Fatehpur Crime News: फतेहपुर में चौदह बीघा जमीन की खातिर बहनों के जान के दुश्मन बने चचेरे भाई, पुलिस की भूमिका संदिग्ध
Fatehpur Crime News: फतेहपुर में चौदह बीघा जमीन के लालच में चचेरे भाइयों ने बहनों के साथ जालिमो जैसा बर्ताव करते हुए लात-घूसों से उनकी पिटाई कर दी, यही नहीं दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग भी करी और उन दोनों को मरणासन अवस्था में छोड़कर मौके से भाग निकले. दोनों सगी बहनों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है.
हाईलाइट्स
- जमीनी विवाद में फतेहपुर में चचेरे भाइयों ने दो सगी बहनों से की मारपीट
- 14 बीघा जमीन पर है चचेरे भाइयों की है नजर, कई सालों से चल रहा है विवाद
- दोनों बहनें अस्पताल में भर्ती, पुलिस ने शुरू की जांच
Fatehpur Crime News Land Dispute: यूपी में जमीनी विवाद को लेकर आए दिन कई जिलों में बड़ी वारदातें हो चुकी है. देवरिया और फिर कानपुर देहात में जमीनी विवाद को लेकर हत्याकांड से प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है. सरकार के कड़े एक्शन के बाद भी लोगों में भय नहीं दिखाई दे रहा. ऐसा ही एक मामला फतेहपुर के थरियांव थाना क्षेत्र से आया है जहां जमीनी विवाद के चलते दो चचेरे भाइयों ने सगी बहनों को बुरी तरह पीटा और धमकाया. फिलहाल जिस तरह से इन दो बहनों से मारपीट की गई है उससे बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. बुधवार को सुबह करीब सात बजे हुई इस घटना में सूचना के बाद पुलिस लगभग दस बजे पहुंची और उसके बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया.
14 बीघा जमीन बनी जान की दुश्मन
थरियांव थाना क्षेत्र के नयापुरवा मजरे करमोन के रहने वाले हरिश्चंद्र मौर्य की तीन बेटियां हैं और उनके नाम 14 बीघा खेत है, लेकिन यह बात उनके चचेरे भाइयों को नागवार गुजरी और लगातार वह उनकी जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से अपनी चचेरी बहनों को धमकाते रहे उनका कहना है कि बेटियों के नाम जमीन नहीं जाने देंगे फिर चाहे इसके लिए हमें उन्हें अपने रास्ते से ही क्यों ना हटाना पड़े, इससे पहले भी कई बार चचेरे भाइयों ने अपनी बहनों को धमकाने का काम किया था लेकिन हद तो तब हो गई, जब जमीन की लालच में बहनों पर जानलेवा हमला कर दिया.
सीएम को पत्र लिखकर कहा कर लेंगे आत्मदाह
आये दिन चचेरे भाइयो द्वारा धमकी मारपीट और दबंगई से परेशान बहनों ने कई बार आलाधिकारियों से शिकायत की, यही नही जब उन्हें यहां से भी कोई राहत नही मिली तो उन्होंने पीड़ित अनुराधा ने बीती 15 अगस्त को सीएम को पत्र लिखकर आत्मदाह की धमकी भी दी, हालांकि मामला सीएम के पहुचने के बाद इस पर तुरंत एक्शन भी लिया गया, प्रशासन की मौजूदगी में जमीन को कब्जा मुक्त करवाया गया, लेकिन बावजूद इसके परिवार डर के साये में जीने को मजबूर था.
घटना के बाद पुलिस की भूमिका संदिग्ध
इस घटना में घायल रुचि और अनुराधा ने थानेदार पर आरोप लगाते हुते कहा कि, पुलिस उनके भाइयो से साथ मिलकर काम कर रही है, शायद इसलिए शासन के हस्तक्षेप के बाद भी उन्होंने मारपीट की घटना को अंजाम दिया है उनका ये कहना है कि, जब दोनो बहने मारपीट की शिकायत लेकर थाने पहुची तो थानेदार ने उन्हें ये कहकर भगा दिया कि तुम लोग ड्रामा कर रहे हो, पुलिस के इस रवैये से चलते पीड़ित परिवार काफी डरा हुआ है.. वहीं सीओ थरियांव प्रगति यादव का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है केस की जांच की जा रही है. जबकि हरिश्चंद की बेटी नमनी मौर्य ने कहा कि उन्हें अभी तक किसी भी प्रकार की एफआईआर नहीं मिली है
घटना के बाद महिलाओं की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
इस घटना से कहीं ना कहीं महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लाजिमी है,क्योंकि प्रदेश सरकार लगातार महिलाओं की सुरक्षा का दावा करते हुए बड़े-बड़े वायदे करती है लेकिन जिस तरह से इस घटना में जमीन के लिए चचेरे भाई ही अपनी बहनों के दुश्मन बने हुए है, बहने आत्मदाह करने की धमकी दे रही है पुलिस की भूमिका संदिग्ध दिखाई दे रही है, ऐसे में सीएम को भी इस मामले में तत्परता दिखाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यकता है.