Fatehpur News: फतेहपुर में आसमानी कहर ! ऐसे गिरी आकाशीय बिजली, दो की मौत, पांच गंभीर

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) जिले में आकाशीय बिजली गिरने से दो किशोरों की मौत हो गई, जबकि पांच गंभीर रूप से झुलस गए. सभी मवेशी चराने जंगल गए थे और बारिश से बचने महुआ के पेड़ के नीचे खड़े थे. प्रशासन ने सहायता की घोषणा की है.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे गांव को झकझोर दिया. हथगाम थाना क्षेत्र के देवकली गांव में अचानक बदले मौसम ने सात की जिंदगी को झुलसा दिया.

महुआ के पेड़ के नीचे छिपे थे, वहीं टूटा कहर
देवकली गांव के रहने वाले सुदर्शन का बेटा अरविंद (15), जगतपाल का बेटा कुलदीप (14), शिवशंकर का बेटा बबलू (22), रामशंकर का बेटा सरवन (14), मोहन का बेटा श्यामू (14), रामपाल का बेटा सुशील यादव (27) और संतोष की बेटी वंदना (13) गुरुवार सुबह रोज की तरह मवेशियों को चराने जंगल की ओर निकले थे.
अरविंद और कुलदीप की मौत, पांच अस्पताल में भर्ती
बिजली गिरने की आवाज सुनते ही गांव में हड़कंप मच गया. परिजन और ग्रामीण दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे. झुलसे हुए बच्चों को आनन-फानन में सीएचसी हथगाम पहुंचाया गया. वहां डॉक्टरों ने अरविंद और कुलदीप को मृत घोषित कर दिया.
बाकी पांच की हालत गंभीर थी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया. डॉक्टरों के अनुसार, सभी झुलसे 30% से अधिक जल चुके थे, लेकिन समय पर उपचार मिलने से उनकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.
घर में पसरा मातम, मां-बाप हुए बेसुध
जैसे ही अरविंद और कुलदीप की मौत की खबर घर पहुंची, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. अरविंद के पिता सुदर्शन और कुलदीप के पिता जगतपाल बेटों के शवों को देख बेसुध हो गए.
गांव में मातम पसर गया, गांव के बुजुर्गों के मुताबिक, इस तरह की घटना उन्होंने पहली बार देखी है. ग्रामीणों ने किशोरों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी और सरकार से उचित सहायता की मांग की.
प्रशासन मौके पर पहुंचा, शुरू हुई मुआवजे की प्रक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही हथगाम थाना प्रभारी निकेत भारद्वाज पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
साथ ही राजस्व विभाग की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया. अपर जिलाधिकारी अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि मृतकों के परिवारों को दैवीय आपदा राहत कोष से 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. घायलों का इलाज पूरी तरह सरकारी खर्चे पर किया जा रहा है.