Fatehpur News: सरकंडी में जांच के दौरान बवाल ! प्रधान पक्ष और शिकायतकर्ताओं में चलीं लाठियां, जान बचाकर भागी टीम
उत्तर प्रदेश के Fatehpur जिले के सरकंडी गांव में विकास कार्यों की जांच उस समय बवाल में बदल गई, जब प्रधान पक्ष और शिकायतकर्ताओं के बीच लाठी-डंडे चलने लगे. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में असलहा लहराए जाने से भगदड़ मच गई. कई लोग घायल हुए, जबकि जांच टीम को जान बचाकर मौके से निकलना पड़ा.
Fatehpur Sarkandi News: फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र के सरकंडी गांव में बुधवार को हालात अचानक बेकाबू हो गए. भ्रष्टाचार की जांच के लिए पहुंची प्रशासनिक टीम के सामने ही दो गुट आमने-सामने आ गए. ग्राम पंचायत और क्षेत्र पंचायत के विकास कार्यों में कथित गड़बड़ियों की जांच के दौरान पहले कहासुनी हुई और फिर मामला खुले बवाल में बदल गया. लाठी-डंडों और असलहों की मौजूदगी ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया, जिससे जांच कार्य बीच में ही रोकना पड़ा.
जांच के बीच अचानक बिगड़ा माहौल

नाली, खड़ंजा, सड़क, शौचालय, आरआरसी सेंटर और प्रधानमंत्री आवास से जुड़े कार्यों का भौतिक सत्यापन अलग-अलग डेरों में किया जा रहा था. इसी दौरान प्रधान पक्ष और शिकायतकर्ताओं के बीच पहले से चली आ रही रंजिश फिर सामने आ गई. जांच अधिकारियों की मौजूदगी में आरोप-प्रत्यारोप तेज हुए और माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया.
पुलिस के सामने चलीं लाठियां, असलहा भी लहराया
पुलिस बल मौके पर मौजूद होने के बावजूद स्थिति को तुरंत काबू में नहीं किया जा सका. बताया जा रहा है कि खुलेआम असलहा लहराए जाने से गांव में अफरा-तफरी मच गई और ग्रामीण जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे.
बवाल में कई घायल, जिला अस्पताल रेफर
इस बवाल में इंद्रेश, सुनील, हड़तालिका समेत चार लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है. वहीं सूचना है कि सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया है. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए हैं और पुलिस को तहरीर दी है. घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है और ग्रामीणों में भय व्याप्त है.
जान बचाकर भागी जांच टीम, पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
लाठी-डंडे चलते ही मौके पर भगदड़ मच गई. अधिकारी और कर्मचारी तत्काल अपनी गाड़ियों में सवार होकर वहां से निकल गए. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में पूरी घटना हुई...बवाल बढ़ता देख पुलिस ने केवल शांत कराने का निष्फल प्रयास किया..घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हुएं हैं..और इसे बड़ी प्रशासनिक चूक माना जा रहा है.
पुरानी शिकायतें और पहले से सुलग रहा था विवाद
सरकंडी गांव के रोशन सिंह, इंद्रेश तिवारी, हड़तालिका दत्त, मनोज शर्मा और राहुल सिंह ने जिलाधिकारी से विकास कार्यों में गड़बड़ी की शिकायत की थी. प्रधानमंत्री आवास और मनरेगा श्रम से जुड़े मामलों की रिपोर्ट शासन द्वारा पहले ही मांगी जा चुकी है.
अगस्त से अब तक जिले और लखनऊ स्तर की कई टीमें गांव में जांच कर चुकी हैं. जांच शुरू होने के बाद से ही प्रधान पक्ष और शिकायतकर्ताओं के बीच तनाव बना हुआ है जिसकी गर्मभाहट अभी गांव में बनी हुई है.
