
Fatehpur News: फतेहपुर में गूंजी गणेश शंकर विद्यार्थी की विचारधारा ! सच की कलम उठाने वाले उस वीर पत्रकार को दी गई श्रद्धांजलि
यूपी के फतेहपुर में अमर शहीद और क्रांतिकारी पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी की 134वीं जयंती पर जिलेभर के पत्रकारों ने श्रद्धांजलि दी. विद्यार्थी चौराहे पर माल्यार्पण के बाद विचार गोष्ठी में उनकी निर्भीक पत्रकारिता और विचारधारा पर चर्चा हुई. एसपी अनूप कुमार सिंह ने कहा – पत्रकार और पुलिस समाज के प्रहरी हैं.
Fatehpur News: फतेहपुर में रविवार को स्वतंत्रता सेनानी और निर्भीक पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी की 134वीं जयंती श्रद्धा, जोश और सम्मान के साथ मनाई गई. जिला पत्रकार एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में जिलेभर के सैकड़ों पत्रकारों ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया. विचार गोष्ठी में विद्यार्थी की विचारधारा को आज की पत्रकारिता के लिए प्रेरणा बताया गया.
विद्यार्थी चौराहे पर श्रद्धांजलि, गूंजी उनकी निर्भीक लेखनी की गूंज

गोष्ठी में हुई सार्थक चर्चा, पत्रकारों ने साझा की विद्यार्थी से मिली प्रेरणा
माल्यार्पण के बाद शहर के ताम्बेश्वर मंदिर के पास स्थित गेस्ट हाउस में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एसपी अनूप कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार संजीव माथुर और एसीएमओ डॉ. पी.के. सिंह मौजूद रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुहेल अहमद सिद्दीकी ने की जबकि संचालन जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष अजय भदौरिया ने किया.
विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी की पत्रकारिता निडरता, सच्चाई और जनसेवा की मिसाल है. उन्होंने उस दौर में कलम को हथियार बनाया जब सच्चाई बोलना अपराध था. विद्यार्थी की विचारधारा आज भी हर पत्रकार को सच लिखने का साहस देती है.

एसपी बोले “पत्रकार और पुलिस दोनों हैं समाज के प्रहरी”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसपी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी का नाम देश के उन महान सपूतों में शुमार है जिन्होंने सत्य के लिए जान न्योछावर कर दी. उन्होंने कहा कि विद्यार्थी ने पत्रकारिता को केवल पेशा नहीं बल्कि जनसेवा का माध्यम बनाया. एसपी ने कहा कि पत्रकार और पुलिस दोनों ही समाज के प्रहरी हैं. दोनों का कर्तव्य है न्याय, सत्य और व्यवस्था की रक्षा करना. जब दोनों मिलकर काम करते हैं तो समाज में विश्वास और शांति स्थापित होती है. उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि विद्यार्थी की निडरता और ईमानदारी को अपनी कलम में जिंदा रखें क्योंकि वही सच्चे लोकतंत्र की पहचान है.
संघ ने किया सम्मान समारोह, उत्कृष्ट कार्यों को मिली पहचान
कार्यक्रम के दौरान जिला पत्रकार संघ की ओर से समाज और पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया. पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने वाले पुलिसकर्मियों को ‘पुलिस पदक सम्मान’ दिया गया जबकि एसपी अनूप कुमार सिंह को ‘गणेश शंकर विद्यार्थी पद्मश्री सम्मान’ से सम्मानित किया गया. डॉ. पी.के. सिंह को ‘चिकित्सा रत्न सम्मान’ और स्व. शिवकुमार पांडेय की स्मृति में ‘समाज सेवा सम्मान’ प्रदान किया गया.
वरिष्ठ पत्रकार रवीन्द्र त्रिपाठी, डॉ. सुनील गुप्ता और प्रेमलाल साहू को ‘उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान’ मिला जबकि नवोदित पत्रकार दीपक तिवारी शाह, अनीश सिंह रघुवंशी और अंशू परिहार को ‘गणेश शंकर विद्यार्थी स्मृति सम्मान’ दिया गया. वरिष्ठ छायाकार अरुण कुमार और धीरेंद्र श्रीवास्तव को ‘स्व. दुर्गा प्रसाद स्मृति सम्मान’ से नवाजा गया
विद्यार्थी की विचारधारा आज भी प्रासंगिक, पत्रकारों ने ली निडरता की प्रेरणा
विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी की कलम केवल शब्दों का संग्रह नहीं थी बल्कि समाज में क्रांति की पुकार थी. उन्होंने बताया कि विद्यार्थी ने अपनी लेखनी से गरीबों, शोषितों और वंचितों की आवाज़ को बुलंद किया. आज जब पत्रकारिता कई चुनौतियों के दौर से गुजर रही है तब विद्यार्थी की सच्चाई, निर्भीकता और जनसेवा की भावना ही असली दिशा दिखा सकती है.
डॉ. सुहेल अहमद सिद्दीकी ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि विद्यार्थी ने अपने जीवन से सिखाया कि पत्रकारिता का पहला धर्म सत्य और समाज के प्रति जवाबदेही है. उनकी कलम ने दिखाया कि जब शब्द सच्चे हों तो वे सत्ता से बड़ी ताकत बन जाते हैं.
पत्रकारों की बड़ी मौजूदगी, दिखी एकता और जिम्मेदारी की मिसाल
कार्यक्रम में जिलेभर के सैकड़ों पत्रकार, समाजसेवी और अधिकारी शामिल हुए. मंच पर संघ के महामंत्री आशीष दीक्षित, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विमलेश त्रिवेदी, संरक्षक प्रेमलाल साहू, मंत्री अवनीश सिंह चौहान, डॉ. सुनील गुप्ता, रविंद्र त्रिपाठी, विश्वदीपक अवस्थी, इरशाद सिद्दीकी, धीरेंद्र बाजपेई, राजीव त्रिवेदी, विष्णु सिंह, राहुल तिवारी, सुशील त्रिपाठी, अभिषेक सिंह सोनू सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे. कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि विद्यार्थी की विचारधारा आज भी पत्रकारिता की आत्मा है और फतेहपुर की धरती पर उनकी प्रेरणा सदैव जीवित रहेगी.
