Fatehpur News Today: फतेहपुर में किसान नेता से पुलिस की झड़प का वीडियो वायरल, जीप में जबरन ठूंसने का आरोप
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर में खखरेरू थाना क्षेत्र में एक किसान नेता और पुलिस के बीच हुई झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में पुलिसकर्मी किसान को जबरन जीप में बैठाते नजर आ रहे हैं. किसान नेता ने पुलिस पर मारपीट और अभद्रता के आरोप लगाए हैं, जबकि पुलिस ने शराब पीकर हंगामा करने की बात कही है.

Fatehpur News Today: यूपी के फतेहपुर जिले में एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है. खखरेरू थाना क्षेत्र के रक्षपालपुर चौराहे पर बुधवार को चेकिंग के दौरान किसान यूनियन टिकैत गुट के नगर अध्यक्ष राजा सिंह और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इस दौरान पुलिस द्वारा किसान नेता से मारपीट कर उसे जीप में जबरन ठूंसने का वीडियो वायरल हो गया है.
चेकिंग के दौरान झड़प, मौके पर बना वीडियो वायरल
फतेहपुर के रक्षपालपुर चौराहे पर पुलिस द्वारा की जा रही चेकिंग के दौरान यह विवाद सामने आया. किसान यूनियन टिकैत गुट से जुड़े नगर अध्यक्ष राजा सिंह खेत से लौटकर अपने घर जा रहे थे. रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोककर पूछताछ शुरू की.
आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बिना किसी ठोस वजह के उनसे बदसलूकी की. जब राजा सिंह ने विरोध किया तो बात बढ़ गई. मौजूद लोगों ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
किसान नेता का आरोप, बिना वजह पुलिस ने की अभद्रता
किसान नेता राजा सिंह ने मीडिया को बताया कि वे अपने खेत से लौट रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया. उनके मुताबिक, चेकिंग के नाम पर पुलिस ने उनसे बदतमीजी की और बिना किसी कारण उन्हें पीटने लगी. हालांकि युगान्तर प्रवाह वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
इसके बाद उन्हें जबरन पुलिस की जीप में ठूंसकर बैठा लिया गया. राजा सिंह ने कहा कि उन्होंने पुलिसकर्मियों से अपना कसूर पूछा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. थोड़ी देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन इस दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया.
शराब के नशे में किसान कर रहा था हंगामा
खखरेरू थाने के इंस्पेक्टर श्यामसुंदर यादव ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए मीडिया को बताया कि युवक शराब के नशे में खतरनाक तरीके से बाइक चला रहा था. जब पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने पुलिसकर्मियों से बदतमीजी की.
इंस्पेक्टर के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने नियम के तहत कार्रवाई की और युवक को समझाने के बाद छोड़ दिया गया. उन्होंने यह भी कहा कि वायरल हो रहा वीडियो घटना का एक पक्ष दिखा रहा है, जबकि ये पूरी सच्चाई नहीं है.
वीडियो में दिखी हाथापाई और बहस, लोगों में नाराजगी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसकर्मी एक युवक को जबरन जीप में बैठा रहे हैं. युवक बार-बार अपना कसूर पूछता नजर आ रहा है. वहीं, जीप के आसपास कुछ ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है.
इस वीडियो को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है. लोगों का कहना है कि अगर युवक ने कोई अपराध किया होता तो पुलिस को कानूनी प्रक्रिया अपनानी चाहिए थी, न कि सड़क पर ही मारपीट और जबरदस्ती करनी चाहिए थी.
किसान यूनियन ने जताया विरोध, जांच की मांग
घटना के बाद किसान यूनियन टिकैत गुट ने पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताई है. संगठन ने कहा है कि अगर किसान नेता से पुलिस इस तरह व्यवहार कर सकती है, तो आम जनता का क्या हाल होगा.
संगठन ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. यूनियन का कहना है कि किसानों को डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वे चुप नहीं बैठेंगे.