Fatehpur News: फतेहपुर में मकबरा-मंदिर विवाद पर पुलिस की सख्ती ! सोशल मीडिया पर नजर, 200 पुलिसकर्मी तैनात

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) जिले में मकबरा-मंदिर विवाद ने सोशल मीडिया पर गर्माहट बढ़ा दी है. 16 अगस्त को लेकर भड़काऊ पोस्ट्स और अफवाहों के बीच प्रशासन ने धारा 163 लागू करते हुए सख्त आदेश जारी किया है.
Fatehpur News: फतेहपुर में मकबरा-मंदिर विवाद पर तनाव बढ़ता देख जिला प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना हो गया है. सोशल मीडिया पर 16 अगस्त को लेकर भड़काऊ बयानबाजी और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं. विवादित स्थल पर 200 से अधिक पुलिसकर्मी और 10 सीओ स्तर के अधिकारी तैनात हैं, साथ ही PAC और अन्य जिलों की फोर्स भी तैनात है.
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट्स पर प्रशासन सख्त
जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर स्पष्ट किया है कि 16 अगस्त को विवादित स्थल के संबंध में किसी भी तरह की गलत टिप्पणी, भड़काऊ भाषण या अफवाह फैलाना दंडनीय अपराध होगा.
धारा 163 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता लागू होने के तहत किसी भी विधि-विरुद्ध जमाव या टिप्पणी करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. अधिकारियों ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं होगी और शिकायत के लिए केवल कानूनी रास्ता अपनाया जाए.
विहिप उपाध्यक्ष ने कहा मकबरा नहीं मंदिर है
विहिप के प्रांतीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय ने कहा कि यह विवाद प्रशासन की संवादहीनता का नतीजा है. उनके अनुसार विवादित स्थल असल में सैकड़ों साल पुराना शिवजी ठाकुरजी विराजमान मंदिर है, जिसके प्रमाण वहां मौजूद हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी मकबरे में कलम, त्रिशूल और घड़े के प्रतीक चिन्ह, जंजीर और कुआं पाया जाता है? पांडेय का आरोप है कि उस स्थल पर जबरन कब्जा कर मकबरा बना दिया गया. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य केवल मंदिर की साफ-सफाई और पूजा करना था, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही से स्थिति बिगड़ी. समुदाय विशेष के द्वारा क्रिया करने पर प्रतिक्रिया हुई और स्थित बिगड़ी
सपा नेता ने बताया सोचा-समझा षड्यंत्र
सपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संतोष द्विवेदी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन शासन के निर्देश में काम कर रहा था और उसने समुदाय विशेष को भरोसे में लेकर कदम उठाया. उनके अनुसार यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र था, जिसमें अगर दूसरा समुदाय भी बड़ी संख्या में एकत्र हो जाता तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी.
जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
मकबरा स्थल के आसपास 200 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात हैं, जिनमें 10 सीओ स्तर के अधिकारी शामिल हैं. बांदा और हमीरपुर जिलों से अतिरिक्त फोर्स मंगाई गई है, साथ ही तीन प्लाटून PAC भी मौजूद है. पूरे इलाके को 8 सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा दी जा रही है. जिला प्रशासन ने 15 अगस्त और 16 अगस्त (जन्माष्टमी) को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है.
सोशल मीडिया पर निगरानी और सख्त कदम
अधिकारियों ने कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर किसी भी प्रकार की अफवाह, भड़काऊ पोस्ट या गलत टिप्पणी पर तुरंत कार्रवाई होगी. साइबर टीम सक्रिय है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें.