Fatehpur Marriage News: फतेहपुर से गए कामतानाथ फिर पहुंचे ससुराल ! कूटाई के बाद सगी बहनों से शादी, सोशल मीडिया में वायरल हो रही प्रेम कहानी
Fatehpur News In Hindi
फतेहपुर के दो प्रेमी चित्रकूट दर्शन के बाद प्रेमिकाओं से मिलने उनके गांव पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने उन्हें पकड़कर पंचायत बिठा दी. मारपीट के बाद गांव के मंदिर में दोनों की शादी करवा दी गई. प्रेमिकाएं सगी बहनें थीं और प्रेमी उनके ननिहाल पोखरी गांव से थे. मामला सोशल मीडिया पर वायरल है.

Fatehpur Marriage News: यूपी के फतेहपुर जिले से दो युवक बुधवार को चित्रकूट (Chitrakoot) दर्शन को निकले थे, लेकिन वापसी में सीधे मंदिर से ससुराल जा पहुंचे. अपनी प्रेमिकाओं से चोरी-छिपे मिलने पहुंचे ये दोनों प्रेमी गांव वालों की नजरों में आ गए. फिर जो हुआ, वो किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था. न सिर्फ जमकर धुनाई हुई, बल्कि पंचायत ने तुरंत शादी करवाकर 'गुनाह' का हल भी निकाल लिया.
मंदिर दर्शन के बहाने प्रेमिकाओं से मिलने पहुंचे प्रेमी
फतेहपुर (Fatehpur) जिले के किशनपुर थाना (Kishanpur Thana) क्षेत्र के पोखरी मजरे गढ़ा गांव निवासी अजय निषाद और रोहित उर्फ ज्वाला निषाद बुधवार को भगवान कामतानाथ के दर्शन के लिए चित्रकूट (Chitrakoot) पहुंचे थे. दर्शन के बाद दोनों युवक सीधे सरधुवा थाना (Sardhuwa Thana) क्षेत्र के खोपा गांव पहुंचे, जहां उनकी प्रेमिकाएं नेहा (21) और प्राची (19) रहती हैं.
दोनों युवतियां सगी बहनें हैं और उनका ननिहाल फतेहपुर के पोखरी गांव में है. देर रात दोनों प्रेमी जब घर के पीछे प्रेमिकाओं से मिलने पहुंचे तो ग्रामीणों की नजर पड़ गई. युवतियां तो डर के मारे घर भाग गईं, लेकिन युवक गांव वालों के हत्थे चढ़ गए.
पहले हुई जमकर पिटाई, फिर बुलाई गई पंचायत
गांव वालों ने दोनों प्रेमियों को धर दबोचा. इसके बाद हाथ-पैर बांधकर उनकी जमकर पिटाई की गई. जैसे ही मामला गांव में फैला, लोगों ने उनके परिजनों को फोन करके बुला लिया. बुधवार रात की इस घटना के बाद शुक्रवार सुबह फतेहपुर से दोनों के परिवार के लोग गांव पहुंचे.
यहां एक नई कहानी शुरू हुई—पंचायत बैठी, दोनों पक्षों से बातचीत हुई और मामला शादी तक पहुंच गया. समाज और परंपरा की दुहाई देकर फैसला सुनाया गया कि अब जब पकड़े गए हो तो शादी करो.
एक ही बिरादरी के निकले, मंदिर में रचाई शादी
पंचायत में जब दोनों पक्ष आमने-सामने हुए तो बिरादरी का कार्ड खेला गया. चूंकि दोनों युवक और युवतियां एक ही जाति से थे, इसलिए सामाजिक बाधा नहीं रही. फिर क्या था, पंचायत ने फैसला सुनाया कि गांव के मंदिर में दोनों प्रेमी जोड़ों की शादी करवा दी जाए. शुक्रवार दोपहर मंदिर में दोनों की शादी संपन्न हुई. गांव के ही लोगों ने पंडित बुलवाकर शादी करवाई और बिना बैंड-बाजे के ही प्रेम कथा का 'सद्गति' रूप तय कर दिया.
पुलिस ने कहा—बालिग हैं, तहरीर नहीं मिली
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी. लेकिन जब तक पुलिस कुछ करती, तब तक मंदिर में शादी हो चुकी थी और सभी शांतिपूर्ण तरीके से वापस लौट चुके थे.
सरधुवा थाना थाना प्रभारी राम सिंह ने मीडिया को बताया कि दोनों लड़कियां और लड़के बालिग हैं. उन्होंने आपसी सहमति से शादी की है. किसी भी पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है. ऐसे में फिलहाल पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल
इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों प्रेमी मंदिर में शादी करते नजर आ रहे हैं. साथ ही मारपीट की भी क्लिप सामने आई है.
हालांकि युगान्तर प्रवाह इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई लोग पंचायत की न्याय प्रणाली और ग्रामीण समाज की सोच पर कटाक्ष कर रहे हैं, तो कुछ इसे प्रेमियों के लिए 'गांव स्तर पर बनाए गए स्पीड ब्रेकर' जैसा भी बता रहे हैं.