Fatehpur News: फतेहपुर में मुख्यमंत्री दिव्यांग योजना में धांधली का आरोप ! राजनीतिक दबाव में अपात्र को आवास
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में मुख्यमंत्री दिव्यांग योजना के तहत दिए जा रहे आवास को लेकर बहुआ (Bahua) ब्लॉक के करसावां (Karswan) ग्रामीणों ने अपात्र को आवास देने का आरोप लगाया है. डीएम सीडीओ को शिकायती पत्र देते हुए न्याय की मांग की गई है.
Fatehpur Bahua News: उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों के हितों के लिए लगातार नई-नई योजनाएं ला रही है. लेकिन भ्रष्टाचारी तंत्र इसे कामयाब नहीं होने दे रहा है. पात्रों को मिलने वाली योजनाओं का लाभ अपात्रों को दिया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला फतेहपुर (Fatehpur) के बहुआ (Bahua) ब्लॉक के अंतर्गत करसवां (Karswan) गांव का है जहां मुख्यमंत्री दिव्यांग आवास योजना के तरफ शुरुवाती दौर में पांच लोगों का चयन किया गया जिनका जियो टैग करने के बाद चार लोगों को आवास का पैसा दिया गया लेकिन पांचवें व्यक्ति का पैसा रोक कर किसी दूसरे अपात्र व्यक्ति को आवास दिया जा रहा है. जिसकी शिकायत पीड़ित व्यक्ति ने डीएम से की है.
मुख्यमंत्री दिव्यांग आवास योजना में भ्रष्टाचार ग्रामीण ने लगाया आरोप
बहुआ (Bahua) ब्लॉक के अंतर्गत करसवां (Karswan) गांव के रहने वाले दिव्यांग रामचंद्र पुत्र रामनारायण ने डीएम को शिकायती पत्र देते हुए कहा है कि वो 45 प्रतिशत दिव्यांग हैं. मुख्यमंत्री दिव्यांग आवास के अंतर्गत उनका चयन किया गया. बहुआ ब्लॉक के अधिकारियों द्वारा प्रार्थी के कच्चे घर की दो बार स्थलीय जांच की गयी जिसमें प्रार्थी को पात्र पाया गया और जॉच होने के बाद प्रार्थी का तुरन्त जीओ टैग करा दिया गया साथ ही अन्य चार लोगों का भी जीओ टैग किया.
रामचंद्र ने कहा की उन्हें छोड़कर गांव के अन्य व्यक्तियों के खाते में आवास का पैसा भेज दिया गया है लेकिन उनके खाते में पैसा नहीं भेजा गया है. गांव के अराजकतत्वों द्वारा अब यह कहा जा रहा है कि अब तुम्हारा आवास काटकर किसी अन्य को दे दिया जायेगा.
राजनीतिक दबाव में अपात्र को दिया जा रहा आवास
वहीं करसवां (Karswan) गांव के ग्रामीणों ने भी डीएम को शिकायती पत्र देते हुए कहा था कि गांव के रहने वाले रामनरेश पुत्र रामशरण एक अपात्र व्यक्ति है जिसकी अगस्त 2023 को शिकायत की गई थी. जिसकी सितंबर 2023 को बहुआ (Bahua) बीडीओ द्वारा जांच कर अपात्र घोषित किया गया था.
ग्रामीणों ने पत्र के माध्यम से कहा कि इससे पहले रामनरेश की पत्नी का नाम प्रधानमंत्री आवास सूची में क्रम संख्या 29 व आईडी नं० 13953497 में था जिसको ग्रामसभा की खुली बैठक में दिनांक 23.01.2023 को अपात्र कर दिया गया था लेकिन इस बाद मुख्यमंत्री दिव्यांग आवास योजना में फिर से राजनीतिक दबाव के चलते रामनरेश का नाम शामिल किया गया है.
गोलमोल जवाब देते रहे बीडीओ और सचिव
करसवां गांव में आवास के संबंध में की गई शिकायत के तहत बहुआ (Bahua) बीडीओ मनोज कुमार अग्रवाल से जब या युगांतर प्रवाह ने सवाल किया की रामचंद्र को आवास का पैसा क्यों नहीं दिया गया तो उन्होंने कहा कि उनको आगे आवास का लाभ दिया जायेगा वो इसके लिए पात्र हैं.
इसबार ऐसा संभव नहीं है कोटा पूरा हो गया है. जबकि जानकारों की बात माने तो उनकी जियो टैगिंग पहले ही हो चुकी है और उनके साथ के व्यक्तियों को पैसा दिया जा चुका है और रामचंद्र की जगह अपात्र रामनरेश को राजनीतिक दबाव में आवास दिया जा रहा है. वहीं ग्राम सचिव उमेश कुमार ने कहा कि इस योजना के तहत केवल चार व्यक्तियों को आवास दिया गया है रामचंद्र को आगे लाभ मिलेगा.
आवास के संबंध में क्या कहा करसवां ग्राम प्रधान ने?
मुख्यमंत्री दिव्यांग आवास योजना के तहत जब ग्राम प्रधान छेद्दी देवी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गांव के पांच व्यक्तियों को आवास देने के लिए कहा गया था जिसमें से चार व्यक्तियों के खाते में पैसा भेज दिया गया है लेकिन रामचंद्र के खाते में ब्लॉक से पैसा नहीं भेजा गया है जबकि उसका जियो टैग भी हो गया है.
उन्होंने कहा कि रामचंद्र पात्र व्यक्ति हैं और उनको सूची की प्राथमिक के आधार पर पहले आवास मिलना चाहिए गलत ढंग से अगर आवास का पैसा किसी अन्य को दिया गया तो हम उसका विरोध करेंगे