
Brajesh Pathak:कभी मायावती के ख़ास रहे ब्रजेश पाठक का बीजेपी में यूं बढ़ता गया कद.मिला Deputy CM का पद
शुक्रवार को योगी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हुआ.योगी आदित्यनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री व केशव मौर्य औऱ ब्रजेश पाठक ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.ब्रजेश पाठक 2016 में भाजपा में शामिल हुए थे.आइए जानते हैं इनके राजनैतिक जीवन के बारे में. Brajesh Pathak Deputy CM UP Poltical Journey

Brajesh Pathak:ब्रजेश पाठक की उपमुख्यमंत्री के तौर पर हुई ताजपोशी से पूरे प्रदेश में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है.योगी सरकार के पहले कार्यकाल में वह कैबिनेट मंत्री थे. क़ानून मंत्रालय की जिम्मेदारी उनके पास थी. इस बार जब दोबारा बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तो कयास लगने शुरू हो गए थे कि निवर्तमान उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है.हुआ भी वही. Brajesh Pathak Biography
केशव मौर्य भले ही चुनाव हार गए थे लेकिन ओबीसी के मजबूत नेता होने के चलते ऐसा माना जा रहा था कि उनका डिप्टी सीएम का पद बरकरार रहेगा ऐसे में ब्राह्मण चेहरे के रूप में दूसरा डिप्टी सीएम का पद किसके पास जाएगा इसको लेकर कयास लगाए जा रहे थे. जैसे ही ब्रजेश पाठक का नाम सामने आया तो उनके समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई. Brajesh Pathak Deputy CM
कभी मायावती के खास थे ब्रजेश पाठक..
ब्रजेश पाठक की राजनीतिक यात्रा काफ़ी दिलचस्प रही है.एक जमाने मे वह बसपा सुप्रीमो मायावती के ख़ास सिपहसालारों में एक थे. छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले ब्रजेश का जन्म 25 जून 1954 को हरदोई जिले के मल्लावां में हुआ था.उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि हासिल की.वह विश्वविद्यालय में छात्रसंघ की राजनीति में सक्रिय रहे और 1989 में छात्र संघ उपाध्यक्ष चुने गये.इसके बाद 1990 में वह छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गये. Brajesh Pathak Political Journey
पाठक को 2002 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हरदोई के मल्लावां क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया था और वह लगभग सवा सौ मतों के कम अंतर से पराजित हो गये थे.इसके करीब दो वर्ष बाद वह कांग्रेस छोड़ कर बसपा में शामिल हो गये.उन्हें 2004 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने उन्नाव संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया और वह चुनाव जीत गये. इसके बाद बसपा प्रमुख मायावती ने उन्हें 2009 में राज्यसभा भेज दिया था. Brajesh Pathak MP
पाठक, 2014 में उन्नाव से दोबारा लोकसभा चुनाव में बसपा से उम्मीदवार बनाये गये, लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2016 में हवा का रूख़ देख वह बीजेपी में शामिल हो गये.भारतीय जनता पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में लखनऊ मध्य क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया. उस चुनाव में पाठक ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा को पराजित कर यह सीट जीत ली और 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी सरकार में कानून मंत्री बनाए गए.
इस बाद 2022 के चुनाव ब्रजेश पाठक की सीट बदलकर बीजेपी ने उन्हें लखनऊ की कैंट सीट से प्रत्याशी बनाया इस बार भी उन्होंने शानदार जीत हासिल की औऱ योगी सरकार 2.0 में वह उपमुख्यमंत्री बनाए गए.
भाजपा ढूंढ रही थी एक फायरब्रांड ब्राह्मण नेता..
वैसे तो बीजेपी में ब्राह्मण नेताओ की कभी कमी नहीं रही है. लेकिन प्रदेश स्तर पर एक फायरब्रांड ब्राह्मण नेता की खोज बीजेपी को थी. ब्रजेश पाठक के रूप में बीजेपी ने वह ढूंढ लिया है. इस बार के विधानसभा चुनाव में या उससे पहले जब भी विपक्षी दलों ने यूपी में बीजेपी पर ब्राह्मण शोषण का आरोप लगाया तब तब ब्रजेश पाठक सामने आए औऱ भाजपा की तरफ़ उन्होंने विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दिया.