कानपुर प्रमिला पांडे न्यूज़ : रिवाल्वर 'दादी' के आगे एक न चली साइकिल और पंजे की,लगातार दूसरी बार बनेंगी कानपुर की महापौर
कानपुर शहर की जनता ने एक बार फिर बीजेपी मेयर प्रत्याशी प्रमिला पांडे पर भरोसा जताया ,जहां प्रमिला पांडे इस नगरीय निकाय चुनाव में भारी बहुमतों से जीत दर्ज कर दूसरी बार मेयर की कुर्सी पर बैठने जा रही है.
हाईलाइट्स
- कानपुर से बीजेपी की भारी बहुमतों से जीत
- दोबारा मेयर बनेंगी प्रमिला पांडे
- जनता से किये वायदों को पूरा करने का संकल्प
BJP mayor candidate wins with huge majority in Kanpur : उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के दूसरे चरण के नतीजे आ चुके है, 110 वार्डो के पार्षद व महापौर पद के लिए हो रहे इस चुनाव की मतगणना नौबस्ता के गल्ला मंडी में अपने तय समय के अनुसार सुबह 8 बजे शुरू हो गयी थी। पहले राउंड से भाजपा मेयर प्रत्याशी प्रमिला पांडेय बढ़त हासिल कर अपने इरादे साफ कर दिए थे कि इतनी जल्दी वह हार मानने वाली नही है,और दोपहर 12 बजे तक ये बढ़त तेरह हजार दो सौ बासठ वोटों तक पहुँच गयी,पांचवे राउंड तक भाजपा प्रत्यासी प्रमिला पांडेय को छियानवे हजार नौ सौ सत्ताईस मिले तो वहीं सपा प्रत्याशी वंदना वाजपेयी उनसठ हजार सात सौ अठावन और कांग्रेस प्रत्यासी आशनी अवस्थी को छब्बीस हजार उनतालीस वोट मिले, जबकि बसपा प्रत्यासी अर्चना निषाद को तेरह हजार आठ सौ उनतालीस वोट मिले।
प्रमिला पांडेय को मिली बढ़त हजारों से लाखों तक पहुँच गयी और देखते ही देखते 13 महापौर प्रत्याशियों के बीच हो रहे इस घमासान की तस्वीर ही बदल गयी. हालांकि रुझानों को देखते हुए बीजेपी प्रत्याशी जीत का परचम लहरा चुकी है.
इतने वोटों से जीती बीजेपी प्रत्याशी
कानपुर में 22 लाख वोटर्स थे, जबकि इस बार चुनाव में 9 लाख वोटर्स ने वोट की चोट की थी, जहां शहरवासियों को शहर की सरकार मिल गयी, बीजेपी मेयर प्रत्याशी प्रमिला पांडेय 1 लाख 77 हजार वोट से जीत गयी, भाजपा की प्रत्याशी ने सपा प्रत्याशी वंदना बाजपेई को भारी अंतराल से हराया ,प्रमिला पांडेय को 4 लाख 40 हजार 353 वोट मिले जबकि सपा की वंदना बाजपेई को 2 लाख 62 हजार 507 वोट मिले,कांग्रेस से आशनी अवस्थी को 90 हजार 480 वोट मिल सके, जबकि बसपा से अर्चना निषाद को 52 हजार 143 वोट मिले,
यानी प्रमिला पांडे सुबह से ही सब पर भारी पड़ी और एक बार फिर मेयर का ताज उनके सिर सजेगा.
दोबारा भरोसा जताने पर जनता को दिया धन्यवाद
शाम होते होते महापौर भाजपा प्रत्याशी प्रमिला पांडेय ने डेढ़ लाख वोटों से एतिहासिक जीत हासिल करते हुए कानपुर में महापौर की लगातार हो रही जीत को जारी रखा आपको बता दें कि, साल 1995 में पहली बार भाजपा प्रत्यासी सरला सिंह ने जीत का स्वाद चखा था। जिसके बाद से एक बार कांग्रेस से मेयर अनिल शर्मा भी रहे जिसके बाद लगातार भाजपा का ही मेयर सीट पर कब्जा बरकरार रहा,और इस बार भी मेयर कुर्सी भाजपा के ही पास रहेगी.
बात की जाए यदि पिछले निकाय चुनाव की तो प्रमिला पांडेय ने कांग्रेस प्रत्यासी वंदना मिश्रा को करीब एक लाख हजार वोटों से हरा कर मेयर पद अपने नाम कर लिया था। वही पांच सालों बाद एक बार फिर प्रमिला पांडेय ने अखिलेश यादव के करीबी और समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी वंदना बाजपेयी को करीब डेढ़ लाख से भी ज्यादा वोटों से हराकर विपक्षियों को करारा जवाब दिया है।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर मुख्यमंत्री पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं व नेताओं का अभिवादन करते हुए जनता को विश्वास दिलाया है कि जैसे पिछले कार्यकाल में उन्होंने शहर वासियों की सेवा की है आने वाले 5 सालों में भी अपने बचे हुए कार्यों को पूरा करते हुए स्मार्ट सिटी कानपुर को और भी बेहतर बनाने का काम करेंगी.