
खून से सनी विरासत: फतेहपुर में सिपाही बेटे ने पिता को ईंट से कुचल डाला ! भाई की हालत गंभीर, जानिए कैसे हुई वारदात
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से खून रिश्तों को कलंकित करने वाली एक भयावह वारदात सामने आई है. हुसैनगंज थाना क्षेत्र के गौरा चुरियारा गांव में यूपी पुलिस के सिपाही बेटे ने संपत्ति विवाद में अपने ही पिता को ईंट से कूंचकर मौत के घाट उतार दिया. भाई को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया.
Fatehpur Murder News: यूपी के फतेहपुर जिले में रविवार की देर रात इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना हुई. गौरा चुरियारा गांव में यूपी पुलिस के सिपाही बेटे ने संपत्ति के बंटवारे को लेकर अपने ही पिता की ईंट से कुचलकर हत्या कर दी. पिता को बचाने आए छोटे भाई को भी आरोपी ने बुरी तरह घायल कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेज कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
घर लौटा सिपाही, फिर शुरू हुआ विवाद

ईंट से कूंचकर पिता की हत्या, भाई भी हुआ लहूलुहान
रविवार की रात करीब साढ़े 10 बजे आरोपी आदित्य सिंह ने गुस्से में आकर घर में रखी ईंट से पिता किशोर चंद्र पटेल पर ताबड़तोड़ वार कर दिया. हमले में बुजुर्ग के सिर और गर्दन पर गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. पिता की चीखें सुनकर बचाने आए छोटे भाई आनंद प्रकाश को भी आरोपी ने ईंट से मारकर बुरी तरह घायल कर दिया. वारदात के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया.
अस्पताल में भर्ती घायल भाई, गांव में मातम
खून से लथपथ पिता और भाई को देखकर घर में चीख-पुकार मच गई. परिजनों और ग्रामीणों ने आनन-फानन में घायल आनंद को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है. गांव में इस निर्मम हत्या से मातम पसरा हुआ है. पड़ोसी और रिश्तेदार अविश्वास में हैं कि एक वर्दीधारी बेटा अपने ही पिता का हत्यारा बन गया.
पुलिस ने आरोपी सिपाही को किया गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही हुसैनगंज पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. एडिशनल एसपी महेंद्र पाल सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में संपत्ति विवाद हत्या की मुख्य वजह पाई गई है. मृतक के परिजनों की तहरीर पर आरोपी कांस्टेबल आदित्य सिंह के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस टीम ने आरोपी सिपाही को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया है.
रिश्तों में दरार से टूटा परिवार
इस दर्दनाक वारदात ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया है. पिता की मौत और बेटे की गिरफ्तारी ने गांव में सन्नाटा फैला दिया है. बुजुर्ग किशोर चंद्र की मौत ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि लालच और संपत्ति की लालसा किस तरह इंसान को अपनों का खून बहाने पर मजबूर कर देती है.
