Holi Called Different States In Hindi: होली के रंग अनेक ! जानिए देश के इन राज्यों में होली मनाए जाने की परंपरा, किन नामों से जाना जाता है
होली कॉल डिफरेंट स्टेट्स इन इंडिया
होली का पर्व (Festival Of Holi) खुशियों के पर्व के रूप में मनाया (Celebrate) जाता है. भारत के कई राज्यों में अलग-अलग तरह से होली के पर्व बनाए जाने की परंपरा (Traditional) चली आ रही है और इन राज्यों में होली को अलग-अलग नाम से भी जाना जाता है. चलिए आपको बताएंगे कि भारत के किन-किन राज्यों में होली किस तरह मनाई जाती है.
उत्तर प्रदेश की होली यानी बृज की होली बेहद खास
अब जब होली (Holi) की बात आती है तो सबसे पहले जुबान में नाम तो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का ही आता है यहां की बृज की होली (Braj Ki Holi) पूरे देश और दुनिया में प्रसिद्ध है. खास तौर पर मथुरा के बरसाना, नंदगांव और वृंदावन की होली का विशेष महत्व है. यहां की लट्ठमार होली (Lathmar Holi) विशेष प्रसिद्ध है और फूलों की होली, लड्डू होली (Ladhu Holi) और अंत में रंगों की होली से मथुरा की होली का समापन होता है.
यहां होरियारे जमकर अबीर-गुलाल उड़ाकर एक दूसरे को गले लगा कर होली की बधाई देते हैं. इसके साथ ही गुजिया, मठरी, नमकीन जैसे व्यंजनों का लुत्फ सभी उठाते हैं. उदयपुर राजस्थान की होली बेहद शाही अंदाज में मनाई जाती है. राजस्थान की परम्परा का अनूठा दृश्य यहां दिखता है. बॉनफायर के माध्यम से होलिका दहन होता है. आतिशबाजी होती है.
बिहार,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ और झारखंड की होली का महत्व
बात की जाए बिहार, एमपी और झारखंड की तो यहां पर होली को फॉग (Fagua Holi) भी कहा जाता है. कई जगह फाग भी खेली जाती है तो धूमधाम से एक दूसरे पर रंग खेला जाता है और लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं. मध्य प्रदेश में भी होली बेहद शानदार ढंग से मनाई जाती है इसके साथ ही मध्य प्रदेश के झाबुआ क्षेत्र में आदिवासी क्षेत्र में भगोरिया (Bhagoria Holi) नाम से होली का उत्सव मनाया जाता है.
यहां पर फागुन की फुहार में हर तरफ एक दूसरे के प्रति प्यार उमड़ता रहता है. होली वाले दिन होलिका दहन होता है, छत्तीसगढ़ में होली को होरी के नाम से जाना जाता है छत्तीसगढ़ में होली के दिन अद्भुत संगीत और गायन का आयोजन होता है और रंग भी खेलते है. दूसरे दिन धुलेंडी और पांचवे दिन रँग पंचमी (Rang Panchami) मनाते है.
महाराष्ट्र,गोवा और गुजरात की होली
अब बात की जाए महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात की होली की तो महाराष्ट्र में होली पर्व को रंग पंचमी कहा जाता है तो वही गोवा में शिगमो (Shigmo Holi) का पर्व मनाया जाता है. गुजरात में गोविंदा होली की धूम मची रहती है. खास तौर पर महाराष्ट्र, गुजरात में मटकी फोड़ होली (Matki Fod Holi) का विशेष प्रचलन है इसके बाद धूमधाम से यहां पर लोग रंगों का उत्सव मनाते हैं.
पंजाब और हरियाणा की होली
बात आती है पंजाब और हरियाणा की तो पंजाब की होली को होला मोहल्ला (Hola Mohalla) कहा जाता है पंजाब में इस होला मोहल्ला वाली होली को अनंतपुर साहिब में तीन दिन मनाया जाता है. यहां तलवारबाजी, घुड़सवारी और मार्शल आर्ट के माध्यम से होली मनाई जाती है. लंगर के साथ ही स्वादिस्ट व्यंजन परोसे जाते हैं. सिख समुदाय के अंतिम गुरु गोविंद सिंह जी ने इस परम्परा को शुरू किया था. हरियाणा में होली को धुलेंडी कहा जाता है हरियाणा में भाभी और देवर की होली का महत्व है यहां भाभियां अपने प्यारे देवर को पीटती है और देवर भी अपनी भाभियों को रंग डालते हैं, यह पर्व यहां पर धूमधाम और खुशी के साथ मनाया जाता है. बढ़िया व्यंजन पकवान बनते हैं.
बंगाल, उड़ीसा और कर्नाटक में होली
पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में इस पर्व को बसंत उत्सव और डोल पूर्णिमा (Dhol Purnima Holi) के नाम से जाना जाता है इस डोल पूर्णिमा के अवसर पर भगवान की प्रतिमा की पालकी निकाली जाती है और एक दूसरे पर रंग को डालते हुए खुशियां मनाई जाती है. कर्नाटक में होली के पर्व को कामना हब्बा (Kamana Habba) के नाम से जाना जाता है यही नहीं यहां हम्पी में यह पर्व बड़े नाचते, गाते धूमधाम से मनाते हैं. कुछ इसी तरह की होली आंध्र प्रदेश और हैदराबाद में भी होती है.
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की होली
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की होली का भी विशेष महत्व है उत्तराखंड की कुमाऊं होली काफी प्रसिद्ध है इस होली के अवसर पर विभिन्न प्रकार के संगीत एक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं तो वही यहां की होली के कई नाम भी दिए गए. बैठकी होली (Baithki Holi), खड़ी होली (Khadi Holi) और महिला होली (Mahila Holi) है. ऐसा कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन से ही होलियारे घर-घर जाकर यह पर्व खुशी-खुशी मनाते हैं. दिल्ली की होली भी रंगों की होली के रूप में मनाई जाती है.
मणिपुर, असम व तमिलनाडु की होली
मणिपुर और असम की होली का भी अलग-अलग नाम है मणिपुर में इसे यह योशांग (Yaoshang Festival) कहा जाता है इसके साथ ही धुलेंडी वाले दिन को पिचकारी (Pichkari) कहा जाता है, तो वही असम की होली को फ़गवा या देओल (Deol Holi) कहते हैं.
इसके साथ ही मणिपुर में भी है रंगों का त्योहार 6 दिनों तक मनाया जाता है यहां का पारंपरिक नृत्य थाबल चोंगबा (Thabal Chongba) भी किया जाता है. वैसे ही सिक्किम, त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में भी यह त्यौहार मनाया जाता है. अब बात आती है तमिलनाडु राज्य की तो यहां पर तो ऐसा कहा जाता है कि यहां पर होली को कामदेव के बलिदान के रूप में से याद किया जाता है यहां की कमान पांडिगाई (Kaman Pandigai) कहा जाता है जो की एक असुर होली (Asur Holi) है. साथ ही काम डे मानवी भी कहते हैं जबकि कर्नाटक की होली कामना हब्बा (Kamana Habba) कहा जाता है ठीक उसी तरह की होली आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मनाई जाती है.