UP Fatehpur News: फतेहपुर के गैंगस्टर शराब माफिया प्रधान की करोड़ों की संपत्ति जप्त ! जिला पंचायत सदस्य हैं पत्नी
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में पुलिस ने कुख्यात शराब माफिया व ग्राम प्रधान राकेश उर्फ मनमोहन सिंह की एक करोड़ से अधिक की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की. माफिया ने दो प्लॉट अपनी जिला पंचायत सदस्य पत्नी के नाम पर खरीदे थे, जिन्हें भी प्रशासन ने जब्त कर लिया.

UP Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है. रविवार को इसी अभियान के तहत कुख्यात शराब माफिया और ग्राम प्रधान राकेश उर्फ मनमोहन सिंह की करोड़ों की संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त कर लिया गया. कार्रवाई की खास बात यह रही कि माफिया ने जिन दो प्लॉटों को अपनी जिला पंचायत सदस्य पत्नी के नाम पर खरीद रखा था, उन्हें भी जब्ती में शामिल किया गया.
ग्राम प्रधान के नाम दर्ज हैं 14 संगीन मुकदमे
मलवां थाना (Malwan Thana) क्षेत्र के मीरमऊ पैंगबपुर निवासी राकेश उर्फ मनमोहन सिंह वर्तमान में गांव का प्रधान है. लेकिन इसके समानांतर वह एक लंबे समय से अवैध शराब कारोबार का बड़ा चेहरा भी बन चुका था.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार राकेश पर मलवां थाने में कुल 14 गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. इनमें अधिकतर मामले अवैध शराब के निर्माण और बिक्री से जुड़े हुए हैं. प्रशासन ने पहले ही उस पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया था.
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पत्नी के नाम पर खरीदे थे दो प्लॉट, अब हुए जब्त
राकेश की पत्नी मंजू सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं और सनगांव वार्ड से चुनी गई हैं. सूत्रों के मुताबिक राकेश ने अपराध से अर्जित पैसे से दो महंगे प्लॉट अपनी पत्नी के नाम पर खरीदे थे.
पुलिस जांच में जब इन संपत्तियों की जानकारी सामने आई तो प्रशासन ने इन्हें भी जब्ती की प्रक्रिया में शामिल कर लिया. रविवार को सीओ सिटी सुशील दुबे, कोतवाल तारकेश्वर राय और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने लोधीगंज के पास सरायमीना में स्थित इन प्लॉटों को कब्जे में लिया.
माफिया के चार बेशकीमती प्लॉट प्रशासन ने किए जब्त
सीओ सिटी सुशील दुबे ने बताया कि कुल चार प्लॉट जब्त किए गए हैं, जिनकी बाजार में अनुमानित कीमत 1 करोड़ 18 लाख 84 हजार रुपये है. इनमें से दो प्लॉट राकेश की पत्नी मंजू सिंह के नाम पर थे, जबकि दो प्लॉट राकेश के ही नाम पर दर्ज थे. पुलिस और प्रशासन की यह कार्रवाई शराब माफियाओं और संगठित अपराधियों के खिलाफ सख्त संदेश के रूप में देखी जा रही है.
पहले भी हो चुकी है जब्ती की कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक यह पहली बार नहीं है जब प्रशासन ने राकेश की संपत्ति को निशाना बनाया हो. इससे पहले भी जिला प्रशासन उसकी संपत्तियों पर कार्रवाई कर चुका है. लगातार की जा रही कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि जिले में माफियाओं के खिलाफ अब प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है.