Fatehpur News: फतेहपुर में आईटीआई प्रिंसिपल पर दर्ज हुआ मुकदमा ! छात्रों के भविष्य से हो रहा था खिलवाड़, जानिए मामला
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) जिले के निजी संस्थान एसबीएस एजूटेक आईटीआई मलवां में नकल और साक्ष्य मिटाने का बड़ा मामला सामने आया है. जांच में दोषी पाए जाने के बाद संस्था के प्रधानाचार्य मनोज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.

Fatehpur News Today: यूपी के फतेहपुर जिले में चल रहे निजी आईटीआई संस्थानों की गतिविधियों पर सवाल खड़े हो गए हैं. एसबीएस एजूटेक आईटीआई, मलवां में आयोजित प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान नकल कराए जाने और फिर सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ किए जाने का गंभीर आरोप सामने आया है. मामले की जांच के बाद राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य की तहरीर पर पुलिस ने संबंधित संस्थान के प्रधानाचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.
औचक निरीक्षण में खुली पोल, सीसीटीवी फुटेज ने खोले राज
जानकारी के मुताबिक बीते 23 जुलाई को सीडीओ, निदेशक उद्योग, परियोजना अधिकारी और राजकीय आईटीआई फतेहपुर के नोडल प्रधानाचार्य शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने मलवां स्थित एसबीएस एजूटेक आईटीआई का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों का फोकस परीक्षा की पारदर्शिता और वर्कशॉप की स्थिति पर था.
जब 17 से 22 जुलाई के बीच हुई प्रयोगात्मक परीक्षा की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई तो उसमें नकल कराए जाने की पुष्टि हुई. इस पर जब पूरी फुटेज की मांग की गई तो संस्थान के प्रधानाचार्य मनोज सिंह ने पहले टालमटोल किया और फिर शाम 6 बजे का हवाला देकर डाटा देने से मना कर दिया.
साक्ष्य मिटाने की साजिश, रिकॉर्डिंग से छेड़छाड़ की पुष्टि
इससे स्पष्ट हो गया कि परीक्षा के दौरान हुए नकल के साक्ष्य जानबूझकर मिटाए गए. अधिकारियों ने इसे परीक्षा प्रणाली की गंभीर अवमानना और धोखाधड़ी मानते हुए सख्त कार्रवाई की सिफारिश की.
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है संस्थान
शासन की गाइडलाइन के विरुद्ध संस्थान बिना सही प्रक्रियाओं और पारदर्शिता के चलाया जा रहा था. निजी आईटीआई संचालन में कई अनियमितताएं पाई गईं. जब सफाई मांगी गई तो प्रधानाचार्य मनोज सिंह ने असहयोगात्मक रवैया अपनाया और असत्य बयान दिए. जांच में साफ हुआ कि परीक्षा की पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं जिससे छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हुआ.
राजकीय आईटीआई प्रिंसिपल की तहरीर पर मुकदमा
राजकीय आईटीआई फतेहपुर के प्रधानाचार्य शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने मलवां थाने में तहरीर दी जिसमें साफ तौर पर संस्थान के प्रधानाचार्य मनोज सिंह पर नकल कराने, साक्ष्य छिपाने और डाटा से छेड़छाड़ के आरोप लगाए गए हैं. इस पर थाना प्रभारी विकास सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मनोज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है.
पारदर्शिता पर सीधा प्रहार, क्या नकल के भरोसे चल रहे संस्थान
पूरे घटनाक्रम ने निजी संस्थानों में परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं. अधिकारियों का कहना है कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है और ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी. इस घटना से छात्रों के मन में भी डर और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हुई है जिससे उनके भविष्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है.