
Fatehpur News: रफ़ी के माइक से हिंदू राष्ट्र की हुंकार ! फतेहपुर में बनेगा पुरी जैसा धाम, रामभद्राचार्य ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रामगंज पक्का तालाब में रविवार को श्री जगन्नाथ धाम मंदिर के भूमि पूजन में जगद्गुरु रामभद्राचार्य पहुंचे. उन्होंने मंच से हिंदू एकता का आह्वान करते हुए कहा कि देश में 470 अपने सांसद होंगे तो ही भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा. मंदिर की शैली पुरी के जगन्नाथ धाम जैसी होगी. जानिए भूमि पूजन कार्यक्रम में पहुंचे रामभद्राचार्य ने क्या कहा?
Fatehpur Jagnnath Mandir: फतेहपुर के रामगंज पक्का तालाब में रविवार को आयोजित श्री जगन्नाथ धाम मंदिर के भूमि पूजन समारोह में तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने हिंदू एकता और संस्कृति की रक्षा का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए हिंदुओं को संगठित रहना होगा. इस बीच मंदिर की शैली, प्रसाद और मूर्तियों को लेकर भी उन्होंने अहम घोषणा की. इसके साथ उन्होंने कहा कि मंदिर के अंदर के हिंदू ही प्रवेश कर सकता है. हालांकि उनको किसी ने ये नहीं बताया कि जिस माइक और टेंट के नीचे बैठकर वो घोषणा कर रहे हैं वो किसी रफ़ी का है जिनकी व्यवस्था के लिए अंत में बधाई दी गई थी.
भूमि पूजन में उमड़ा जनसैलाब, फतेहपुर बना पुरी धाम

आयोजन के प्रमुख वरिष्ठ भाजपा नेता संतोष तिवारी और ब्लॉक प्रमुख अमित तिवारी रहे जिन्हें रामभद्राचार्य ने आशीर्वाद दिया. प्रदेश सरकार की मंत्री बेबीरानी मौर्य भी भूमि पूजन में पहुंची हालांकि वो अत्यधिक व्यस्तता के कारण थोड़े समय ही चली गईं. मंच पर उपस्थित संतों, महंतों और नेताओं ने धर्म और एकता के संदेश दिया.
रामभद्राचार्य ने दी हिंदू राष्ट्र की हुंकार, कहा—हमें 470 सांसद चाहिए
भूमि पूजन के बाद तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मंच से कहा कि आज हिंदुओं को एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने कहा—“देश में हमें 470 अपने सांसद होने चाहिए तभी यह राष्ट्र हिंदू राष्ट्र बन सकेगा.” उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को अपनी सनातन परंपरा और ग्रंथों की ओर लौटना होगा क्योंकि आज हमारे बच्चों को वेद, शास्त्र और धर्मग्रंथों के नाम तक नहीं पता, जबकि मुस्लिम समुदाय का बच्चा-बच्चा कुरान जानता है. उन्होंने सभी हिंदुओं से आग्रह किया कि वे एक रहें, सनातन धर्म की रक्षा करें और अपने बच्चों को धर्म की शिक्षा दें.

पुरी जैसा बनेगा फतेहपुर का जगन्नाथ धाम मंदिर
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अपने संबोधन में बताया कि फतेहपुर में बनने वाला श्री जगन्नाथ धाम मंदिर पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ धाम की शैली में निर्मित होगा. मंदिर में भगवान श्रीजगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा का विग्रह (प्रतिमाएं) होंगी, जो पत्थर की नहीं बल्कि काष्ठ की होंगी जिसमें से नीम की लकड़ी शुभ मानी जाती है. उन्होंने कहा कि यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए न केवल आस्था का केंद्र होगा, बल्कि जिले की धार्मिक पहचान बनेगा. मंदिर की बनावट, गर्भगृह और शिखर की शैली पूरी तरह उड़ीसा के पुरी धाम की तर्ज पर तैयार की जाएगी.
प्रसाद और रथ यात्रा भी पुरी की परंपरा पर आधारित होगी
रामभद्राचार्य ने बताया कि इस मंदिर में श्रद्धालुओं को वही प्रसाद मिलेगा जो पुरी के जगन्नाथ धाम में भक्तों को प्राप्त होता है. मंदिर परिसर में प्रतिदिन भोग और महाप्रसाद की व्यवस्था रहेगी. उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष एक बार रथ यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमाओं को रथ पर विराजमान कर नगर भ्रमण कराया जाएगा.
मंच पर संतों और नेताओं की उपस्थिति ने बढ़ाई भव्यता
कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए संतों और महंतों ने मंच साझा किया. मंच पर पुरी धाम के दैतपाति भवानी दास जी महाराज, पक्का तालाब हनुमान मंदिर के महंत त्यागी जी महाराज, उनके उत्तराधिकारी मोहित मोहनदास जी महाराज, बद्रीनाथ धाम से आए बालक योगेश्वर दास जी महाराज
हनुमानगढ़ी के बलरामदास जी महाराज और सनातन धर्मपीठ बड़ामठ रायबरेली के महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानंद गिरिजी, मौजूद रहे. वहीं राजनीतिक हस्तियों में भाजपा के पूर्व विधायक विक्रम सिंह, विधायक राजेंद्र सिंह पटेल, कृष्णा पासवान समेत कई पदाधिकारी और हास्य कलाकार अन्नू अवस्थी भी मौजूद रहे.
‘दिल मांगे जगन्नाथ’: उड़ीसा से आए भवानी दास महाराज ने दिया संदेश
जगन्नाथपुरी धाम के मुख्य पुजारी भवानी दास महाराज ने भूमि पूजन के दौरान जनपदवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा “दिल मांगे जगन्नाथ.” उन्होंने कहा कि भगवान जगन्नाथ का यह धाम फतेहपुर में धर्म, एकता और प्रेम का संदेश देगा. उन्होंने कहा कि यह अवसर केवल भूमि पूजन का नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण का प्रतीक है.
