Fatehpur News: किसान सम्मान दिवस पर 24 वर्षीय सत्यम बाजपेई बने आकर्षण का केंद्र, डीएम ने किया सम्मानित
फतेहपुर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयोजित किसान सम्मान दिवस में कृषि, पशुपालन, मत्स्य और उद्यान क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में सबसे बड़ा आकर्षण मलवां ब्लॉक के 24 वर्षीय पशुपालक सत्यम बाजपेई रहे, जिन्होंने सरकारी योजना से बकरी पालन कर जिले में दूसरा स्थान हासिल किया. जिलाधिकारी रविंद्र सिंह ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले में किसान सम्मान दिवस इस बार मेहनत, नवाचार और आत्मनिर्भरता की जीवंत तस्वीर बनकर सामने आया. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में जिले के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया. इसी मंच पर मलवां ब्लॉक के दावतपुर ग्राम पंचायत निवासी 24 वर्षीय पशुपालक सत्यम बाजपेई ने अपनी उपलब्धियों से सभी का ध्यान खींचा. कम उम्र में पशुपालन को सफल व्यवसाय बनाकर उन्होंने यह साबित किया कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से ग्रामीण युवा भी बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं.
किसान सम्मान दिवस में सत्यम बाजपेई की सफलता की कहानी

वैज्ञानिक पद्धति, संतुलित आहार और बेहतर देखभाल के चलते उनका पशुपालन मॉडल जिले में उदाहरण बन गया. इसी उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर उन्होंने जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया और किसान सम्मान दिवस में सम्मानित हुए.
जब डीएम ने सत्यम से कहा आप जैसे युवाओं की जरूरत है
सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रेक्षागृह में हुआ भव्य आयोजन
किसान सम्मान दिवस का आयोजन सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रेक्षागृह में आत्मा योजना के अंतर्गत किसान मेला सह प्रदर्शनी के रूप में किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी रविंद्र सिंह ने फीता काटकर किया.
इसके बाद दीप प्रज्वलन कर चौधरी चरण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण किया गया. आयोजन में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, मृदा परीक्षण, भूमि संरक्षण विभाग, इफको, बैंक और विभिन्न एनजीओ द्वारा स्टॉल लगाए गए, जहां किसानों को उन्नत तकनीक और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई.
मिलेट्स और नकदी फसलों पर दिया गया विशेष संदेश
डीएम ने अपने संबोधन में किसानों से उन्नतशील खेती अपनाने और मिलेट्स फसलों के उत्पादन को बढ़ाने की अपील की. उन्होंने कहा कि मिलेट्स फसलें स्वास्थ्य के साथ-साथ किसानों की आय बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभा सकती हैं.
इसके साथ ही हल्दी, रेशम और अन्य कैश क्रॉप करने वाले किसानों का उत्साहवर्धन किया गया. उन्होंने उप कृषि निदेशक को निर्देश दिए कि कृषक वैज्ञानिक संवाद आयोजित कर उन्नत किसानों के अनुभव अन्य किसानों तक पहुंचाए जाएं.
फसल प्रतियोगिता के विजेता किसानों को मिला सम्मान
कार्यक्रम में रबी 2024-25 और खरीफ 2024 की फसल प्रतियोगिता के विजेता किसानों को भी सम्मानित किया गया. गेहूं फसल में ऐराया ब्लॉक की श्रीमती उर्मिला को प्रथम और धाता ब्लॉक के युवराज सिंह को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया.
चना, धान, उर्द और श्री अन्न मिलेट्स फसलों में भी विभिन्न ब्लॉकों के किसानों को नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिए गए. उद्यान, पशुपालन और मत्स्य विभाग से चयनित कुल 36 किसानों को भी सम्मानित किया गया.
वैज्ञानिकों ने दी उन्नत खेती की जानकारी
किसान सम्मान दिवस के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों और विभागीय अधिकारियों ने किसानों को मृदा परीक्षण, संतुलित उर्वरक प्रयोग, रबी फसलों में कीट व रोग नियंत्रण और मिलेट्स फसलों के विस्तार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी. उद्यान विभाग द्वारा आलू, प्याज, केला, सब्जी और मसाला फसलों की उन्नत खेती की विधियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई.
बड़ी संख्या में किसानों की रही सहभागिता
इस आयोजन में उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, बैंक अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक और बड़ी संख्या में प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे. किसान मेला सह प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को सरकारी योजनाओं, आधुनिक तकनीक और आत्मनिर्भर खेती के नए अवसरों की जानकारी दी गई. किसान सम्मान दिवस का यह आयोजन चौधरी चरण सिंह के किसान हितैषी विचारों को साकार करता नजर आया.
