Fatehpur News: फतेहपुर में ब्राह्मणों को 'आतंकवादी' कहे जाने के नारे से उबाल, वीडियो वायरल होने पर उभरा जातीय टकराव का नया ज़ख्म

Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में ब्राह्मणों को ‘आतंकवादी’ कहे जाने के वायरल वीडियो से बवाल मच गया है. एक आंदोलन के दौरान लगे आपत्तिजनक नारों ने जातीय तनाव को हवा दे दी है. विहिप और सपा नेताओं ने घटना की निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है. प्रशासन अब भी चुप है.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने जातीय भावनाओं को भड़का दिया है. वीडियो में कुछ प्रदर्शनकारी 'सबसे बड़ा आतंकवादी ब्राह्मणवादी' जैसे नारे लगाते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो 30 जुलाई को हुए एक प्रदर्शन का बताया जा रहा है. इसके बाद जिले में भारी राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. हालांकि, प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
आंदोलन के दौरान लगे नारे, वीडियो वायरल होते ही बढ़ा विवाद
जानकारी के मुताबिक 30 जुलाई को हुए एक प्रदर्शन के दौरान लगाए गए भड़काऊ नारों ने पूरे जिले में बवाल खड़ा कर दिया है. प्रदर्शन में शामिल लोगों द्वारा 'ब्राह्मणवादी आतंकवादी' जैसे नारे लगाए गए, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक बैनर भी दिख रहा है जिसमें ‘भारतीय विद्यार्थी मोर्चा’ और ‘राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा’ लिखा गया है.
बैनर पर स्कूल पेयरिंग योजना का विरोध और आरिश व फूलन कुशवाहा को न्याय दिलाने की मांग की गई है. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो पूरी तरह से प्रमाणित है या नहीं. "युगान्तर प्रवाह" इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसका प्रभाव तेज़ी से बढ़ रहा है.
प्रशासन को ज्ञापन देने से पहले लगे ब्राह्मण विरोधी नारे
प्रदर्शनकारी स्कूल पेयरिंग के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे और उनके मुताबिक यह योजना गरीब बच्चों की शिक्षा को प्रभावित करेगी. लेकिन आंदोलन में जातीय और धार्मिक नारेबाज़ी होना प्रशासनिक विफलता की ओर भी इशारा करता है.
विहिप का तीखा प्रहार: 'पैसे लेकर समाज तोड़ने की साजिश'
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय ने इस घटनाक्रम की तीखी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि यह पूरा घटनाक्रम सुनियोजित था और इसका उद्देश्य समाज को जातियों में बांटना है. उनके मुताबिक यह सब कुछ पैसे लेकर कराया जा रहा है ताकि हिन्दू समाज को जातीय आधार पर कमजोर किया जा सके.
उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. पांडेय ने चेतावनी भी दी कि यदि प्रशासन ने आंखें मूंदे रखीं तो समाज में उबाल आना तय है.
समाजवादी पार्टी नेता ने भी जताई आपत्ति, समान क्रिमिनल कोड की मांग
समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य संतोष द्विवेदी ने भी ब्राह्मण विरोधी नारों की निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह बेहद खतरनाक चलन है जिसे जल्द रोकना होगा.
द्विवेदी ने भारत सरकार से समान नागरिक संहिता की तर्ज पर 'कॉमन क्रिमिनल कोड' लागू करने की मांग की है ताकि किसी भी जाति या धर्म के खिलाफ नारेबाज़ी करने पर एक समान कानूनी कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि जब देश एक है तो जाति सूचक और धर्म सूचक शब्दों के इस्तेमाल पर भी एक ही नियम होना चाहिए.
प्रशासन अब तक खामोश, सोशल मीडिया पर गुस्सा उबाल पर
सोमवार को वायरल हुए इस वीडियो को लेकर पूरे जिले में भारी गुस्सा है. सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं. कई लोगों ने इसे ‘ब्राह्मण समाज का अपमान’ बताते हुए विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है. इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन ने अब तक कोई औपचारिक जांच या कार्रवाई नहीं शुरू की है. इससे लोगों में असंतोष और गहराता जा रहा है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को जल्द सख्त कदम उठाने होंगे.