Fatehpur News: फतेहपुर जिले के इस ब्लॉक में बन रहे हैं आयुष्मान कार्ड ! गांव-गांव पहुंच रही है टीम, इस तारीख तक मौका

Fatehpur News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के देवमई ब्लॉक में 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र बुजुर्गों के कार्ड बनाए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर कैंप लगा रही है ताकि 60 वर्ष से अधिक उम्र के पात्र लोगों को इस योजना का लाभ मिल सके.
Fatehpur News: फतेहपुर के देवमई ब्लॉक में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान में 60 वर्ष या अधिक उम्र के लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं. 5 अक्टूबर से शुरू हुआ यह अभियान 10 अक्टूबर तक चलेगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर कैंप लगाकर पात्र बुजुर्गों को इस योजना से जोड़ रही है ताकि कोई भी वरिष्ठ नागरिक छूट न जाए.
देवमई ब्लॉक के 20 से अधिक ग्राम पंचायतों में अभियान

प्रमिला त्रिपाठी ने दी अभियान की विस्तृत जानकारी
जिला पुरुष अस्पताल में कार्यरत प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की आरोग्य मित्र प्रमिला त्रिपाठी ने बताया कि यह अभियान 10 अक्टूबर तक जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम रोजाना अलग-अलग ग्राम पंचायतों में कैंप लगा रही है ताकि हर पात्र व्यक्ति को योजना का लाभ मिल सके. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने दस्तावेजों के साथ कैंप में जरूर पहुंचे और कार्ड बनवाएं.
इन दस्तावेजों से बन रहा है आयुष्मान कार्ड
60 वर्ष से कम उम्र के नहीं बनेंगे कार्ड
इस विशेष अभियान में केवल 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों के ही कार्ड बनाए जा रहे हैं. प्रमिला त्रिपाठी ने बताया कि 60 वर्ष से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति का कार्ड नहीं बनाया जा रहा और न ही किसी मौजूदा कार्ड में नए सदस्य जोड़े जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस अभियान में सरकार का उद्देश्य बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा देकर उनकी सेहत की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
योजना से मिल रहा है गरीबों को स्वास्थ्य सुरक्षा का भरोसा
आयुष्मान भारत योजना गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के तहत पात्र परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलता है. देवमई ब्लॉक में चल रहे इस अभियान से सैकड़ों बुजुर्गों को लाभ मिलने की उम्मीद है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अधिक से अधिक लोगों को योजना से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं.