
Fatehpur News: जब बेटे की मौत सुनते ही जननी ने दिया बेटी को जन्म ! किस्मत का वो मोड़ जिसने रुला कर हंसाया
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक ऐसी दर्दनाक और भावनात्मक घटना घटी जिसने हर किसी को झकझोर दिया. करसवां गांव में छह वर्षीय गुड्डू की सड़क हादसे में मौत हो गई, वहीं उसकी मां विमला ने अस्पताल के फर्श पर बेटी को जन्म दिया. एक ही घर में मातम और किलकारी का संगम देखने को मिला.
Fatehpur News: कहते हैं, किस्मत जब करवट लेती है तो जिंदगी का पूरा अर्थ बदल देती है. फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के करसवां गांव में ऐसा ही दर्दनाक और चमत्कारिक दृश्य देखने को मिला. बेटे की मौत की खबर सुनते ही गर्भवती मां को प्रसव पीड़ा हुई और उसने अस्पताल के फर्श पर बेटी को जन्म दिया. मातृत्व, दर्द और किस्मत तीनों इस एक पल में एक साथ टकरा गए.
टॉफी लेने निकला मासूम गुड्डू, मौत बनकर आई गैस गाड़ी

ट्रामा सेंटर में टूटी मां, बेटे की मौत की खबर बनी प्रसव का कारण
गुड्डू की मां विमला नौ माह की गर्भवती थी. जब वह बेटे को देखने जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर पहुंची तो बेटे की हालत देखकर खुद को संभाल नहीं सकी. तभी सूचना मिली कि रास्ते में गुड्डू ने दम तोड़ दिया. यह सुनते ही विमला की चीख पूरे अस्पताल में गूंज उठी. कुछ ही मिनटों में उसे तेज प्रसव पीड़ा होने लगी. डॉक्टरों ने फौरन तैयारी की, लेकिन दर्द और सदमे ने उससे पहले काम कर दिया. विमला ने ट्रामा सेंटर के फर्श पर ही बेटी को जन्म दे दिया.
मौत और जन्म का संगम: अस्पताल में गूंज उठी नई जिंदगी
वह पल पूरे परिवार के लिए अविस्मरणीय था. एक तरफ बेटे की मौत का मातम था, दूसरी ओर उसी मां की गोद में एक नई जिंदगी की किलकारी. फर्श पर बिछे कपड़े पर रोती-बिलखती विमला के पास जब बेटी ने पहली बार रोया, तो पूरा परिवार सन्न रह गया. अस्पताल के स्टाफ की आंखें भी नम थीं. कोई इस दृश्य को देखकर भावनाओं को रोक नहीं पा रहा था.
घर में अर्थी और गोद में किलकारी, कैसा है विधना का लेख
रात तक गांव में सन्नाटा पसर गया. लल्लू के घर के एक कोने में बेटे गुड्डू की अर्थी सजाई जा रही थी, तो दूसरे कोने में वही मां नवजात बेटी को गोद में लिए बैठी थी. एक ही घर में दो बिल्कुल अलग दृश्य थे. एक ओर मृत्यु की छाया और दूसरी ओर जन्म का उजाला. गांव की औरतें रोती जा रही थीं, और हर कोई यही कह रहा था कि भगवान ने लिया भी, और दिया भी.
गांव के लोग बोले, किस्मत ने पहले रुलाया, फिर मुस्कराया
करसवां गांव के लोग इस घटना को अब तक भूल नहीं पा रहे. गुड्डू गांव के हर बच्चे का साथी था, सबके चेहरों पर मुस्कान लाता था. उसकी मौत की खबर से पूरा गांव शोक में डूब गया. पर जब पता चला कि उसकी मां ने उसी वक्त बेटी को जन्म दिया, तो लोगों की आंखों में आंसू के साथ हल्की मुस्कान भी थी. जैसे जिंदगी ने खुद कहा हो, हर अंत में एक शुरुआत छिपी होती है.
पुलिस ने पकड़ी गाड़ी, मां की हालत अब स्थिर
गाजीपुर थाना प्रभारी हनुमान प्रताप सिंह ने बताया कि बच्चे को कुचलने वाली गैस गाड़ी को पकड़ लिया गया है और चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. विमला की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उसके चेहरे से बेटे को खोने का दर्द झलकता है. परिजन नवजात को गोद में लेकर यही कहते हैं गुड्डू गया जरूर, पर उसकी परछाईं इसी बेटी के रूप में लौट आई है.
