Loksabha Chunav 2024: कांग्रेस से बगावत कर लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र Vibhakar Shastri बीजेपी में शामिल, फतेहपुर से रहा है गहरा नाता
Vibhakar Shatri
हाल ही में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं (Congress Veteran Leaders) ने इस्तीफा देकर पार्टी को तगड़ा झटका दिया है. अब पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) के पोते विभाकर शास्त्री (Grand Son Vibhakar Shastri) ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उनके पिता हरि कृष्ण शास्त्री फतेहपुर (Fatehpur) से सांसद रह चुके हैं. फतेहपुर जिले से इनका गहरा नाता रहा है.
पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र ने छोड़ी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) से पहले कांग्रेस के अंदर भागम-भाग मची हुई है. हाल ही में देखा जा रहा है कि कई कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस से दूरी बनाते हुए बीजेपी ज्वाइन कर ली और अब कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका मिला है. पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) के पौत्र कांग्रेस के दिग्गज नेता विभाकर शास्त्री (Vibhakar Shastri) ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर आज लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में बीजेपी की सदस्यता ले ली. उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सदस्यता ग्रहण कराई.
कौन हैं विभाकर शास्त्री?
दिग्गज नेता विभाकर शास्त्री (Vibhakar Shastri) भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र (Grand Son) हैं. विभाकर शास्त्री के पिता हरि कृष्ण शास्त्री फतेहपुर से पूर्व सांसद रह चुके हैं. हरिकृष्ण शास्त्री (Hari Krishna Shastri) का कांग्रेस काल का राजनीतिक क्षेत्र में बोलबाला रहा. फतेहपुर की जनता ने भरपूर प्यार दिया. उस वक्त कांग्रेस का अलग ही समय चल रहा था.
1980 में हरी कृष्ण शास्त्री सांसद बने यही नहीं उनके कार्य को देखते हुए वे केन्द्र के मंत्रिमंडल में भी शामिल हुए.1984 में फिर जनता ने उन्हें प्यार दिया और संसद पहुंचाया. फिर 1989-91 में वीपी सिंह के सामने उनकी हार हुई. हरिकृष्ण शास्त्री के निधन के बाद इस विरासत को उनके पुत्र विभाकर शास्त्री ने संभाला. विभाकर शास्त्री को राजनीतिक घर से विरासत में मिली. हालांकि वह इसे सहेज कर नहीं रख पाए. विभाकर शास्त्री फतेहपुर में 1998, 1999 व 2009 में 3 बार लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन कभी जीत नहीं सके. इसके साथ ही वे 2007 में फतेहपुर सदर सीट से विधायकी भी लड़े थे लेकिन इसमें भी वो विजयी नहीं हुए.
विभाकार शास्त्री ने राहुल गांधी पर किया वार
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए विभाकर शास्त्री ने बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद कहा कि इंडिया गठबंधन की कोई विचारधारा नहीं है इनका लक्ष्य केवल मोदी को हटाना है. ये विचारहीन गठबंधन है. राहुल जी स्पष्ट करें उनकी विचारधारा क्या है. बीजेपी में शामिल होने के बाद विभाकर शास्त्री ने पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, सीएम योगी अदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अपने दादा के 'जय जवान जय किसान' के नारे वाले दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा.
फतेहपुर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा
फतेहपुर के कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश पांडे ने कहा हमारी पार्टी ने हमेशा विभाकर शास्त्री जी को सम्मान दिया है. यही नहीं हर बार पार्टी ने उनपर भरोसा करते हुए टिकट दिया. इसके बावजूद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है यह ठीक नहीं है.