Fatehpur News: अब फतेहपुर में भी दिखेगा आकाशगंगा का जादू ! 10000000 की लागत से बनेगा तारामंडल, होगी अंतरिक्ष की सैर

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर जिले के छात्रों को जल्द ही अंतरिक्ष की दुनिया को नजदीक से देखने का मौका मिलेगा. राजकीय इंटर कॉलेज (GIC) में एक करोड़ की लागत से तारामंडल और 75 लाख की लागत से मल्टीपर्पज हॉल की सौगात मिली है. अगस्त से इसका निर्माण शुरू होगा. नीति आयोग ने दोनों प्रोजेक्ट्स के लिए बजट स्वीकृत किया है.
Fatehpur Planetarium News: फतेहपुर की शिक्षा व्यवस्था अब अंतरिक्ष विज्ञान की ओर कदम बढ़ा रही है. राजकीय इंटर कॉलेज (GIC) में बनने जा रहे तारामंडल और मल्टीपर्पज हॉल से छात्रों को तारों की संरचना और विज्ञान की जटिलताओं को सीधे अनुभव करने का मौका मिलेगा. नीति आयोग की स्वीकृति के बाद अब यह सपना साकार होने जा रहा है. अगस्त से निर्माण कार्य की शुरुआत होगी.
जीआईसी में खुलेगा फतेहपुर तारामंडल, विज्ञान में बढ़ेगी रुचि
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जनपद के छात्रों को अब खगोलशास्त्र की रहस्यमयी दुनिया को किताबों से बाहर निकलकर प्रत्यक्ष देखने का मौका मिलेगा. जीआईसी परिसर में बनने वाला तारामंडल (Planetarium) इस दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है.
यहां छात्रों को 88 मान्यता प्राप्त तारामंडलों की संरचना, आकाशगंगा, ग्रहों की चाल और ब्रह्मांड की विभिन्न अवधारणाओं को आधुनिक तकनीक के ज़रिए दिखाया जाएगा. केंद्र सरकार के सहयोग से नीति आयोग ने इस परियोजना के लिए एक करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. यह पहल न केवल विज्ञान के प्रति छात्रों की जिज्ञासा को बढ़ाएगी, बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान जैसे विषयों में कैरियर बनाने की प्रेरणा भी देगी.
75 लाख की लागत से बनेगा मल्टीपर्पज हॉल
इससे स्कूल स्तरीय शिक्षा प्रबंधन को मजबूती मिलेगी और शिक्षकों व छात्रों को एक ऐसा मंच मिलेगा जहां वे विचार साझा कर सकेंगे. यह हॉल शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक अधोसंरचना का प्रतीक बनेगा.
नीति आयोग से मिली मंजूरी, अगस्त से शुरू होगा निर्माण
जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने पुष्टि की है कि तारामंडल और मल्टीपर्पज हॉल के दो प्रस्तावों को नीति आयोग से स्वीकृति मिल चुकी है. उन्होंने बताया कि जीआईसी परिसर में चिन्हित स्थान पर अगस्त 2025 से निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
इन दोनों प्रोजेक्ट्स के पूरा होते ही जिले की शैक्षणिक संरचना में क्रांतिकारी बदलाव आएगा. उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल छात्रों बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव का विषय है.
छात्रों को मिलेगा अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारी का जीवंत अनुभव
तारामंडल (Planetarium) के ज़रिए छात्र केवल पाठ्यक्रम की सीमाओं तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि उन्हें ब्रह्मांड की जटिलताओं को सजीव तरीके से देखने और समझने का अवसर मिलेगा.
अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन स्थापित करने वाले विज्ञानी शुभांशु की सफलता और चंद्रयान मिशन जैसे अभियानों ने छात्रों में पहले से ही वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित किया है. अब फतेहपुर का यह तारामंडल उस सोच को नई दिशा देगा. यह प्रयोगशाला नहीं बल्कि एक सपना होगा, जहां से भविष्य के वैज्ञानिक निकलेंगे.
शिक्षा को मिलेगा नया आयाम, प्रदेश भर में बनेगा उदाहरण
इस परियोजना के पूरे होने के बाद जिले की पहचान सिर्फ एक सामान्य जिले की नहीं, बल्कि शिक्षा और विज्ञान के मॉडल ज़िले के रूप में होगी. जिले में पहली बार इतने बड़े स्तर पर कोई विज्ञान आधारित प्रोजेक्ट लागू हो रहा है. इससे न केवल सरकारी स्कूलों की छवि बदलेगी, बल्कि छात्र-छात्राएं खुद को बड़े सपनों के साथ जोड़ पाएंगे. यह प्रयास भविष्य में प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा बनेगा.