Fatehpur Ramroop Case: फतेहपुर में थाना प्रभारी सहित कई पुलिस कर्मियों पर FIR ! युवक ने की थी आत्महत्या
फतेहपुर में पुलिस कर्मियों पर एफआईआर
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में पुलिस प्रताड़ना से तंग युवक की आत्महत्या मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी थरियांव सहित हसवा चौकी के पुलिस कर्मियों पर FIR दर्ज की कई है. मृतक के पिता और परिजनों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने न्याय की मांग करते हुए जिले में प्रदर्शन किया था.
Fatehpur Ramroop Case: यूपी के फतेहपुर में पुलिस प्रताड़ना से क्षुब्ध रामरूप (20) नाम के युवक ने विगत 28 जनवरी को पेड़ से लटककर आत्महत्या (Suicide) कर ली थी जिसके बाद परिजनों सहित मानपुर के ग्रामवासियों ने गुरुवार को शहर की नहर कालोनी में जमकर प्रदर्शन करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए देर रात तत्कालीन थाना प्रभारी प्रवीण सिंह सहित हसवा चौकी के पुलिस कर्मियों के विरुद्ध FIR दर्ज की गई.
वीडियो वायरल होने के बाद सच्चाई आई समाने
पुलिस प्रताड़ना से क्षुब्ध रामरूप ने मरने से पहले एक वीडियो बनाकर अपनी आप बीती बताई थी. लेकिन अंतिम संस्कार के पहले किसी ने उसका ये वीडियो नहीं देखा. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि घबराए हुए रामरूप कैसे अपनी व्यथा बता रहा है. युवक कहता है की पुलिस द्वारा उसे मारा पीटा गया उससे पैसे मांगे गए जिससे वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया है. वीडियो वायरल होने के बाद चारो ओर हड़कंप मच गया. आनन फानन में थरियांव थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया.
रामरतन हत्याकांड से जोड़ा जा रहा था रामरूप को
फतेहपुर के थरियांव (Thariaon) थाना क्षेत्र के सेमरा गांव में लगभग दो महीने पहले बुजुर्ग रामरतन की हत्या हो गई थी जिसकी पुलिस लगातार छानबीन में लगी थी. जानकारी के मुताबिक कई संदिग्धों को पुलिस ने पूछताछ के लिए पकड़ा फिर जोड़ दिया. सूत्रों का कहना है कि थरियांव पुलिस ने इस हत्याकांड से लाखों की कमाई भी की. रामरतन हत्याकांड को लेकर थरियांव पुलिस ने हुसैनगंज (Husenganj) थाना क्षेत्र के मानपुर निवासी रामरूप को भी थाने लेकर आई थी.
आपको बतादें कि सेमरा और मानपुर दोनों गांव अगल बगल हैं लेकिन मानपुर हुसैनगंज थाना क्षेत्र में है. रामरूप के पिता अनोखेलाल की तहरीर के अनुसार उनका पुत्र बाहर रहकर काम करता था जो जनवरी में गांव आया था जिसको 27 जनवरी को सुबह पुलिस पकड़ कर थाने ले गई और उसको शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया साथ ही जबरन उसे जुर्म कबूल करने की धमकी भी गई और पैसों की मांग की गई. अनोखेलाल कहते हैं की मेरे बेटे को उस दिन देर शाम छोड़ दिया गया और दोबारा 29 जनवरी को आने की बात कही गई.
पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर रामरूप ने 28 जनवरी को सुबह गांव के बाहर पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली गई. हुसैनगंज को जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा अंतिम संस्कार कर दो. तहरीर के अनुसार अनोखेलाल और उनके परिजन जब अंतिम संस्कार के बाद घर आए और रामरूप का मोबाइल देखा तो मरने से पहले का उसका वीडियो मिला जिसमें उसने पुलिस प्रताड़ना की बात कही है.
बताया जा रहा है रामरूप का वीडियो देखते ही देखते सोसल मीडिया में वायरल हो गया और समाजवादी पार्टी ने भी सरकार की पुलिस पर सवाल उठाए जिससे आनन फानन में फतेहपुर पुलिस ने थरियांव थाना प्रभारी प्रवीण सिंह को लाइन हाजिर कर दिया लेकिन परिजन पुलिस की इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थे और लगातार पुलिस कर्मियों पर FIR करते हुए सीबीआई जांच की मांग करते रहे. गुरुवार को परिजनों और ग्रामीणों ने शहर की नहर कालोनी में जमकर प्रदर्शन भी किया.
फतेहपुर पुलिस ने दर्ज की पुलिस कर्मियों पर एफआईआर
फतेहपुर पुलिस की किरकिरी होते देख गुरुवार देर रात तत्कालीन थरियांव थाना प्रभारी प्रवीण सिंह समेत हसवा चौकी के पुलिस कर्मियों के ऊपर आत्महत्या के लिए उकसाने (306) के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच इंस्पेक्टर हेमंत कुमार मिश्रा को सौंप दी गई. जानकारों की माने तो पुलिस जांच में बड़ा खेल कर सकती है. थरियांव थाना प्रभारी रहे प्रवीण सिंह का कार्यकाल लगातार विवादों में भी रहा है.