Aarush Pathak UPPCS J: यूपी के इस परिवार में सब हैं जज ! आरुष पाठक भी हुए शामिल मिली 97 वीं रैंक
Aarush Pathak Basti: एक ही फैमिली में 5 जज हो तो क्या कहने, लखनऊ के रहने वाले आरुष पाठक ने UPPCS J परीक्षा में 97 वीं रैंक लाकर अपने परिवार में 5 वें जज बनने की भूमिका अदा की. हालांकि आरुष मौजूदा समय में भी जज हैं लेकिन वह जयपुर में तैनात हैं. उनका सपना तो अपने परिवार के पास आने का लगा हुआ था. जो साकार हो गया, आरुष को जज बनने पर परिवार समेत तमाम लोग उन्हें बधाइयां दे रहे हैं.
हाईलाइट्स
- यूपी पीसीएस जे परीक्षा में लखनऊ के आरुष पाठक की आयी 97 वीं रैंक, घर में 4 जज पहले से ही
- आरुष 2022 से राजस्थान के जयपुर में सिविल जज के पद पर तैनात है,परिवार के पास आने का था सपना
- घर में पिता भी रिटायर्ड जज,दोनों बहन-बहनोई भी जज हैं, बधाइयों का लगा तांता
Aarush Pathak UPPSC PCS J 2022: राजस्थान के जयपुर में 2022 से तैनात सिविल जज आरुष पाठक अब यूपी का रुख कर चुके हैं. यहां उन्हें उनकी फैमिली का साथ खींच लाया. फैमिली में पिता,बहन,बहनोई,जब जज हो फिर बेटा कैसे पीछे रह सकता है. बेटा जज तो पहले ही बन गया लेकिन राजस्थान में, मगर जब उसे पता लगा यूपी पीसीएस जे की वैकेंसी आयी है.
फिर आरुष ने आवेदन कर दिया, और परीक्षा जैसे ही उसने क्लियर की, उसका परिवार के पास आने का सपना भी पूरा हो गया. आइये आपको बताते हैं कि यह कौन सी फैमिली है जिनके यहां इतने सारे जज है. और अब आरुष भी यहां जज बनने जा रहे हैं.
पहले राजस्थान के जयपुर में सिविल जज अब आरुष यूपी में बनेंगे जज
लखनऊ के आरुष पाठक राजस्थान के जयपुर में सिविल जज के रुप में तैनात हैं. पिता श्रीचंद पाठक जज के पद पर सेवानिवृत्त हुए, उनकी फैमिली जज से ही भरी हुई है. दो बेटियां, दोनों दामाद ये सब भी जज हैं. बेटा आरुष 2022 में राजस्थान पीसीएस जे की परीक्षा पास कर 40 वीं रेंक लाकर जज बना और परिवार का मान बढ़ाया. मगर आरुष पाठक को कहीं न कहीं ये मलाल था कि काश में उत्तर प्रदेश में सेवा करता तो घर वालों के करीब रहता. आरुष बचपन से ही पढ़ने में अच्छे रहे.
अपने राज्य और परिवार के पास आने का था सपना
आरुष की स्कूलिंग लखनऊ और दिल्ली से हुई .एमिटी लॉ कॉलेज से उन्होंने एलएलबी किया फिर लखनऊ से एलएलएम किया. अगस्त 2022 में राजस्थान पीसीएस जे परीक्षा पास की. जयपुर में सिविल जज के रूप में तैनाती मिली. आरुष ने कड़ी मेहनत के बल पर इसी दरमियां यूपी पीसीएस जे की परीक्षा को पास किया. 97 वीं रैंक लाकर आरुष का यूपी आने और परिवार के पास पहुंचने का सपना साकार हो गया. आरुष अपनी इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं, क्योंकि वह अपने परिवार वालो के समीप आना चाहते थे. मौजूदा समय में परिवार में 4 जज हैं, अब आरुष को मिलाकर 5 हो गए.
गरीबों के दर्द को समझकर न्याय करना उद्देश्य (Provincial Civil Service)
आरुष के परिवार में दो बहनें हैं जिसमें एक बहन Adj पूनम पाठक और बहनोई Adj नितिन पांडे हैं ये मथुरा में तैनात हैं. जबकि दूसरे बहन-बहनोई सम्भल के चंदौसी कोर्ट में बहन CJM बबिता पाठक, बहनोई सिविल डिवीजन मयंक त्रिपाठी हैं. सभी ने आरुष को शुभकामनाएं दी हैं.आरुष पाठक का कहना है कि इस ओर जिसका सबसे ज्यादा श्रेय जाता है, वह मेरे पिता व बहन और बहनोई हैं. जिनसे मुझे हमेशा प्रेरणा मिलती रही. जज आरुष पाठक का ये भी कहना है, कि गरीबों के दर्द को समझकर न्याय करना और त्वरित न्याय प्रणाली पर काम करना ही अब उनका पहला उद्देश्य है.