Pulela Gopichand In Kanpur : पद्मश्री से सम्मानित दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद ने कहा,ऐसे स्पोर्ट्स हब की है जरूरत
पदम श्री अवार्ड से सम्मानित देश के जाने-माने अंतरराष्ट्रीय स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद कानपुर पहुंचे .जहां उन्होंने द स्पोर्ट्स हब की सुविधाएं देख खुशी जाहिर की.और स्पोर्ट काम्प्लेक्स में प्रशिक्षण को लेकर युवा और बच्चों को बैडमिंटन के टिप्स भी दिए.
हाईलाइट्स
- भारत के स्टार पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद पहुंचे कानपुर
- द स्पोर्टस हब को देख जताई खुशी,कहा ऐसे स्पोर्ट्स कम्प्लेक्स की है जरूरत
- बैडमिंटन खिलाड़ियों को मिलनी चाहिए पब्लिसिटी
Badminton player gopichand reached kanpur : भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद किसी नाम के मोहताज नहीं है. अपने खेल से सबका ध्यान खींचने वाले गोपीचंद 2005 में पदम श्री अवार्ड से भी सम्मानित हैं. कानपुर पहुंचकर टीएसएच में बैडमिंटन के युवा खिलाड़ियों व बच्चों को टिप्स दिए .साथ ही यह भी कहा कि देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है बैडमिंटन के स्तर को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है.
टीएसएच की सुविधाओं को देख जाहिर की खुशी
शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर कानपुर पहुंचे अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद ने द स्पोर्ट्स हब की सुविधाओं को देखकर प्रसन्नता जाहिर की .द स्पोर्ट्स हब की सुविधाओं को देखते हुए उन्होंने तारीफ करते हुए कहा इस तरह के स्पोर्ट्स कंपलेक्स विकसित किए जाने के बाद निश्चित रूप से यहां पर खेल की प्रतिभाएं निकल कर आएंगी. हमारे देश में होनहार बैडमिंटन खिलाड़ी है प्रतिभाओं की कमी नहीं है.
स्पोटर्स हब जैसा मॉडल लागू हो
स्पोर्ट्स हब जैसा मॉडल देशभर में लागू हो ऐसी पहल सभी को करनी चाहिए. मीडिया से बात करते हुए पुलेला गोपीचंद ने कहा भारत में बैडमिंटन में थॉमस कप जीतकर पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है.नई प्रतिभाएं निकल कर सामने आ रही हैं.जिनपर ध्यान देने की जरूरत है. खास तौर पर उन्होंने कहा कि बैडमिंटन के खिलाड़ियों को पब्लिसिटी की आवश्यकता है और उन्हें ज्यादा पब्लिसिटी मिलनी भी चाहिए . यदि पब्लिसिटी नहीं मिल पाती तो खिलाड़ियों का मनोबल टूट जाता है. भारत सरकार ने बैडमिंटन का स्तर बढ़ाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
कौन हैं पुलेला गोपीचंद
पुलेला गोपीचंद पदम् श्री अवार्ड से सम्मानित है. बैडमिंटन में उन्होंने 2001 में चीन के चेन होंग को फाइनल में पराजित कर ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चेम्पियनशिप जीती.यही नहीं वर्ष 2001 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरुष्कार भी दिया गया.2005 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया.बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल व पीवी सिंधू को उभारने का श्रेय कहीं न कहीं इन्ही को जाता है.इम्फाल में आयोजित राष्ट्रीय खेलो में दो स्वर्ण भी जीते थे,एक कोच के रूप में भी अहम भूमिका निभाई. अपने इस बेहतर खेल शैली की बदौलत उन्हें द्रोणाचार्य पुरुष्कार से भी सम्मानित किया गया.