Fatehpur News: किन्नर के प्यार में डूबा बेटा बना साजिशकर्ता ! पिता के गहने बेच रची फर्जी लूट की कहानी, 6 गिरफ्तार
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में किन्नर के प्यार में पागल युवक ने पिता के गहने बेच दिए और लूट की झूठी कहानी गढ़ी. पुलिस ने प्रेम, धोखे और साजिश से भरे इस मामले का खुलासा करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है.

Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में किन्नर के प्यार में इस कदर अंधा हुआ एक युवक कि उसने अपने पिता के वर्षों के भरोसे को ठुकरा दिया, पारिवारिक इज्जत दांव पर लगा दी और कानून को ठगने के लिए फर्जी लूट की ऐसी साजिश रच डाली, जिसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई.
मामला शुक्रवार थरियांव थाना क्षेत्र के हसवा चौकी के पास का है जहां एक सराफा कारोबारी के बेटे सूरज दीक्षित ने खुद के साथ हुई लूट की सूचना दी, लेकिन हकीकत सामने आई तो मामला एक प्रेम और धोखे की खौफनाक साजिश में बदल चुका था.
किन्नर के प्यार में डूबा युवक बना 'मास्टरमाइंड'
फतेहपुर (Fatehpur) के नरैनी निवासी सूरज दीक्षित नौटंकी का ठेका लेकर काम करता है. एक वर्ष पहले उसी दौरान उसकी मुलाकात किन्नर परी उर्फ अनुज से हुई थी. शुरुआत में यह सिर्फ जान-पहचान थी, लेकिन समय के साथ यह रिश्ता गहराता गया.
परी के माध्यम से सूरज का संपर्क गाजीपुर की किन्नर ट्विंकल उर्फ डब्लू से हुआ. ट्विंकल को पैसों की जरूरत थी, और सूरज अपने 'प्रेम' की कीमत चुकाने को तैयार था. लेकिन पिता से पैसे नहीं मिल सकते थे, इसलिए उसने अपने ही पिता की दुकान से चुपचाप लाखों के जेवर निकाल लिए.
साजिश ऐसे बुनी गई जैसे फिल्म की स्क्रिप्ट
सूरज ने प्लान के मुताबिक जेवर अपने दोस्त शिवांश मिश्रा को सौंपे, जिसने एक महिला की मदद से उन्हें चौक बाजार में सराफा व्यापारी अमित सोनी को बेच दिया. इस सौदे से कुल दो लाख रुपये मिले, जिसमें से बीस हजार महिला को देकर बाकी रकम सूरज को लौटा दी गई.
सूरज ने इसमें से डेढ़ लाख रुपये परी को दिए. उसने राधिका उर्फ आदित्य नामक किन्नर के हाथों गाजीपुर की ट्विंकल को भिजवा दिया. खुद सूरज तीस हजार अपने पास रख घर के लिए निकला, और बीच रास्ते पर बाइक रोककर खुद के साथ ‘लूट’ होने की झूठी कहानी गढ़ दी.
पुलिस की परत-दर-परत जांच में टूटी झूठ की दीवार
जैसे ही पुलिस को लूट की सूचना मिली, एसपी धवल जायसवाल (IPS Dhawal Jaiswal) ने थरियांव थाना, एसओजी और सर्विलांस टीम को सक्रिय कर दिया. कॉल डिटेल, लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने 24 घंटे में ही सच्चाई उधेड़ दी. सूरज की कहानी में एक के बाद एक झोल सामने आते गए. सख्ती से पूछताछ में सूरज टूट गया और अपने झूठ का कबूलनामा कर बैठा. पुलिस ने तुरंत सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
साजिशकर्ता सहित 6 को किया गया गिरफ्तार
इस फर्जी लूट की साजिश में पुलिस ने सूरज दीक्षित, किन्नर परी उर्फ अनुज, किन्नर राधिका उर्फ आदित्य, किन्नर छवि उर्फ जीशान, शिवांश मिश्रा और सराफा व्यापारी अमित सोनी को गिरफ्तार कर लिया है. इन सभी पर पुलिस को गुमराह करने, साजिश रचने और अवैध लेन-देन करने के आरोप लगे हैं.
किन्नरों का बयान, हमें नहीं पता था लूट के पैसे हैं
पुलिस हिरासत में किन्नर परी ने दावा किया कि उसे नहीं मालूम था कि ये पैसे लूट की साजिश से आए हैं. उसने कहा कि सूरज ने अपनी मर्जी से उसे पैसे दिए थे. हालांकि पुलिस का कहना है कि सभी तथ्य इस बात की तस्दीक करते हैं कि सभी को पूरी योजना की जानकारी थी और वे इस साजिश में शामिल थे.