
Fatehpur News: बच्चों की रौनक से चमका बाल दिवस समारोह ! नृत्य, खेल और रचनात्मक गतिविधियों ने जीता दिल
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर स्थित द ओक पब्लिक स्कूल में बाल दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. बच्चों ने नृत्य, गीत, खेल और रचनात्मक गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया. फूड व गेम स्टॉल से बच्चों की रचनात्मकता दिखी. प्राचार्य करिश्मा सिंह और डायरेक्टर रोहिताभ सोलंकी ने बच्चों को शुभकामनाएँ दीं.
Baal Diwas Fatehpur: यूपी के फतेहपुर जिले के शहर में स्थित द ओक पब्लिक स्कूल में इस वर्ष का बाल दिवस बेहद उत्साहपूर्ण और यादगार रहा. स्कूल परिसर बच्चों की हंसी, संगीत, खेल और रंगों से भर उठा. नृत्य, गीत, खेल प्रतियोगिताओं और रचनात्मक गतिविधियों में बच्चों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया. शिक्षकों और प्रबंधन की उपस्थिति में पूरा कार्यक्रम बेहद सफल रहा और अंत में बच्चों को उपहार वितरित किए गए.
रचनात्मकता से भरा दि ओक पब्लिक स्कूल का बाल दिवस

शिक्षकों ने भी बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए पूरे कार्यक्रम को यादगार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. स्कूल परिसर को गुब्बारों, पट्टिकाओं और रंग-बिरंगी सजावट से खूबसूरत तरीके से सजाया गया था जिससे माहौल और भी खुशनुमा बन गया. बालकों के चेहरे पर खुशी और ऊर्जा साफ झलक रही थी जो इस दिन की खासियत को और बढ़ा रही थी.
फूड स्टॉल और गेम स्टॉल ने बच्चों की क्रिएटिविटी को दी नई उड़ान
कार्यक्रम की विशेष आकर्षण बच्चों द्वारा लगाए गए फूड और गेम स्टॉल रहे. इन स्टॉल्स ने न केवल बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ावा दिया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता का अनुभव भी कराया. बच्चों ने खुद से खेलों की व्यवस्था की, टोकन बनाए और विजेताओं के लिए छोटे पुरस्कार भी रखे.
वहीं फूड स्टॉल पर बच्चों ने विभिन्न व्यंजन प्रस्तुत किए जिन्हें देखकर अभिभावक और शिक्षक भी हैरान रह गए. इन गतिविधियों ने बच्चों के भीतर टीम वर्क, प्रबंधन और नवाचार की भावना को मजबूत किया. स्कूल के हर कोने में बच्चों की आवाजें और हंसी की गूंज सुनाई दे रही थी जो इस दिन को और खास बना रही थी.
स्पोर्ट्स मीट में बच्चों ने दिखाया दम, रेस से लेकर बैडमिंटन तक प्रतियोगिताएं
बाल दिवस के मौके पर आयोजित स्पोर्ट्स मीट भी कार्यक्रम का बड़ा आकर्षण रही. बच्चों ने रेस, बैडमिंटन, स्केट्स और अन्य कई खेलों में हिस्सा लेकर अपनी फुर्ती और खेल भावना का बेहतरीन प्रदर्शन किया. खेल मैदान में बच्चों की ऊर्जा देखते ही बनती थी.
शिक्षकों ने न सिर्फ खेल प्रतियोगिताओं का संचालन किया बल्कि बच्चों को लगातार मोटिवेट भी किया. हर खेल में बच्चों ने एक-दूसरे का हौसला बढ़ाया और खेल भावना का पालन किया. स्पोर्ट्स मीट ने छात्रों की शारीरिक क्षमता, अनुशासन और टीम स्पिरिट को उजागर किया जो स्कूल के शिक्षा मॉडल का महत्वपूर्ण हिस्सा है.
प्राचार्य करिश्मा सिंह का संबोधन, बच्चों को दीं प्रेरणादायक शुभकामनाएं
कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य श्रीमती करिश्मा सिंह ने बाल दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिन चाचा नेहरू के बच्चों के प्रति प्रेम को समर्पित है. उन्होंने कहा कि बच्चे राष्ट्र का भविष्य हैं और उनकी प्रतिभा तथा मेहनत ही देश को नई दिशा देती है.
प्राचार्य ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ देते हुए उन्हें पढ़ाई के साथ रचनात्मकता और खेल गतिविधियों में भी सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने शिक्षकों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने बच्चों को इस स्तर की तैयारी के लिए मार्गदर्शन दिया. उनका संबोधन बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा.
डायरेक्टर रोहिताभ सोलंकी ने कहा, शिक्षा के साथ रचनात्मकता और खेल भी जरूरी
डायरेक्टर रोहिताभ सोलंकी ने कहा कि विद्यालय का उद्देश्य बच्चों को केवल पुस्तक आधारित शिक्षा देना नहीं बल्कि उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करना है. उन्होंने कहा कि रचनात्मक गतिविधियाँ, सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
सोलंकी ने बताया कि विद्यालय हमेशा से बच्चों को नई चीजें सीखने, खुद को साबित करने और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता रहा है. कार्यक्रम के अंत में बच्चों को उपहार वितरित किए गए जिसने उनके चेहरों पर मुस्कान भर दी. पूरा आयोजन अत्यंत सफल और यादगार साबित हुआ.
