Fatehpur Rain News: फतेहपुर में 10 मिनट की तेज बारिश ने खोल दी नगर पालिका की पोल, जलभराव से तबाह हुए मोहल्ले
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर में मंगलवार को महज 10 मिनट की तेज बारिश ने नगर पालिका की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी. शहर की मुख्य सड़कों से लेकर मोहल्लों तक पानी भर गया. नालों की सफाई के नाम पर हर साल लाखों खर्च होने के बावजूद जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल नजर आई.

Fatehpur Rain News: यूपी के फतेहपुर शहर में मंगवार को दोपहर बाद हुई करीब 10 मिनट की तेज बारिश ने नगर पालिका की तैयारियों की सच्चाई उजागर कर दी. बारिश के कुछ ही मिनटों में मुख्य सड़कें और गालियां जलमग्न हो गईं. मोहल्लों में घरों तक पानी पहुंच गया. हर साल लाखों की लागत से नालों की सफाई के दावे करने वाली नगर पालिका एक बार फिर फेल साबित हुई.
आबूनगर रोड से लेकर कचहरी तक सड़कें बनी नदी
बारिश के कुछ ही पलों में आबूनगर रोड से गजविलास तक की सड़कें पानी में डूब गईं. वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. पैदल चलना मुश्किल हो गया और बाइक सवारों को बीच सड़क में फंसना पड़ा. कचहरी परिसर भी पूरी तरह जलमग्न हो गया, जिससे वकीलों और आम जनता को कोर्ट परिसर में पहुंचने में खासी दिक्कत हुई. पानी की निकासी ना होने से हालात और बिगड़ते गए.
रानी कॉलोनी और डीपी सिंह इंटर कॉलेज के पास घरों में घुसा पानी
बारिश के बाद सबसे ज्यादा खराब स्थिति रानी कॉलोनी और डीपी सिंह इंटर कॉलेज के पास देखने को मिली. यहां जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण घरों में पानी घुस गया.
पार्क गली, बस स्टैंड और बाजार में भरा पानी
बारिश के दौरान पार्क गली, शहर का मुख्य बाजार, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन रोड समेत कई इलाकों में पानी भर गया. दुकानें प्रभावित हुईं और ग्राहकों की आवाजाही पर असर पड़ा.
बाजार में कीचड़ और जलभराव से लोग गिरते-पड़ते दिखे. कई दुकानदारों को अपनी दुकानें समय से पहले बंद करनी पड़ीं क्योंकि बारिश के पानी ने दुकानों का सामान खराब कर दिया.
खलील नगर और अन्य मोहल्लों की हालत सबसे खराब
शहर के खलील नगर, रानी कॉलोनी, बाकरगंज और रामनगर जैसे इलाकों में स्थिति बेहद खराब रही. बारिश के बाद नालियां ओवरफ्लो हो गईं और गंदा पानी घरों तक जा पहुंचा.
कुछ इलाकों में तो लोग अपने घरों से बाहर ही नहीं निकल सके. बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान रहे. इन मोहल्लों में जल निकासी की कोई पक्की व्यवस्था नहीं है, जिससे हर बारिश के बाद ये स्थिति बन जाती है.
हर साल खर्च होते लाखों, फिर भी नहीं मिलता समाधान
नगर पालिका हर साल नालों की सफाई और जल निकासी के नाम पर लाखों रुपए का बजट खर्च करती है. फिर भी शहर की तस्वीर नहीं बदल रही. शहरवासी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर यह पैसा कहां जा रहा है?
जनता का गुस्सा अब नगर पालिका अधिकारियों और कर्मचारियों पर फूटने लगा है. कई वार्डों के पार्षद भी नगर पालिका की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही.