Up New Vidhansabha: यूपी में आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा नया विधानभवन!
दिल्ली में नए संसद भवन के बाद अब यूपी सरकार भी नए विधानभवन का निर्माण कराएगी. इसी वर्ष साल के अंत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की जयंती पर इसका शिलान्यास किया जा सकता है. आने वाले समय को देखते हुए यूपी में वर्तमान विधानभवन काफी छोटा है, जिसके बाद योगी सरकार नए विधानभवन की तैयारी कर रही है. नए आधुनिक सुविधाओं से लैस विधानभवन निर्माण की लागत करीब 3000 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है.

हाईलाइट्स
- दिल्ली के नए संसद भवन की तर्ज पर यूपी में भी नया विधानभवन का होगा निर्माण
- पूर्व पीएम अटल जी की जयंती पर हो सकता है शिलान्यास, 3000 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा आधुनिक विधानभवन
- कई सुविधाओ से होगा लैस, 2027 तक पूरा करने की तैयारी
Modern Legislative Building will soon be Constructed Up : दिल्ली में नए संसद भवन की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी योगी सरकार नए विधानभवन के निर्माण की तैयारी में है. योगी सरकार की मंशा है कि ऐसा विधानभवन का निर्माण हो जो आधुनिकता को दर्शाता हो. माना जा रहा है इसी साल के आखिरी महीने में इसके शिलान्यास की आधारशिला रखी जा सकती है. यह विधानभवन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा.
पूर्व पीएम अटल जी की जयंती पर हो सकता है शिलान्यास
दिल्ली में नए संसद भवन में सदन की कार्रवाई शुरू की जा चुकी हैं. इसके बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार ने भी नये विधानभवन निर्माण के लिए तैयारी शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि आगामी दिसंबर और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती के अवसर पर नये विधानभवन को लेकर आधारशिला रखते हुए शिलान्यास किया जा सकता है. नये विधानभवन के लिए पूरी लागत करीब 3000 करोड़ रुपए तक की आएगी.
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा विधानभवन
3000 करोड़ रुपए की लागत से यह नया विधान भवन उत्तर प्रदेश में बनकर तैयार होगा. इसके बारे में उत्तर प्रदेश सरकार विचार कर रही है. 25 दिसंबर 2023 अटल जी की जयंती पर इसका शिलान्यास पीएम मोदी के द्वारा किया जा सकता है और माना जा रहा है कि 2027 से पहले नया विधानभवन बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा. इस नए विधान भवन की खासियत यह आधुनिकता से लैस होगा, इसकी बिल्डिंग भूकंपरोधी और इको फ्रेंडली बनाई जाएगी. बैठने की बेहतर सुविधाएं भी होंगी.
पुराना विधानभवन करीब 100 वर्ष है पुराना
नये विधानभवन की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि लखनऊ में जो पुराना विधानभवन है, वह करीब 100 वर्ष पुराना है और यह शहर के बीचों बीच हजरतगंज में स्थित है, पुराने भवन को बनने में 6 साल लगे थे. लखनऊ के हजरतगंज इलाके में बनकर तैयार हुए इस पुराने विधानभवन का उद्घाटन 21 फरवरी 1928 को हुआ था. यहां जब सदन चलती है तो अक्सर ट्रैफिक की समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ता है, जिसके लिए यह व्यवस्था की जा रही है. जगह कम भी होने की वजह से काफी दिक्कतें यहां पर सदस्यों को आती है. आगे परिसीमन बढ़ने की वजह से सदस्यों की संख्या में इजाफा होगा , इन सब बिन्दुओ को देखते हुए यह कार्य जरूरी है.
नए विधानसभा का निर्माण दारुलशफा क्षेत्र में किया जा सकता है
दिल्ली में सेंट्रल विस्टा की तर्ज पर यूपी के नए विधानभवन का निर्माण करने की तैयारी है. इस विधानभवन में भी देश की संस्कृति की झलक दिखाई देगी तो वहीं कई आधुनिकता से लैस होगा. इस नए विधानभवन का निर्माण पुरानी विधानसभा के करीब 1 किलोमीटर दूर दारुलसफा इलाके में कराया जा सकता है. यह क्षेत्र विधायकों के आवास के लिए भी जाना जाता है.
विधानसभा अध्यक्ष ने कही थी बात
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मार्च माह में नए विधान भवन के निर्माण की बात कही थी. जिस पर उन्होंने कहा था कि 18वीं विधानसभा के सदस्यों को नई विधानसभा में बैठने को मौका मिलेगा. माना जा रहा है जल्द इस नये विधानभवन की आधारशिला रख दी जाएगी और निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.