UP Fatehpur News: फतेहपुर में भूमि विवाद में फंसे इंटेलिजेंस प्रभारी ! वकीलों का हल्ला बोल, मुकदमा और सस्पेंशन पर अड़े अधिवक्ता
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर में समाधान दिवस के दौरान एक ज़मीन विवाद के बीच इंटेलिजेंस विंग प्रभारी अरुण चतुर्वेदी का एक धमकी भरा वीडियो वायरल हो गया है. अधिवक्ता आदित्य शर्मा से तीखी बहस और गाली-गलौज के आरोप लगे हैं. सैकड़ों वकीलों ने प्रभारी को सस्पेंड कर FIR दर्ज करने की मांग की है.

UP Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले में शनिवार को समाधान दिवस के दौरान एक ज़मीन विवाद में पहुंचने और वकील से तीखी झड़प करने को लेकर इंटेलिजेंस विंग प्रभारी अरुण चतुर्वेदी का वीडियो सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया है.
वकीलों का आरोप है कि उन्होंने अभद्रता की, धमकाया और भूमि पर कब्जा दिलाने की धमकी दी. इस घटना के विरोध में अधिवक्ताओं ने डीएम और एसपी से मिलकर निलंबन और एफआईआर की मांग की है. पूरे मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है.
कोराईं हाईवे मोड़ की ज़मीन बनी विवाद की जड़
मलवां थाना (Malwan Thana) क्षेत्र के कोराईं हाईवे मोड़ पर स्थित बेशकीमती भूमि को लेकर अधिवक्ता आदित्य शर्मा और अजय अजीत सिंह के बीच दशकों पुराना विवाद चल रहा है. वर्तमान में भूमि पर कब्जा आदित्य शर्मा के पास है. कुछ समय पहले अजय अजीत सिंह पक्ष ने भूमि की दाखिल खारिज करवा ली थी.
समाधान दिवस में पहुंचकर इंटेलिजेंस प्रभारी ने बढ़ाया विवाद
शनिवार को चल रहे समाधान दिवस के दौरान अचानक इंटेलिजेंस विंग प्रभारी अरुण चतुर्वेदी थाने पहुंचे. अधिवक्ता आदित्य शर्मा का आरोप है कि उन्होंने थाने में धमकी दी, गाली-गलौज की और भूमि पर कब्जा करने की धमकी देते हुए निर्माण कार्य गिराने की चेतावनी दी.
इस दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो में चतुर्वेदी वकील से तीखे लहजे में बात करते दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो वायरल होने के बाद महकमे से लेकर सोशल मीडिया तक बहस का मुद्दा बन गया है.

इंटेलिजेंस प्रभारी की सफाई, सिर्फ पैमाइश की बात की थी
मामले में आरोप लगने के बाद मीडिया से बात करते हुए इंटेलिजेंस विंग प्रभारी अरुण चतुर्वेदी ने सफाई दी है कि उनका उद्देश्य केवल राजस्व टीम से भूमि की पैमाइश कराने की बात करना था. उन्होंने कहा कि विवादित भूमि का एक पक्ष यानी अजय अजीत सिंह उनके पुराने मकान मालिक रह चुके हैं और इसी नाते वह समाधान दिवस में पहुंचे थे.
चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी को धमकाया नहीं और न ही किसी प्रकार की गाली-गलौज की. उनका किसी भी पक्ष में कोई निजी हित नहीं है और वह पूरी तरह कानून व सच्चाई के साथ खड़े हैं. लेकिन वीडियो में उनका लहजा साफ दिखाई दे रहा है. हालांकि युगान्तर प्रवाह किसी भी वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
वकीलों का हल्ला बोल, डीएम-एसपी से की कार्रवाई की मांग
सोमवार को इंटेलिजेंस प्रभारी के व्यवहार से आक्रोशित अधिवक्ता भारी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे. पूर्व जिला बार अध्यक्ष सुशील मिश्र के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने डीएम रविंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा. इसके बाद अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल एसपी अनूप कुमार सिंह से मिला और अरुण चतुर्वेदी को सस्पेंड कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की. इस पर एसपी ने मामले की जांच सीओ सिटी गौरव शर्मा को सौंप दी है.
कार्रवाई की मांग पर अड़े अधिवक्ताओं दी चेतावनी
पूर्व महामंत्री मणिप्रकाश दुबे ने कहा कि अधिवक्ता आदित्य शर्मा के साथ थाने में जो व्यवहार हुआ वह बेहद अपमानजनक है और इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस प्रभारी को तत्काल सस्पेंड करते हुए मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.
विरोध प्रदर्शन में बुद्धप्रकाश सिंह, इंद्रकुमार सिंह चौहान, अजीत सिंह राठौर, दिनेश पटेल, उपेंद्र आजाद, संतोष शुक्ला, अजीत प्रताप सिंह, वागीश श्रीवास्तव, अनुज विश्वकर्मा, मुलायम सिंह यादव, दीपक डब्ल्यू, अरुण जायसवाल, शाहिद अख्तर, अनुगृह प्रताप सिंह, संदीप केशरवानी, आदर्श द्विवेदी, मजहर हुसैन, रितिक पाल, एसपी सिंह, संग्राम सिंह राठौर, अनिल शुक्ला, आलोक शर्मा, वेदप्रकाश तिवारी, गणेश तिवारी, नितिन त्रिपाठी, आदित्य श्रीवास्तव, बृजेंद्र यादव, संदीप त्रिपाठी, दीपू शुक्ला, अमन शुक्ला और रोहित यादव सहित बड़ी संख्या में वकील मौजूद रहे.