Fatehpur News: भूमि पूजन में हेलीकॉप्टर से होगी पुष्पवर्षा, 9 घंटे रूट रहेगा डायवर्जन ! दैतापति की उपस्थिति में वीरेंद्र पांडेय ने खोदी नींव
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में श्री जगन्नाथ मंदिर के भूमि पूजन समारोह को लेकर दो नवंबर को बड़ा धार्मिक आयोजन होगा. इस दौरान तुलसी पीठाधीश्वर श्रीरामभद्राचार्य महाराज और जगन्नाथपुरी धाम के प्रधान सेवायत भवानीदास जी महानराज सहित कई विशिष्ट संतों का आगमन होगा. कार्यक्रम के चलते दोपहर 2 बजे से रात 11 बजे तक 9 घंटे का रूट डायवर्जन लागू रहेगा.
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले के पक्का तालाब स्थित हनुमान मंदिर में बनने जा रहे भव्य श्री जगन्नाथ मंदिर का भूमि पूजन 2 नवंबर को होने जा रहा है. इस अवसर पर तुलसी पीठाधीश्वर श्रीरामभद्राचार्य महाराज, जगन्नाथपुरी धाम के प्रधान सेवायत भवानीदास जी महानराज और देशभर से आए संतों की उपस्थिति में यह ऐतिहासिक आयोजन संपन्न होगा. इस दौरान शहर में यातायात व्यवस्था के लिए विशेष डायवर्जन लागू रहेगा, जबकि सुबह भूमि पूजन के समय हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी.
9 घंटे रहेगा यातायात डायवर्जन, कई रूटों पर वाहनों की आवाजाही बंद

भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित
लालजी सविता ने बताया कि रायबरेली की ओर जाने वाले भारी वाहन कल्यानपुर थाने के बक्सर मोड़ से ऊंचगांव, भगवंतनगर, बिहार और लालगंज होकर अपने गंतव्य तक जाएंगे. वहीं बांदा की ओर से आने वाले वाहन दतौली, बहुआ, राधानगर, जयरामनगर, ऊंचगांव, भगवंतनगर, बिहार और लालगंज होकर रायबरेली पहुंचेंगे. प्रशासन ने सभी ट्रक और बस ड्राइवरों को पहले से मार्ग बदलने की सलाह दी है.
सुबह 9 से 11 बजे तक होगा भूमि पूजन, 108 आचार्य करेंगे वैदिक मंत्रोच्चार
भवानीदास जी ने की पूजा, नींव की खुदाई का शुभारंभ
भूमि पूजन से पहले शनिवार को जगन्नाथ पुरी के दैतापति भवानीदास जी महानराज भूमि पूजन स्थल पहुंचे. उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता संतोष तिवारी, ब्लॉक प्रमुख अमित तिवारी और उनके परिवारजनों के साथ हनुमान मंदिर आश्रम में हवन पूजन किया. इसके बाद जगन्नाथ मंदिर के गर्भ स्थल में विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय ने फावड़े से नींव की खुदाई की शुरुआत की.
रविवार को श्रीरामभद्राचार्य महाराज रखेंगे पहली ईंट, देवउठनी एकादशी पर विशेष महत्व
तुलसी पीठाधीश्वर श्रीरामभद्राचार्य महाराज स्वयं मंदिर की नींव में ईंट रखकर निर्माण कार्य का शुभारंभ करेंगे. यह दिन देवउठनी एकादशी होने के कारण विशेष धार्मिक महत्व रखता है. इस बार शनिवार और रविवार उदयातिथि होने से यह शुभ समय और भी पवित्र माना जा रहा है. श्रद्धालु इस अवसर को ऐतिहासिक क्षण के रूप में देखने को उत्सुक हैं.
