
Fatehpur News: फतेहपुर में छात्रा ने नहीं किया होमवर्क ! शिक्षक ने बेरहमी से पीटा, टूट गया हांथ, पुलिस से शिकायत
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में होमवर्क पूरा न होने पर कक्षा आठ की छात्रा को शिक्षक ने इतना पीटा कि उसका दाहिना हाथ ही टूट गया. पानी की टंकी के प्लास्टिक पाइप से किए गए वारों से गंभीर चोट आई. जिला अस्पताल ने भर्ती करने से मना किया तो परिजन ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया और पुलिस में शिकायत दी.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले से शिक्षा के नाम पर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. कक्षा आठ की छात्रा ने होमवर्क पूरा नहीं किया तो शिक्षक ने अमानवीयता की हद पार करते हुए उसे बेरहमी से पीट दिया. दाहिने हाथ की गदेली पर 25 से 30 बार प्लास्टिक पाइप से मारा गया. इससे हाथ में भारी सूजन और अंदरूनी चोट आ गई. नतीजतन डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी है और परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं.
शिक्षक की बेरहम पिटाई से छात्रा का हांथ टूटा

हांथ में लगातार वार किया गया जिससे हांथ का पूरा हिस्सा सूज गया और लड़की दर्द से चीखती रही. जानकारी मिलने पर परिवार के लोग उसे लेकर जिला अस्पताल ले गए जहां से उसे रैफर कर दिया गया. परिजन उसे लेकर निजी नर्सिंग होम चले गए. डॉक्टरों के अनुसार हाथ में अंदरूनी फ्रैक्चर और मसल डैमेज की आशंका है.
छात्रा को बेहरमी से मारने से परिजन नाराज, शिक्षक ने की अभद्रता
घटना के बाद जब दर्द और सूजन बढ़ी तो मां सोनी ने बुधवार को नौशीन को लेकर स्कूल पहुंचकर शिक्षक से जवाब मांगा. लेकिन सुधार या खेद व्यक्त करने के बजाय शिक्षक ने अभद्रता करते हुए उन्हें स्कूल से भगा दिया. इससे परिजन और ग्रामीण नाराज हो गए और स्कूल में हंगामा होने लगा.
परिजनों का कहना है कि जिस शिक्षक को बच्चों को समझाने और शिक्षा देने का जिम्मा दिया गया वही बच्ची की जिंदगी को खतरे में डालने पर उतारू हो गया. बावजूद इसके शिक्षक की ओर से न कोई माफी मांगी गई और न ही इलाज में सहयोग किया गया. यह सब देखकर परिजनों ने कानूनी कार्रवाई का फैसला किया.
पुलिस में शिकायत, जांच में जुटा प्रशासन
मां सोनी पत्नी याकूब अहमद ने हसवा चौकी में शिकायती पत्र देकर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. चौकी प्रभारी अरुण कुमार ने शिकायत मिलते ही जांच के आदेश दिए हैं. वहीं ग्रामीण भी इस मामले में दोषी शिक्षक पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
परिवार का कहना है कि जब होमवर्क पूरा न होने पर इतनी कड़ी सजा मिल सकती है तो शिक्षक का व्यवहार बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ जैसा है. प्रशासन की जांच में यह भी सामने लाया जा रहा है कि विद्यालय में बच्चों के साथ किस तरह का व्यवहार होता है और क्या पहले भी ऐसी शिकायतें आई हैं या नहीं.
निजी अस्पताल में भर्ती, गुरुवार को ऑपरेशन की तैयारी
जिला अस्पताल से रैफर होने के बाद परिजन छात्रा को शहर के एक निजी नर्सिंग होम ले गए. यहां सर्जन डॉ. प्रशांत साहू ने जांच की और बताया कि हाथ की हड्डी में गंभीर चोट है. समय पर ऑपरेशन नहीं किया गया तो इंफेक्शन फैलने का खतरा है और हाथ सड़ भी सकता है.
ऐसी स्थिति में बच्ची का भविष्य प्रभावित हो सकता है. डॉक्टर ने तुरंत सर्जरी की तैयारी शुरू कर दी और गुरुवार को ऑपरेशन किए जाने की जानकारी दी. मां सोनी का कहना है कि उनके पास इलाज का खर्च उठाने के लिए पैसे नहीं हैं फिर भी वह किसी भी हाल में बेटी को बचाना चाहती हैं.
