Fatehpur News: फतेहपुर में बीडीओ पर भड़का गुस्सा ! अमर्यादित भाषा के विरोध में रोजगार सेवकों का प्रदर्शन, सम्मान से समझौता नहीं

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उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के बहुआ विकासखंड में बीडीओ जय प्रकाश के अमर्यादित भाषा प्रयोग से नाराज रोजगार सेवकों ने ब्लॉक परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. सेवकों ने क्राफ्ट सर्वे का बहिष्कार करने का ऐलान किया और चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने पर आंदोलन और व्यापक होगा.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले बहुआ विकासखंड में मंगलवार को उस समय माहौल गरमा गया जब खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) जय प्रकाश पर रोजगार सेवकों के साथ अमर्यादित भाषा प्रयोग करने का आरोप लगा. इस घटना से क्षुब्ध सेवकों ने ब्लॉक परिसर में नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और क्राफ्ट सर्वे का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी. सेवकों ने साफ कहा कि अब अपमानजनक व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
बीडीओ के रवैये से नाराज रोजगार सेवक

भड़का गुस्सा व्हाट्सएप ग्रुप लेफ्ट हुए रोजगार सेवक
सेवकों का आरोप है कि बीडीओ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए ज्ञापन लेने से मना कर दिया जिसके बाद सभी रोजगार सेवक खुद ही व्हाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट हो गए. रोजगार सेवकों का कहना है कि उनकी आवाज दबाने की कोशिश है और इससे संवादहीनता की स्थिति पैदा हो गई है. इस घटना ने आक्रोश को और बढ़ा दिया और सेवकों ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया.
सुरक्षा के बिना थोपे जा रहे अतिरिक्त कार्य
बड़ी संख्या में सेवकों ने दर्ज कराई उपस्थिति
विरोध प्रदर्शन में रोजगार सेवक संघ अध्यक्ष राकेश तिवारी के साथ अनिल पांडेय, गोकर्ण प्रसाद मिश्र, चंद्रहास सिंह, शंकर प्रसाद तिवारी, राजकुमार वर्मा, लक्ष्मण सिंह, उदयवीर, धीरेन्द्र पांडेय, संदीप वर्मा, रामजी पटेल, राजीश यादव, दयाशंकर यादव, गुलाब लोधी, सारिका तोमर, प्रीती पांडेय, रन्नो देवी, अलोकिनी, विमला देवी, पुष्पा देवी समेत बड़ी संख्या में रोजगार सेवक शामिल हुए. सेवकों की यह एकजुटता प्रशासनिक स्तर पर दबाव बनाने की दिशा में अहम मानी जा रही है.
बीडीओ ने फोन काट कर नहीं दी सफाई
जब उक्त प्रकरण को लेकर बीडीओ जय प्रकाश से इस विवाद पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने मीटिंग का हवाला देकर फोन काट दिया. जानकारी के मुताबिक बीडीओ ने मीडिया से मिलने से मना कर दिया है.
हालांकि इस संबंध में उनका पक्ष आने पर ख़बर में जोड़ दिया जाएगा. मीडिया से दूरी बनाने पर रोजगार सेवकों का आक्रोश और भड़क गया. सेवकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा और जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.