
Crime In UP: राजकुमारी से प्रेम फिर हत्या ! गंगा के उफान में बह गए चार साल, ऐसी वारदात जिसने न्याय को कटघरे में खड़ा कर दिया
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में इश्क शादी और हत्या का ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने न्याय व्यवस्था पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया. घटना में कोर्ट के आदेश के पर चार साल बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. वारदात हुसैनगंज और सदर कोतवाली क्षेत्र से जुड़ी है. पुलिस हत्या में शामिल पति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

फतेहपुर में इश्क शादी और हत्या का सनसनीखेज खुलासा
यूपी (UP) के फतेहपुर (Fatehpur) में प्रेम प्रसंग और अंतर्जातीय विवाह के बाद महिला की हत्या का पटाक्षेप हुआ है. मामले में लड़की के परिजनों को चार साल तक न्याय की चौखट में नाक रगड़नी पड़ी. हुसैनगंज क्षेत्र में पनपा इश्क सामूहिक विवाह से गुजरता हुआ शहर आ पहुंचा फिर घरेलू कलह से होते हुए उफनाई गंगा में समा गया.
सिस्टम का तिकड़म और टैंपो के शोर में परिजनों की आवाज़ दब गई लेकिन जज़्बा कम नहीं हुआ. जानिए राजकुमारी पासवास हत्याकांड की सनसनीखेज कहानी जिसमें पति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
फतेहपुर की ऐसी राजकुमारी जिसका प्रेम परवान चढ़ा लेकिन मुकाम गंगा तक पहुंचा
प्रेम प्रसंग के संबंधों में कई बार ऐसे मौके सामने आते हैं जिन्हें सुन लोग सोचनें पर मजबूर हो जाते हैं. मामला हुसैनगंज क्षेत्र के महादेवन का पुरवा का है जहां के रहने वाले सत्यप्रकाश लोधी को बादलपुर की राजकुमारी पासवान से प्रेम हो जाता है.
प्रेम परवान चढ़ा और बात शादी तक पहुंच गई लेकिन गैर बिरादरी के चलते सत्यप्रकाश के परिजन खुश नहीं थे. बताया जा रहा है कि नाराजगी के बाउजूद दोनों ने 24 अप्रैल 2018 को सामूहिक विवाह से शादी कर ली उसके बाद कुछ दिन सत्यप्रकाश अपनी ससुराल में रहा लेकिन परिवार की जिम्मेदारी ने उसे शहर जाने को मजबूर कर दिया.

दोनों सदर कोतवाली क्षेत्र के बस्तापुर में रहने लगे. जीविकोपार्जन के लिए सत्यप्रकाश टैंपो चलाने लगा. अचानक सितंबर 2019 में राजकुमारी गायब हो गई. मायके पक्ष वाले जब लड़की के खाल ख़बर लेने पहुंचे तो सत्यप्रकाश ने कहीं चले जाने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया.
चार साल तक पुलिस के चक्कर काटते रहे राजकुमारी के परिजन
दामाद की बात से असंतुष्ट परिजन कोतवाली के चक्कर काटते रहे लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करना जरूरी नहीं समझा. परेशान परिजन अपनी बिटिया को चारो ओर ढूंढते रहे. उनकी बातों को ना तो पति सुन रहा था ना ही पुलिस अंत में उन्हें कोर्ट का सहारा लेना पड़ा. बताया जा रहा है कि कोर्ट के आदेश के बाद फरवरी 2024 में एफआईआर दर्ज की गई.
पुलिस की पूछताछ में पति ने बताई हत्या की असली वजह
फतेहपुर की सदर कोतवाली में कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी पड़ी और आरोपियों को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की गई. बताया जा रहा है कि शनिवार 23 मार्च को पुलिस ने हत्यारे पति सत्यप्रकाश (28) पुत्र मोहनलाल निवासी महादेवनपुर थाना हुसैनगंज. अखिलेश कुमार (35) पुत्र शीतला प्रसाद नाई निवासी हैदरपुर इटौली थाना हुसैनगंज और उत्तम ठाकुर (55) पुत्र स्व० रामशरण सिंह निवासी आलमपुर नरही थाना हुसैनगंज को पकड़ लिया.
थाना कोतवाली पर पंजीकृत हत्या के अभियोग का सफल अनावरण करते हुए 03 नफर अभियुक्तगण को किया गया गिरफ्तार, कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 अदद टार्च की बरामदगी के संबंध में #Addllspfhr द्वारा दी गयी बाइट।#UPPolice pic.twitter.com/qoW2z7A4T2
— FATEHPUR POLICE (@fatehpurpolice) March 24, 2024
जानकारी के मुताबिक सत्यप्रकाश ने पुलिस को बताया कि पत्नी राजकुमारी की घरेलू कलह के चलते उसकी गला दबाकर हत्या कर दी फिर अपने साथियों के साथ उसके शव को टैंपो में रखकर भिटौरा के पास गंगा नदी में फेंक दिया. आरोपी पति पुलिस से कहता है कि तारीख मुझे याद नहीं लेकिन ये जरूर ध्यान है कि उस समय सावन का महीना था और गंगा नदी काफी उफान पर थीं. पुलिस की ऐसी कार्यशैली के चलते राजकुमारी के परिजन उसको अंतिम बार देख तक ना सके.