Uttar Pradesh: यूपी के इस जिले में 1 अगस्त से महंगी हो जाएंगी जमीनें ! शुरू हो गया सर्वे, जानिए कितना बढ़ेगा सर्किल रेट
Kanpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में 1 अगस्त से जमीन खरीदना महंगा हो सकता है. जिले में सर्किल रेट को 15 से 20 फीसदी तक बढ़ाने की तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए सर्वे चल रहा है और 10 जुलाई तक संभावित दरें सार्वजनिक की जाएंगी. 25 जुलाई तक आपत्तियां ली जाएंगी, जिसके बाद नया रेट लागू होगा.
Kanpur New Circle Rate News: यूपी के कानपुर जिले में एक अगस्त से जमीनों की खरीद-फरोख्त महंगी होने वाली है. प्रशासन 15 से 20 फीसदी तक सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी में है. इसके लिए उपनिबंधक और तहसीलदार की टीम ने सर्वे शुरू कर दिया है.

हर इलाके की कीमतों का हो रहा बारीकी से सर्वे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सर्किल रेट बढ़ाने से पहले शहर के हर इलाके में जमीनों की कीमतों और बैनामों का अध्ययन किया जा रहा है. तहसीलदार और उपनिबंधकों की टीमें क्षेत्रवार सर्वे कर रही हैं ताकि बाजार मूल्य और सर्किल रेट के बीच का अंतर खत्म किया जा सके.
10 जुलाई तक आएगा प्रस्तावित रेट, 25 तक ली जाएंगी आपत्तियां
सर्वे के बाद 10 जुलाई को प्रस्तावित सर्किल रेट को सार्वजनिक किया जाएगा. इसके लिए अखबारों और नोटिस बोर्ड पर जानकारी साझा की जाएगी. इसके बाद 14 दिनों का समय दिया जाएगा, जिसमें कोई भी नागरिक अपने क्षेत्र के सर्किल रेट पर आपत्ति जता सकता है.
इन आपत्तियों पर 25 जुलाई तक सुनवाई कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद 1 अगस्त से संशोधित दरें लागू हो जाएंगी.
पिछले साल 9 वर्षों बाद बढ़ा था रेट, अब फिर बदलाव की तैयारी
पिछले साल कानपुर में नौ साल बाद पहली बार सर्किल रेट (Kanpur Circle Rate) में बढ़ोतरी की गई थी, तब दरों में औसतन 15 फीसदी की वृद्धि हुई थी. लेकिन इस बार प्रशासन इसे और अधिक व्यावहारिक बनाने की दिशा में काम कर रहा है.
इस बार की प्रक्रिया में हर क्षेत्र के बाजार मूल्य, बिक्री के आंकड़े और महंगाई दर जैसे कई मानकों को शामिल किया गया है. मकसद है कि रजिस्ट्री से मिलने वाले राजस्व में वृद्धि हो और सट्टा रोकने के लिए पारदर्शिता लाई जा सके.
एडीएम और डीएम स्तर पर लगातार हो रही समीक्षा बैठकें
सर्किल रेट बढ़ाने के प्रस्ताव पर अंतिम फैसला जिलाधिकारी, एडीएम फाइनेंस और एआईजी स्टाम्प की संयुक्त बैठक के बाद लिया जाएगा. इस बीच सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे समयसीमा के भीतर सर्वे पूरा करें और पारदर्शिता के साथ प्रस्ताव तैयार करें.
सूत्रों के अनुसार, बैठकें लगातार चल रही हैं और अधिकारियों का मानना है कि इस बार रेट को ज्यादा सटीक और तर्कसंगत बनाया जाएगा ताकि जनता और शासन दोनों को लाभ हो.
कहां-कहां हो सकता है सबसे ज्यादा असर
शहर के पॉश इलाकों जैसे स्वरूप नगर, तिलक नगर, काकादेव, बर्रा, कल्याणपुर और नवाबगंज में जमीनों की खरीद-बिक्री की रफ्तार तेजी से बढ़ी है. ऐसे इलाकों में सर्किल रेट बाजार रेट से काफी पीछे हैं.
इस बार इन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा वृद्धि देखने को मिल सकती है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में भी जहां आवासीय योजनाएं बन रही हैं, वहां भी रेट बढ़ाने की संभावना है. इस कदम से जहां सरकार को स्टांप ड्यूटी से अधिक राजस्व मिलेगा, वहीं खरीदारों को जेब भी ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी.
