Fatehpur News: जिसका गम मना चुके थे, वो जिंदा लौट आई ! फतेहपुर में ‘मृत’ महिला की रहस्यमयी वापसी
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में दो साल पहले लापता हुई महिला के केस में पांच लोगों पर अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. अचानक महिला थाने पहुंच गई. जिले की ये घटना सुर्खियों में है जानिए क्या मामला.

Fatehpur News: सोमवार की शाम फतेहपुर के किशनपुर थाने में अफरा-तफरी मची हुई थी. पुलिसकर्मी एक-दूसरे से सवाल कर रहे थे, फाइलें पलटी जा रही थीं, और बाहर खड़े कुछ लोग कानाफूसी कर रहे थे. वजह थी - एक महिला, जिसे दो साल पहले मृत मान लिया गया था, वह खुद चलकर थाने पहुंच गई. "साहब, मैं जिंदा हूं!"–जब महिला ने यह शब्द कहे, तो थाने में सन्नाटा छा गया.
जिस महिला के पति ने उसके अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसके नाम पर गांव में मातम मनाया गया था, जिसकी मौत का इल्जाम गांव के पांच लोगों पर लगा था वही महिला अब सामने खड़ी थी.
दोपहर से गायब, फिर कभी न लौटने वाली कहानी
फतेहपुर की ये कहानी दो साल पहले शुरू हुई थी. किशनपुर थाने (Kishanpur Thana) के एक गांव में रहने वाली एक मजदूर की पत्नी दोपहर के वक्त घर से बाहर निकली और फिर कभी नहीं लौटी. पहले घरवालों ने तलाश की, रिश्तेदारों से पूछताछ हुई, लेकिन जब कुछ पता नहीं चला तो मामला पुलिस तक पहुंचा.
पति का कहना था, "मेरी पत्नी को गांव के ही पांच लोगों ने अगवा कर लिया और उसकी हत्या कर दी" उसने फकुली यादव, दीपू यादव, चेला यादव, सुनील आरख और भौनापुर निवासी शिव बालक पर आरोप लगाए थे.
पुलिस ने पहले इस केस को ज्यादा तवज्जो नहीं दी, लेकिन जब मामला कोर्ट तक पहुंचा, तो 30 दिसंबर 2024 को अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज करना पड़ा. गांव में इन पांचों लोगों को हत्यारा समझा जाने लगा. लोग उन्हें घूरकर देखने लगे, दबी आवाज़ में बातें होने लगीं. उनके घरों में सन्नाटा था, परिवार के लोग डर से बाहर नहीं निकलते थे.
और फिर कहानी ने ली ऐसी करवट, जो किसी ने सोची नहीं थी...
गांव में यह केस अब दब चुका था. सबने मान लिया था कि महिला अब इस दुनिया में नहीं रही. पुलिस अपनी जांच में लगी थी और आरोपियों को पकड़ने की तैयारी कर रही थी. लेकिन सोमवार की शाम अचानक कहानी ने यू-टर्न ले लिया. थाने के अंदर घुसी एक महिला सीधे थानेदार की टेबल तक पहुंची और कहा,"मैं जिंदा हूं, मुझे किसी ने नहीं मारा"
थाने में बैठे पुलिसकर्मियों को पहले तो यकीन ही नहीं हुआ. सब एक-दूसरे की तरफ देखने लगे, फिर महिला की तरफ. वही चेहरा, वही शक्ल, वही हावभाव. जिस महिला को मरा हुआ मान लिया गया था, वह सामने खड़ी थी.
"तुम...तुम जिंदा हो?" थानेदार ने अविश्वास से पूछा
थानेदार दिवाकर सिंह ने महिला ने पूंछा तुम जिंदा हो, उसने सिर हिलाते हुए कहा हां साहब मैं जिंदा हूं. पुलिसकर्मी फौरन हरकत में आ गए. उसे मेडिकल के लिए भेजा गया, और सभी आरोपियों को तुरंत थाने बुला लिया गया. गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई.
लोग घरों से बाहर निकल आए, कुछ थाने की ओर दौड़ पड़े. पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है और पता लगाया जा रहा है कि महिला इतने दिन कहां रही और उसके साथ क्या हुआ? वहीं कुछ जानकार बताते हैं कि महिला अपने जेवर लेकर फकुली यादव के साथ कहीं चली गई थी लेकिन कानूनी तिकड़म के डर से उसने वापसी की है.