फतेहपुर मास्टर प्लान 2031: बांदा-सागर रोड, लखनऊ और भिटौरा बाईपास बनेगा विकास का नया केंद्र ! बदल जाएगा आपका शहर

Fatehpur News In Hindi
फतेहपुर के सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान 2031 लागू होने जा रहा है. बांदा-सागर रोड, लखनऊ और भिटौरा बाईपास को तीन प्रमुख विकास क्षेत्रों के रूप में चुना गया है. यहां टाउनशिप, उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी आधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा.
Fatehpur Master Plan 2031: यूपी के फतेहपुर शहर का चेहरा बदलने वाला मास्टर प्लान 2031 तैयार हो चुका है. योजना में बांदा-सागर रोड, लखनऊ और भिटौरा बाईपास को मुख्य विकास केंद्र बनाया गया है. यहां स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा, उद्योग, पार्क और परिवहन जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं के लिए जमीन चिन्हित की गई है.
मास्टर प्लान 2001 से 2031 तक आवासीय क्षेत्र में बड़ा विस्तार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मास्टर प्लान 2001 में फतेहपुर का आवासीय क्षेत्रफल 710.32 हेक्टेयर था, लेकिन 2031 की नई योजना में इसे 1200 हेक्टेयर से अधिक कर दिया गया है. इससे नगर का कुल क्षेत्रफल लगभग 1910 हेक्टेयर तक पहुंच गया है.
योजना के तहत 200.13 हेक्टेयर में एकीकृत टाउनशिप तैयार की जाएगी, जिसमें करीब 60 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था होगी. बताया जा रहा है कि ये टाउनशिप सभी सुविधाओं से युक्त होगी.
ये 10 गांव होंगे टाउनशिप का हिस्सा
हाईवे कॉरिडोर से बढ़ेगा उद्योग और रोजगार
बांदा-सागर रोड, लखनऊ और भिटौरा बाईपास पर यातायात सुगम होने से उद्योग लगाने के इच्छुक उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा. इसके लिए फ्रेट कॉरिडोर और फैसिलिटी कॉरिडोर विकसित किए जाएंगे. फ्रेट कॉरिडोर हाईवे किनारे ट्रांसपोर्ट नगर की तरह होगा, जिसमें गोदाम और माल ढुलाई की सुविधाएं होंगी. फैसिलिटी कॉरिडोर में खाने-पीने, पेट्रोल पंप, दुकानें और यातायात सेवाएं उपलब्ध होंगी.
पर्यावरण संरक्षण और हरियाली पर जोर
मास्टर प्लान में पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं. शहर में बड़े पैमाने पर पार्क और हरित पट्टियां विकसित की जाएंगी. साथ ही पौधरोपण के लिए पर्याप्त क्षेत्रफल आरक्षित रखा गया है, ताकि शहरवासियों को प्रदूषण मुक्त और स्वस्थ वातावरण मिल सके.
अवैध निर्माण और बेतरतीब विकास पर रोक
जिले में बिना स्वीकृत ले-आउट के कई अवैध कॉलोनियां और मकान बनने से बेतरतीब विकास हुआ है. मास्टर प्लान 2031 के तहत नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने आसपास के 10 गांवों को जोड़कर सुनियोजित टाउनशिप तैयार करने की योजना बनाई है, जिससे भविष्य में अव्यवस्थित निर्माण पर नियंत्रण पाया जा सके.
जानिए क्या कहा प्रशासन ने और क्या है प्रतिबद्धता?
जिलाधिकारी रवीन्द्र सिंह (IAS Ravinder Singh) ने मीडिया से कहा कि मास्टर प्लान 2031 से शहर का संतुलित विकास सुनिश्चित होगा. आवास, उद्योग और पर्यावरण के लिए अलग-अलग क्षेत्र निर्धारित हैं और योजना के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन पर जोर दिया जाएगा, ताकि फतेहपुर आने वाले वर्षों में एक मॉडल शहर के रूप में उभर सके.