिवार डरा हुआ है. यदि सरकार उन्हें सुरक्षा और न्याय नहीं दे सकती, तो हम चुप नहीं बैठेंगे”
सरकार को दिया अल्टीमेटम, आंदोलन की चेतावनी
राकेश टिकैत ने प्रशासन को 1 महीने का वक्त देते हुए कहा कि 17 मई तक यदि सरकार ने मांगे नहीं मानीं तो वे खुद जिले में किसान यूनियन के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ उतरकर आंदोलन करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि घटना के 15 प्रत्यक्षदर्शी गवाहों को तत्काल प्रभाव से सुरक्षा दी जाए.
पुलिस कार्रवाई और राजनीतिक दबाव सवालों के घेरे में
इस मामले में सभी 6 नामजद आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन जिस तरह से यह वारदात हुई, उसने पुलिस की कार्यशैली और राजनीतिक संरक्षण पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. टिकैत ने भी इशारों में इस बात को दोहराया कि मुन्नू सिंह को कुछ नेताओं का संरक्षण प्राप्त था, जिससे उसका मनोबल बढ़ा हुआ था.