
Fatehpur News: फतेहपुर में महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति पर रंगदारी और धमकी का मुकदमा, कोर्ट के आदेश पर एफआईआर
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति पर रंगदारी, अभद्रता, गाली-गलौज और जानमाल की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. कोर्ट के आदेश के बाद ललौली पुलिस ने यह कार्रवाई की है, जिसमें उनके निजी सचिव अरविंद भदौरिया और दो अज्ञात व्यक्तियों को भी आरोपी बनाया गया है.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले में राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति पर गंभीर आरोपों का तूफान खड़ा हो गया है. बहुआ कस्बे की 61 वर्षीय रजिया बेगम ने कोर्ट में दी याचिका में आरोप लगाया कि सदस्य ने उनके सौतेले बेटे के साथ मिलकर उनकी दुकान हड़पने की साजिश रची, धमकाया, गाली-गलौज की और एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने अंजू प्रजापति, उनके निजी सचिव अरविंद भदौरिया और दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
कोर्ट के आदेश पर ललौली पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

रंगदारी और धमकी का आरोप, कहा- सादे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए
रजिया बेगम के मुताबिक, सात अगस्त को निजी सचिव अरविंद भदौरिया ने उन्हें कमरे में बुलाया और वहां अभद्रता की. उन्होंने बताया कि उन्हें धमकाया गया कि अगर उन्होंने आयोग सदस्य के कहे अनुसार सादे कागज पर हस्ताक्षर नहीं किए, तो उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा. शिकायत में यह भी कहा गया कि उनसे एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई. रजिया बेगम का कहना है कि यह पूरी साजिश उनके सौतेले बेटे इम्तियाज खान ने रची, जो उनकी दुकान हड़पना चाहता है.
अंजू प्रजापति ने बताया झूठे और राजनीतिक आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला सच्चाई से कोसों दूर है. उन्होंने बताया कि डाक बंगले में आयोग की नियमित शिकायत सुनवाई चल रही थी, तभी कुछ व्यापारी नेता जबरन अंदर घुस आए और महिला के पक्ष में निर्णय देने का दबाव बनाने लगे. अंजू प्रजापति का कहना है कि सरकारी काम में बाधा डालने वाले इन लोगों ने उनके खिलाफ झूठी कहानी रचकर बदनाम करने की कोशिश की है.

तीन दुकानों के मालिकाना हक से जुड़ा विवाद
यह विवाद बहुआ कस्बे की तीन दुकानों के मालिकाना हक को लेकर परिवार के भीतर चल रहे झगड़े से जुड़ा है. रजिया बेगम और उनके सौतेले बेटे इम्तियाज खान के बीच यह विवाद वर्षों से चल रहा है. इसी मामले में राज्य महिला आयोग में सुनवाई चल रही थी. 11 अगस्त 2025 को हुई सुनवाई के दौरान अंजू प्रजापति ने व्यापारी नेताओं अभिनव यादव, अमित शरण बाबी और इरशाद कादरी के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था. उसी विवाद के जवाब में अब रजिया बेगम की ओर से आयोग सदस्य और उनके सहयोगियों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल की गई.
मामले ने पकड़ा कानूनी मोड़, दोनों पक्ष आमने-सामने
अब यह विवाद कानूनी रूप से तेज होता दिख रहा है. एक ओर राज्य महिला आयोग की सदस्य ने व्यापारी नेताओं और विरोधियों के खिलाफ धमकी और बाधा डालने का केस दर्ज कराया, वहीं दूसरी ओर रजिया बेगम ने उनके खिलाफ रंगदारी और अभद्रता का मुकदमा दायर करवाया. पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, और सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी.
