
Fatehpur News: फतेहपुर के दो प्रमुख कस्बे बनेंगे नगर पंचायत! शासन को भेजी गई रिपोर्ट, 30 से अधिक गांव होंगे शामिल
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के दो प्रमुख कस्बे खजुहा और अमौली को नगर पंचायत का दर्जा मिलने की तैयारी शुरू हो गई है. शासन ने इसके लिए रिपोर्ट मांगी थी जिसे प्रशासन ने भेज दिया है. दोनों कस्बों में कुल 30 से अधिक गांवों को शामिल करने की योजना बनाई गई है.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले के जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में स्थित खजुहा और अमौली कस्बों को नगर पंचायत बनाने की दिशा में प्रक्रिया आगे बढ़ गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शासन के निर्देश पर प्रशासन ने पांच किमी के दायरे में आने वाले 30 से अधिक गांवों की सूची तैयार कर भेज दी है. दोनों कस्बों को नगर पंचायत का दर्जा मिलने से क्षेत्र में नगरीय सुविधाओं के विस्तार की उम्मीद जताई जा रही है.
खजुहा बनेगा नगर पंचायत, आसपास के गांव होंगे शामिल

इसके अलावा खजुहा ब्लाक के नंदापुर, लखनाखेड़ा, चक कंशमीरी, अरईपुर, बागबादशाही, सैमसी, सरांय हवा ख्वाह, चक हाफिजपुर हरकन, बरेठर खुर्द, बरेठर बुजुर्ग, चक माधवपुर और चक मौलवी जैसे गांव भी प्रस्तावित क्षेत्र में जोड़े गए हैं. यह क्षेत्र लंबे समय से शहरी सुविधाओं की मांग कर रहा था और अब नगर पंचायत बनने के बाद यहां के विकास की राह खुलने की उम्मीद है.
अमौली नगर पंचायत में जुड़ेंगे 22 गांव
अमौली कस्बा भी नगर पंचायत के रूप में विकसित होने जा रहा है. प्रशासन की रिपोर्ट में कुल 22 गांवों को इसमें शामिल करने का प्रस्ताव है. इनमें अमौली, जजमोइया, बिरनई, मेढ़ापाटी, कुंदेरामपुर, सरहन बुजुर्ग, देवचली, गौड़इनपुर, बरमपुर, भगलापुर, छेद् का डेरा, रनूपुर, गड़रियनपुर, फरहतपुर, मदरी, मिर्जापुर, चतनपुर, इच्छापुर, पहाड़ीपुर, बेहटा खुर्द, बेहटी और देवचली गांव शामिल हैं. यह क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है और नगर पंचायत बनने से यहां की सफाई व्यवस्था, पेयजल और सड़क सुविधाओं में सुधार की उम्मीद है.

पांच किलोमीटर दायरे के गांव होंगे शामिल
प्रशासन द्वारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक दोनों कस्बों के पांच किमी के दायरे में आने वाले गांवों को नगर पंचायत की सीमा में शामिल किया जाएगा. रिपोर्ट तैयार करते समय जनसंख्या घनत्व, बाजार केंद्र और भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखा गया है. अधिकारी मानते हैं कि इन कस्बों को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद स्थानीय लोगों को शहरी सुविधाएं जैसे सड़क, सीवर, पेयजल और स्वच्छता योजनाओं का लाभ मिल सकेगा.
विधायक राजेंद्र सिंह पटेल के प्रयास से बढ़ी प्रक्रिया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जहानाबाद के विधायक राजेंद्र सिंह पटेल ने विधानसभा में अमौली और खजुहा को नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग उठाई थी. उनके प्रयासों के बाद शासन ने इस मुद्दे को संज्ञान में लिया और रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए. विधायक का कहना है कि दोनों कस्बों को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी. यहां के लोगों को अब अपने ही इलाके में बेहतर शहरी सुविधाएं मिलेंगी जिससे पलायन में भी कमी आएगी.
प्रशासन ने भेजी रिपोर्ट, अब इंतजार शासन की मंजूरी का
वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए बिंदकी तहसीलदार अचलेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर दोनों कस्बों को नगर पंचायत बनाने की रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई है. इसमें यह साफ बताया गया है कि किन-किन ग्राम पंचायतों और गांवों को शामिल किया जा सकता है. अब शासन की मंजूरी मिलते ही अधिसूचना जारी की जाएगी. स्थानीय लोगों में इस निर्णय को लेकर उत्साह है क्योंकि नगर पंचायत बनने के बाद क्षेत्र में विकास कार्यों की गति तेज होने की उम्मीद है.
