Kanpur DM CMO News: कानपुर के डीएम और CMO के बीच तनातनी ! वायरल ऑडियो में भ्रष्टाचार की चर्चाएं, प्रमुख सचिव से शिकायत
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कानपुर (Kanpur) में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी पर लापरवाही, भ्रष्टाचार और मनमाने तबादलों के गंभीर आरोप लगाते हुए प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर हटाने की संस्तुति की है. वहीं, सीएमओ के कथित वायरल ऑडियो ने मामले को और गरमा दिया है.

Kanpur DM CMO News: कानपुर में स्वास्थ्य सेवाओं की बिगड़ती स्थिति को लेकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (IAS Jitendra Pratap Singh) और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरिदत्त नेमी (Dr. Haridatta Nemi) के बीच तनाव खुलकर सामने आ गया है.
डीएम ने सीएमओ को हटाने की संस्तुति की है और गंभीर अनियमितताओं को उजागर किया है. इसी बीच सीएमओ के कई आपत्तिजनक ऑडियो वायरल होने से मामले ने और तूल पकड़ लिया है. हालांकि युगान्तर प्रवाह किसी भी ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.
सीएचसी-पीएचसी और कांशीराम अस्पताल में मिली खामियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने पत्र में लिखा कि उन्होंने स्वयं सीएचसी, पीएचसी और कांशीराम अस्पताल का निरीक्षण किया, जहां व्यापक लापरवाही सामने आई. मरीजों के फर्जी नामों की एंट्री, अनुपस्थित डॉक्टर और अव्यवस्थित व्यवस्था जैसे मामलों की शिकायतें मिलीं. बावजूद इसके सीएमओ डॉ. नेमी ने किसी भी दोषी पर कार्रवाई नहीं की. डीएम ने इस लचर रवैये को गंभीर माना और लिखा कि सीएमओ का प्रशासनिक नियंत्रण बेहद कमजोर है.
तबादलों में मनमानी, 10 दिन में 9 बार निकाले गए आदेश
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि सीएमओ ने डॉक्टरों के तबादले बिना किसी प्रक्रिया के मनमाने ढंग से किए. कुछ मामलों में तो 10 दिन के भीतर नौ बार तबादले के आदेश जारी कर दिए गए. अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरएन सिंह समेत कई डॉक्टरों को बार-बार इधर-उधर किया गया. इतना ही नहीं, वित्तीय मामलों में भी हस्तक्षेप करते हुए डॉ. वंदना सिंह जैसे वरिष्ठ लेखाधिकारी को पद से हटाकर एक गैर-वित्त कर्मी को नियुक्त कर दिया गया.
वायरल ऑडियो में सीएमओ की भाषा पर सवाल, डीएम को बताया 'ढोल बजाने वाला'
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर कई ऑडियो वायरल हुए, जो कथित तौर पर सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी की बताई जा रही है. इन ऑडियो में वह जिलाधिकारी के बारे में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते सुने गए. एक ऑडियो में वह कहते हैं, "75 में से सिर्फ यही एक डीएम है जो ढोल बजा रहा है... मैंने ऐसा डीएम कभी नहीं देखा." ऑडियो में मीटिंग को लेकर भी वह डीएम की शैली पर टिप्पणी करते हुए महिलाओं के लिए भी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं.
दूसरे ऑडियो में पैसों की 'जुगाड़' की चर्चा, कमाई के नए रास्तों की योजना
एक अन्य ऑडियो में सीएमओ अपने सहयोगी से पैसों की ‘जुगाड़’ को लेकर चर्चा करते सुने जा रहे हैं. वह पूछते हैं, "मुझे तो 10 देना ही है, कुछ हिसाब बनाओ...". इस बातचीत में नर्सिंग होम्स और पंजीकरण के जरिए ‘कमाई’ के रास्तों की बातें हो रही हैं. ये बातचीत स्वास्थ्य विभाग में गहरी जड़ें जमा चुकी भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है.
सीएमओ ने दी सफाई, बोले- मेरी आवाज नहीं, साजिश के तहत फंसाया जा रहा
डॉ. हरिदत्त नेमी ने इन वायरल ऑडियो को फर्जी बताया है. उन्होंने कहा, "मेरी आवाज नहीं है, मुझे षड्यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है. आजकल एआई के दौर में किसी की भी आवाज बनाई जा सकती है." हालांकि, जिलाधिकारी द्वारा उठाए गए प्रशासनिक और वित्तीय सवालों पर सीएमओ ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है.