Fatehpur News: फतेहपुर के बंद मकान में इनकी हुई थी हत्या ! मर्डर का रहस्य बरकरार, जांच में जुटी पुलिस
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में बंद मकान से ई-रिक्शा चालक महेंद्र सिंह (50) की सड़ी-गली लाश मिलने से सनसनी फैल गई. गर्दन में चाकू घोंपा गया था. भाई और बेटे ने पहचान की. पुलिस जांच करते हुए हत्यारे को पकड़ने का प्रयास कर रही है.

Fatehpur Pani Murder Case: यूपी के फतेहपुर में पनी मोहल्ले में रविवार को सनसनी फैल गई जब एक बंद मकान से तेज दुर्गंध उठी और पुलिस को बुलाया गया. जिला प्रशासन की मौजूदगी में दरवाजा तोड़कर जब पुलिस अंदर दाखिल हुई तो स्टोर रूम में एक व्यक्ति की सड़ी-गली लाश मिली जिसकी गर्दन में चाकू घोंपा गया था.
अब मृतक की पहचान ई-रिक्शा चालक महेंद्र सिंह (50) के रूप में हो गई है. लेकिन इस वारदात ने जहां हत्या की गुत्थी को जन्म दिया है, वहीं वारदात को किसने और क्यों अंजाम दिया इसकी जांच जारी है.
एक महीने पहले ससुराल आया था महेंद्र, 15 मई से लापता
मूल रूप से थाना कल्याणपुर के गांव मौहार निवासी महेंद्र सिंह उर्फ पम्मू अपनी पत्नी राखी सिंह, बेटे राजबीर और बेटी के साथ एक माह पहले कालिकन रोड, अहमदगंज स्थित ससुराल आया था.
शव की हुई शिनाख्त, कपड़े और चोट के निशान से मिली पुष्टि
रविवार को जब पुलिस ने मकान का ताला तोड़ा और सड़ा-गला शव बरामद किया, तो उसके चारो ओर हड़कंप मच गया. महेंद्र के भाई रामू सिंह और बेटे राजबीर ने कपड़ों, माथे की गांठ और हाथ में बंधी पट्टी से शव की पहचान की. उन्होंने पुलिस को बताया कि यह शव महेंद्र का ही है. शव कई दिन पुराना लग रहा है और हालत बेहद खराब थी.
लल्लू और जमील के विरोधाभास से सुलझ सकती है तीसरी गुत्थी?
जिस मकान से शव मिला वह पिछले कुछ समय से बंद पड़ा था. पुलिस जांच में सामने आया कि यह मकान पहले लल्लू सोनी का था, जिसने दावा किया कि उसने मकान पड़ोसी जमील अहमद को बेच दिया है. लेकिन जमील का कहना है कि चाबी अब भी लल्लू के पास ही रहती थी.
यही नहीं, लल्लू ने यह भी कहा कि वह अब ज्वालागंज में अपने बेटे के साथ रहता हैं, जबकि पड़ोसियों का कहना है कि लल्लू और उनका बेटा सूरज इसी मकान में रहते थे और 3-4 दिन पहले ही ताला बंद किया गया था. पुलिस इस विरोधाभास की भी गहन जांच करते हुए तीसरी गुत्थी सुलझाने में लगी है.
शांतिनगर से रिक्शा, अयोध्या कुटी से अंगौछा मिला
पुलिस को जांच के दौरान महेंद्र का ई-रिक्शा शांतिनगर में और उसका अंगौछा अयोध्या कुटी से मिला. इससे आशंका गहराई है कि हत्या के बाद शव को छिपाने के लिए यहां लाया गया और मकान में बंद कर दिया गया.
आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली जा रही है ताकि सुराग मिल सके. कुछ जानकार ये बताते हैं कि इसमें किसी व्यक्ति को फंसाने के लिए शव को यहां रखा गया है.
सीओ बोले- जल्द करेंगे खुलासा
सीओ सुशील कुमार दुबे ने मीडिया को बताया कि हत्या की जांच तेजी से चल रही है. कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से अहम साक्ष्य इकट्ठा किए हैं. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही हत्या की वजह और आरोपी का नाम सामने आ जाएगा.