Parshuram Jayanti 2025: फतेहपुर में परशुराम जयंती महाकुंभ ! उपनयन संस्कार से लेकर सुरेंद्र शर्मा की कविताओं तक, सबकुछ होगा यादगार
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में 30 अप्रैल को भगवान परशुराम जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी. नहर कॉलोनी में उपनयन संस्कार, संतों का प्रवचन, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान की मौजूदगी और सुरेंद्र शर्मा सहित नामचीन कवियों का सम्मेलन आयोजन का आकर्षण होगा

Parshuram Jayanti 2025: यूपी के फतेहपुर में आज यानी कि 30 अप्रैल को नहर कॉलोनी प्रांगण ऐतिहासिक क्षणों का गवाह बनने जा रहा है. भगवान परशुराम जयंती के मौके पर एक भव्य धार्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक महाकुंभ का आयोजन किया गया है. संयोजक और पूर्व ब्लाक प्रमुख राजेंद्र प्रसाद शुक्ला एडवोकेट ने बताया कि यह आयोजन समाज को वैदिक परंपराओं, संस्कृति और राष्ट्रप्रेम से जोड़ने का प्रयास है.
उपनयन संस्कार से होगी शुरुआत, बटुकों को मिलेंगे वेदों के संस्कार
सुबह 8 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत निःशुल्क उपनयन संस्कार से होगी, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों को विधिवत यज्ञोपवीत धारण कराया जाएगा. वैदिक पद्धति से प्रशिक्षित आचार्य मंत्रोच्चार के साथ बच्चों को दीक्षा देंगे.
यह कार्यक्रम नई पीढ़ी को सनातन धर्म की मूल जड़ों से जोड़ने की दिशा में एक सार्थक पहल है. आयोजकों के अनुसार, उपनयन संस्कार के बाद इन बालकों को नियमित रूप से वेद अध्ययन हेतु भी प्रोत्साहित किया जाएगा. यह आयोजन वैदिक परंपरा को पुनर्जीवित करने का अनूठा प्रयास है.
देशभर से आए विद्वानों और संतों का होगा दिव्य उद्बोधन
उपनयन संस्कार के तुरंत बाद शुरू होगा संतों और विद्वानों का उद्बोधन, जिसमें भगवान परशुराम के जीवन, उनके शौर्य, सामाजिक योगदान और धर्म स्थापना के कार्यों पर प्रकाश डाला जाएगा. विद्वान श्रोताओं को बतायेंगे कि परशुराम केवल एक योद्धा नहीं, बल्कि न्याय और धर्म के संरक्षक थे. प्रवचन के दौरान जीवन मूल्यों, नैतिकता और राष्ट्र सेवा जैसे विषयों पर भी गंभीर चर्चा होगी. यह सत्र श्रोताओं को न केवल आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करेगा, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण को भी दृढ़ बनाएगा.
कैबिनेट मंत्री राकेश सचान बनेंगे आयोजन की शान
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान. उनके स्वागत के लिए विशेष पारंपरिक व्यवस्था की गई है, जिसमें आरती, पुष्प वर्षा और तिलक के साथ उनका अभिनंदन किया जाएगा.
राकेश सचान न केवल सरकार की ओर से शुभकामनाएं देंगे, बल्कि परशुराम जैसे चरित्रों से प्रेरणा लेकर युवाओं से समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान भी कर सकते हैं. उनके साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का भी स्वागत-सम्मान किया जाएगा.
कवि सम्मेलन में बहेंगे शब्दों के झरने, सुरेंद्र शर्मा सहित होंगे कई दिग्गज
रात्रि में होने वाला कवि सम्मेलन इस आयोजन का मुख्य सांस्कृतिक आकर्षण होगा. हास्य, वीर रस, श्रृंगार और राष्ट्रभक्ति जैसे विविध रंगों से सजे इस कवि सम्मेलन में सुरेंद्र शर्मा अपनी चिरपरिचित शैली में हास्य की फुहारें छोड़ेंगे. डॉ. हरिओम पवार अपनी गर्जना से श्रोताओं में जोश भरेंगे. वहीं कविता तिवारी राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कविताओं के माध्यम से माहौल को भावुक बना देंगी.
इसके अलावा डॉ. रुचि चतुर्वेदी, विकास बौखल, नीरज पांडे, आकांक्षा बुंदेला, नर कंकाल, डॉ. आभा मधुर श्रीवास्तव, शैलेंद्र मधुर और डॉ. विनय शंकर दीक्षित जैसे नामचीन कवि भी शिरकत करेंगे. यह कवि सम्मेलन एक साहित्यिक पर्व की तरह होगा, जिसमें हर रस का आनंद मिलेगा.
प्रसाद और श्रद्धा का संगम: विशाल भंडारे में उमड़ेगा जनसैलाब
कार्यक्रम में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु एक साथ प्रसाद ग्रहण करेंगे. भंडारे में देशी व्यंजनों के साथ-साथ परंपरागत पकवानों का भी स्वाद मिलेगा. आयोजकों ने बताया कि भंडारे की व्यवस्था में दर्जनों स्वयंसेवक जुटे हुए हैं, ताकि किसी को कोई असुविधा न हो. यह भंडारा केवल भोजन का नहीं, बल्कि श्रद्धा, सेवा और समानता का प्रतीक बनेगा, जहां हर वर्ग, जाति और धर्म के लोग एक साथ पंक्ति में बैठकर प्रसाद पाएंगे.