Unnao News: उन्नाव में 10 सालों से रह रहा था बांग्लादेशी ! आधार सहित फर्जी दस्तावेज, लखनऊ एयरपोर्ट पर पकड़ा गया

Unnao News Today
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) में रह रहा एक बांग्लादेशी युवक फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारतीय पासपोर्ट बनवाने में कामयाब हो गया. वह मलेशिया भागने की फिराक में था लेकिन लखनऊ एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन टीम ने उसकी पोल खोल दी. युवक के फोन और सोशल मीडिया से बांग्लादेशी नेटवर्क का बड़ा खुलासा हुआ है.
Unnao News: चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लखनऊ पर शनिवार रात सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की. यहां इमिग्रेशन टीम ने मलेशिया जाने की कोशिश कर रहे बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया, जो पिछले 10 साल से उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भारतीय पहचान के सहारे रह रहा था. आरोपित ने स्थानीय प्रशासन से फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाकर आधार कार्ड और फिर भारतीय पासपोर्ट तक हासिल कर लिया था.
एयरपोर्ट पर संदेह ने खोला पूरा राज

10 साल से उन्नाव में बसा था बांग्लादेशी नसीम
पड़ताल में सामने आया कि नसीम बांग्लादेश के चिटगांव जिले के बांदरबन का रहने वाला है. वह पिछले एक दशक से उन्नाव जिले की सफीपुर तहसील के गढ़ी इलाके में रह रहा था. यहां उसने खुद को स्थानीय निवासी साबित करने के लिए निवास प्रमाण पत्र बनवाया. उसी आधार पर आधार कार्ड हासिल किया और फिर पासपोर्ट के लिए आवेदन कर दिया. सभी औपचारिकताओं के बाद उसे भारतीय पासपोर्ट नंबर R 9857356 जारी हो गया.
पासपोर्ट और यात्राओं ने खोला नेटवर्क
सोशल मीडिया से खुला बांग्लादेशी कनेक्शन
जांच एजेंसियों ने जब नसीम के इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स खंगाले तो उसके बांग्लादेशी नेटवर्क की पूरी तस्वीर साफ हो गई. वह फेसबुक पर अपने गांव से जुड़े बांग्लादेशी ग्रुप में सक्रिय था. यूट्यूब हिस्ट्री में बड़ी संख्या में बंगाली गानों की डाउनलोड लिस्ट और बांग्लादेश से जुड़ी सर्च हिस्ट्री मिली. मोबाइल चैट्स और फोन कॉन्टैक्ट्स से भी उसकी गतिविधियां पूरी तरह बेनकाब हो गईं.
पूछताछ में स्वीकारा बांग्लादेशी होने का सच
फारनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) लखनऊ की टीम ने जब नसीम से लगातार पूछताछ की तो उसने आखिरकार सब कुछ कबूल कर लिया. नसीम ने मान लिया कि वह बांग्लादेश का ही निवासी है और फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारत में रह रहा था. अब उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है और एजेंसियां उसके नेटवर्क की गहन जांच में जुट गई हैं.