
Fatehpur News: पत्नी और चार बेटियों की मौत का दोषी कोर्ट परिसर से हुआ फरार, फतेहपुर में मचा हड़कंप, कई टीमें तलाश में जुटीं
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में पत्नी और चार बेटियों की आत्महत्या के मामले में दोषी ठहराए गए रामभरोसे रैदास को शुक्रवार को अदालत ने 5 साल की सजा सुनाई. लेकिन फैसला सुनाए जाने के तुरंत बाद वह कोर्ट परिसर से फरार हो गया. पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है और आरोपी की तलाश में कई टीमें लगी हैं.
Fatehpur News: फतेहपुर की अदालत से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. पत्नी और चार बेटियों की मौत के मामले में दोषी करार दिए गए रामभरोसे रैदास को जब कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई, तभी वह कोर्ट परिसर से फरार हो गया. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. एएसपी के निर्देश पर एसओजी, सर्विलांस और इंटेलिजेंस विंग की कई टीमें आरोपी की तलाश में जुट गई हैं.
शराब की लत ने उजाड़ दिया पूरा परिवार

30 जनवरी 2020 की रात: जब थम गया पूरा संसार
वह रात फतेहपुर की यादों में आज भी दर्ज है. करीब आठ बजे के आसपास घर में झगड़ा हुआ और फिर सन्नाटा छा गया. अगली सुबह जब घर से कोई नहीं निकला तो पड़ोसियों को शक हुआ. पुलिस ने जब दरवाज़ा तोड़ा तो अंदर का नज़ारा भयावह था. श्यामा देवी और उनकी चारों बेटियां मृत अवस्था में पड़ी थीं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि सभी ने एल्युमिनियम फास्फाइड, यानी अनाज में इस्तेमाल होने वाला जहरीला रसायन, खाकर आत्महत्या की थी. श्यामा देवी एक स्कूल में रसोइया थीं और परिवार की पूरी जिम्मेदारी वही निभाती थीं, जबकि रामभरोसे शराब में डूबा रहता था.
छोटे भाई की गवाही बनी इंसाफ की बुनियाद

पांच साल बाद आया इंसाफ, लेकिन दोषी ने रचा नया ड्रामा
करीब पांच साल चली कानूनी जद्दोजहद के बाद शुक्रवार को अपर सत्र न्यायालय कोर्ट नंबर-2 की जज पूजा विश्वकर्मा ने रामभरोसे रैदास को पत्नी और बेटियों को आत्महत्या के लिए उकसाने का दोषी करार दिया. अदालत ने उसे पांच साल की कैद और 23 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई. लेकिन फैसला सुनाए जाने के बाद वह अचानक कोर्ट परिसर से फरार हो गया. बताया जा रहा है कि आरोपी उस समय जमानत पर था और सजा सुनने के लिए कोर्ट में मौजूद था. पुलिस उसे कस्टडी में लेने ही वाली थी कि वह भाग निकला.
फरारी के बाद पुलिस में मचा हड़कंप, तीन टीमों को सौंपी गई जिम्मेदारी
कोर्ट परिसर से सजायाफ्ता के फरार होने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई. कोतवाल तारकेश्वर राय ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए तीन पुलिस टीमों के साथ एसओजी, सर्विलांस और इंटेलिजेंस विंग को भी लगाया गया है. एएसपी के निर्देश पर आरोपी के रिश्तेदारों और परिचितों के घरों पर दबिश दी जा रही है. मुकदमा भी दर्ज किया गया है. वहीं कोर्ट परिसर की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार, लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर विभाग जल्द कार्रवाई कर सकता है.
