UP News: रिश्वत लेते धरा गया कानपुर का दरोगा ! जानिए क्या है घटना का फतेहपुर कनेक्शन?
Kanpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) कानपुर (Kanpur) में एंटी करप्शन (Anti Corruption) टीम ने सब इंस्पेक्टर अभिनव चौधरी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. दरोगा पर आरोप है कि उसने नौबस्ता थाने में दर्ज मुकदमे में नाम हटाने के लिए 20 हजार रुपये की घूस मांगी थी.

Kanpur Anti Corruption News: यूपी के कानपुर में नौबस्ता थाने में दर्ज एक मामले में नाम हटाने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगने पर एंटी करप्शन टीम ने सोमवार देर रात सब इंस्पेक्टर अभिनव चौधरी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि आरोपी दरोगा ने घूस लेने के लिए व्यक्ति को श्री राम चौक पर बुलाया था. टीम ने केमिकल लगे रुपयों सहित दरोगा को रंगे हाथों पकड़ लिया और उसे लखनऊ (Lucknow) ले गई.
क्या है रिश्वत और गिरफ्तारी की इनसाइड स्टोरी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानपुर (Kanpur) के कारोबारी त्रिपुरेश मिश्रा ने जनवरी में नौबस्ता थाने में फतेहपुर (Fatehpur) के बिंदकी क्षेत्र के बाबूपुर निवासी अधिवक्ता प्रत्यूष कुमार, सीसामऊ निवासी सक्षम सोनकर, अमौली निवासी आनंद कुमार, हमीरपुर के सिचौली निवासी बृज बिहारी लाल के खिलाफ बूढ़पुर मछरिया में उनके मकान में हेरफेर करके घर में कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे.
फर्जीवाड़े और 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. सब इंस्पेक्टर अभिनव चौधरी इस मामले की विवेचना कर रहे थे और उन्होंने एक आरोपी प्रत्यूष कुमार का नाम हटाने के बदले 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी.
इस घूसखोरी के खिलाफ शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने एक योजना बनाई और दरोगा को रंगे हाथों पकड़ने के लिए सोमवार को एक टीम गठित की. टीम ने 20 हजार रुपये में केमिकल लगाया था, ताकि घूस के नोटों को पहचानने में आसानी हो.
जैसे ही आरोपी सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत की रकम ली, एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. टीम ने दरोगा के हाथों में पानी डाला, तो नोटों पर लगे केमिकल से गुलाबी रंग निकलने लगा, जो घूस की रकम में लगे केमिकल का संकेत था. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर कैंट थाने ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर पूछताछ शुरू की गई.
घूसखोर दरोगा का दूसरा मामला भी हुआ उजागर
बताया जा रहा है कि यह कोई पहला मामला नहीं था जब दरोगा अभिनव चौधरी का नाम घूसखोरी में सामने आया था. दिसंबर 2024 में हनुमंत विहार थानाक्षेत्र में गैंगस्टर गोपाल सचान की पत्नी से करवा चौथ मनाने का सवाल पूछने का मामला भी चर्चा में है.
सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो के बाद उच्चाधिकारियों ने उनका तबादला कर दिया था. इसके अलावा, उन्हें अन्य विवादों में भी घसीटा गया था, जिनमें एक बिल्डर राहुल पर गोली चलाने का मामला भी शामिल था, जिसे उन्होंने जांच के दौरान उठाया था.