Fatehpur News: फतेहपुर में प्रशासन ने गज़ब कर दिया ! आज़ादी के वीर सपूत की जगह शिलापट्ट में फर्जीनाम
- By युगान्तर प्रवाह संवाददाता
- Published 30 Aug 2023 04:07 PM
- Updated 16 Sep 2023 01:01 PM
फतेहपुर में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत लगाए गए शिलापट्ट में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की जगह एक फर्जीनाम अंकित कर दिया है. सेनानी स्व0 गयादीन के पौत्र शिवसहाय ने जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की है.
हाइलाइट्स
फतेहपुर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की जगह शिलापट्ट में दर्ज हुआ फर्जी नाम
फतेहपुर के बरौहां गांव में केवल एक सेनानी गयादीन दूसरे का नहीं है प्रमाण
सेनानी के पौत्र शिवसहाय ने डीएम से की शिकायत, प्रधान सचिव सहित बीडीओ पर दर्ज हो मुकदमा
Fatehpur Freedom Fighter Gayadeen: यूपी के फतेहपुर में सरकार द्वारा 15 अगस्त अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव क्षेत्रों में "मेरी माटी मेरा देश" कार्यक्रम के तरह शिलापट्ट यानी की शिलाफलकम लगाकर उनका सम्मान किया जा रहा है. लेकिन जिले के बहुआ विकास खंड के गांव बरौहां में प्रशासनिक लापरवाही के चलते स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व0 गयादीन की जगह एक दूसरा नाम दर्ज कर दिया गया है. सेनानी के पौत्र शिवसहाय ने डीएम से लिखित में इसकी शिकायत करते हुए न्याय की मांग की है.
तत्कालीन मुख्यमंत्री ने दिया ताम्रपत्र, बागला ने दिया प्रमाण पत्र
भारत की आज़ादी में योगदान देने वाले फतेहपुर के वीर सपूत गयादीन को पच्चासवीं स्वतंत्रता जयंती 15 अगस्त 1972 को यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी ने ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया था. वहीं जिले के डीएम स्वर्ण दास बागला ने सन 1972 को सेनानी को प्रमाण पत्र देते हुए दर्शाया था कि अंग्रेजी हुकूमत के विरोध में गयादीन को दो माह की कैद हुई थी. सन 72 में ही उन्हें चांदी का बिल्ला भी दिया गया था.

सेनानी गयादीन के प्रमाण पत्र
सरकारी पुस्तक में दर्ज है सेनानी का नाम पत्नी को मिलती थी पेंशन
फतेहपुर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गयादीन का नाम सूचना विभाग उत्तर प्रदेश से जारी पुस्तक "स्वतंत्रता संग्राम सेनानी" भाग 3 इलाहाबाद डिवीजन की पेज संख्या 602 में श्री गयादीन आत्मज श्री मातादीन सोनार, बरौहां ललौली फतेहपुर दर्ज है. शिकायतकर्ता पौत्र शिवसहाय ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी दादी स्व राजरानी को उनके बाबा की मृत्यु के बाद स्वतंत्रता सेनानी के आश्रित की पेंशन भी मिलती थी साथ ही रोडवेज बस में यात्रा के लिए पास भी मिला था. शिवसहाय बताते हैं कि सेनानी के आश्रितों में उनके भाई बहनों के नाम भी दर्ज हैं.

फतेहपुर बरौहां के सेनानी स्व गयादीन : फाइल फोटो
रसूखदार लोगों ने लिखवा फर्जी नाम, दर्ज हो मुकदमा, चलाया जाए बुलडोजर
सेनानी के पौत्र ने डीएम को दिए हलफनामे में बताया कि 15 अगस्त के दिन ग्राम बरौहां के कंपोजिट विद्यालय के प्रांगण में लगे शिलापट्ट में फर्जी नाम दर्शाते हुए झंडारोहण किया गया. जिस व्यक्ति का नाम लिखा गया है वो व्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं था. शिवसहाय ने कहा कि गांव के प्रभावशाली लोगों के कहने पर ग्राम प्रधान पंचायत सचिव और बीडीओ ने फर्जी नाम लिखवाया है जिससे मेरा परिवार पूरी तरह आहत है इनलोगों के लिखाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर से शिलापट्ट को तोड़कर सेनानी गायदीन को न्यायोजित सम्मान देना चाहिए.