
Jagannath Temple In UP: फतेहपुर में बनेगा प्रदेश का पहला जगन्नाथ मंदिर ! पुरी की तर्ज पर होगा निर्माण, 2 नवंबर को होगा भूमि पूजन
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में अब श्रद्धालुओं को ओडिशा के जगन्नाथ पुरी जैसा अनुभव मिलेगा. शहर के रामगंज स्थित पक्का तालाब परिसर में लगभग 7 करोड़ की लागत से जगन्नाथ पुरी मंदिर की शैली में प्रदेश का पहला जगन्नाथ मंदिर बनेगा. भूमि पूजन 2 नवंबर को होगा जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे.
Jagannath Temple In UP: यूपी के फतेहपुर शहर के रामगंज स्थित पक्का तालाब परिसर में अब श्रद्धालु ओडिशा के जगन्नाथ पुरी जैसा आध्यात्मिक अनुभव ले सकेंगे. यहां प्रदेश का पहला जगन्नाथ मंदिर ओडिशा के पुरी मंदिर की स्थापत्य शैली और वास्तुकला के अनुरूप तैयार किया जा रहा है. करीब सात करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह मंदिर 2 नवंबर को भूमि पूजन के साथ अपनी भव्य यात्रा शुरू करेगा.
फतेहपुर में बनेगा प्रदेश का पहला जगन्नाथ मंदिर

सात करोड़ की लागत से तैयार होगा भव्य मंदिर
करीब सात करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह मंदिर न सिर्फ स्थापत्य कला का उत्कृष्ट नमूना होगा, बल्कि जिले की धार्मिक पहचान को भी मजबूत करेगा. इस मंदिर में 22 सीढ़ियां और चार द्वार होंगे—सिंह, अश्व, व्याप्त और हस्ति द्वार—जो चारों युगों का प्रतीक माने जाते हैं. निर्माण कार्य बैंगलुरू की एक प्रतिष्ठित कंपनी को सौंपा गया है, जो इसे 18 महीनों में पूरा करेगी.
मंदिर परिसर में होंगे आकर्षक धार्मिक और पर्यटन स्थल
मंदिर का गर्भगृह भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन के लिए समर्पित होगा. इसके साथ भगवान शंकर, माता पार्वती और गणेश की प्रतिमाएं भी स्थापित की जाएंगी. मुख्य द्वार पर पत्थर के दो विशाल शेर आकर्षण का केंद्र होंगे. परिसर में सत्संग हॉल, प्रसाद वितरण केंद्र, चिल्ड्रन पार्क और फूलों का गार्डन भी बनाया जाएगा. यह स्थान धार्मिक केंद्र के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.

संतोष तिवारी और जगतगुरु रामानंदाचार्य की प्रेरणा से साकार हुआ सपना
मंदिर निर्माण की प्रेरणा जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी से मिली है, जबकि इस परियोजना के सूत्रधार भाजपा के वरिष्ठ नेता संतोष तिवारी हैं. उन्होंने बताया कि भगवान जगन्नाथ के प्रति उनकी विशेष आस्था है और वे वर्षों से इस मंदिर के निर्माण के प्रयास में जुटे थे. उन्होंने कहा कि कानपुर के बेहटा और बनारस में भी भगवान जगन्नाथ के मंदिर हैं, लेकिन कोई भी मंदिर पुरी के जगन्नाथ मंदिर की स्थापत्य शैली पर नहीं बना है. इसी वजह से फतेहपुर का यह मंदिर प्रदेश का पहला “पुरी शैली” जगन्नाथ मंदिर कहलाएगा.
जनसहयोग से बनेगा भव्य मंदिर, भूमि पूजन 2 नवंबर को
भिटौरा ब्लॉक प्रमुख अमित तिवारी ने बताया कि भूमि पूजन 2 नवंबर को जगतगुरु रामानंदाचार्य महाराज के आशीर्वाद से संपन्न होगा. शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा. उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ जी की प्रेरणा से ही यह कार्य प्रारंभ हो रहा है और इसे पूरी तरह जनसहयोग से पूरा किया जाएगा. मंदिर का उद्देश्य न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन विकास को भी बढ़ावा देना है.
