Fatehpur Lekhpal News: फतेहपुर की तहसीलों में लेखपालों के भ्रष्टाचार के खिलाफ हिंदू महासभा का प्रदर्शन, दिया अल्टीमेटम
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) जिले में तहसीलों में बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर मंगलवार को हिंदू महासभा ने जोरदार प्रदर्शन किया. सदर तहसील में चार घंटे तक धरना देने के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया. मुख्य मांग लेखपालों के अवैध अड्डों को हटाने और ड्रेस कोड लागू करने की रही. संगठन ने शासन को एक महीने का अल्टीमेटम दिया है.

Fatehpur Lekhpal News: यूपी के फतेहपुर जिले की तहसीलों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ हिंदू महासभा ने मंगलवार को सड़क से सदर तहसील तक हुंकार भरी. संगठन ने पटेल नगर से सदर तहसील तक पैदल मार्च निकालकर लेखपालों की अवैध वसूली, बैठकी अड्डों और प्राइवेट दलालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. सदर तहसील परिसर में चार घंटे धरना देने के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए एक माह में सुधार न होने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी गई.
भ्रष्टाचार के खिलाफ हिंदू महासभा ने खोला मोर्चा
फतेहपुर (Fatehpur) की सड़कों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आक्रोश साफ नजर आया. हिंदू महासभा ने पटेल नगर से लेकर सदर तहसील तक पैदल मार्च निकाला. बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध नारेबाजी करते रहे.
मार्च के बाद तहसील परिसर में चार घंटे तक शांतिपूर्ण धरना दिया गया. धरने के समापन पर एसडीएम सदर को ज्ञापन सौंपकर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मांग उठाई गई. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर एक माह में व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा.
लेखपालों के अड्डों पर सबसे ज्यादा नाराजगी
लेकिन इसके बावजूद वे बाहर अवैध रूप से अड्डा बनाकर बैठते हैं और वहीं से काम के नाम पर वसूली का धंधा चलाते हैं. हिंदू महासभा की मांग है कि सभी लेखपालों को तयशुदा हाल में बैठने का निर्देश दिया जाए ताकि पारदर्शिता बनी रहे.
ड्रेस कोड और नेम प्लेट की मांग उठी
धरने के दौरान सौंपे गए ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि सभी लेखपालों के लिए अनिवार्य रूप से ड्रेस कोड लागू किया जाए. संगठन के काशी प्रांत के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज त्रिवेदी ने कहा कि तत्कालीन डीएम राजीव रौतेला के दौरान लेखपालों को ड्रेस कोड दिया गया था, तब काली पैंट और सफेद शर्ट लेखपालों की ड्रेस थी, जिससे आम जनता उन्हें दूर से पहचान लेती थी. उसी तरह अब भी स्पष्ट पहचान के लिए ड्रेस कोड और नेम प्लेट दोनों अनिवार्य किए जाएं. इससे फर्जी लोगों की पहचान में आसानी होगी और पारदर्शिता बढ़ेगी.
प्राइवेट कर्मचारियों के जरिए हो रही अवैध वसूली
मनोज त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि जिले की कई तहसीलों में तैनात लेखपालों ने अपने निजी कर्मचारी रखे हुए हैं. ये कर्मचारी लोगों से काम के बदले पैसों की डीलिंग करते हैं और बिना रिश्वत के किसी का भी काम नहीं किया जाता है.
उन्होंने कहा कि सरकार भले ही जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही हो, लेकिन भ्रष्ट लेखपालों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. इन भ्रष्ट तंत्रों की वजह से आम जनता को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बिंदकी तहसील में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया लेखपाल
सदर तहसील में एक ओर हिंदू महासभा का प्रदर्शन हो रहा था दूसरी ओर बिंदकी तहसील में तैनात लेखपाल सीताराम को प्रयागराज (Prayagraj) की एंटी करप्शन टीम (Anti Corruption Team) ने पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया.
टीम ने उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया और कल्याणपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई. इसके बाद जिला प्रशासन ने उसे सस्पेंड कर दिया. यह मामला जिले के अन्य लेखपालों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है और हिंदू महासभा के आरोपों को मजबूती देता है.